गुरुवार, 9 अगस्त 2012

कहीं बर्निंग भवन न बन जाए लघु सचिवालय की बिल्डिंग

कंडम पड़े लघु सचिवालय के फायर सेफ्टि उपकरण

नरेंद्र कुंडू
जींद।
देश में आए दिन हो रही आगजनी की घटनाओं से यहां का जिला प्रशासन कोई सबक नहीं ले रहे हैं। प्रशासनिक अधिकारियों की यह लापरवाही लघु सचिवालय में कभी भी किसी बड़े हादसे को दावत दे सकती है। यहां एक छोटी सी चिंगारी ज्वालामुखी बन सकती है और उस समय प्रशासनिक अधिकारियों के पास सिवाए तमाशा देखने के कुछ नहीं बचेगा। इस प्रकार अधिकारियों की यह चूक यहां रखे जरुरी दस्तावेजों के साथ-साथ सैंकड़ों जिंदगियों को पलभर में पिंघला सकती है। क्योंकि लघु सचिवालय में आग पर काबू पाने के लिए लगाए गए फायर सेफ्टी उपकरण पूरी तरह से कंडम हो चुके हैं और ऐसी कमरों में बैठे ये सरकारी बाबू इस ओर ध्यान देना मुनासिब ही नहीं समझते हैं।
जिले के लगभग तमाम सरकारी कार्यालय लघु सचिवालय में चल रहे हैं। यहां रोजाना सैंकड़ों लोग अपने कामकाज के सिलसिले में आते हैं। सभी सरकारी कार्यालय इस बिल्डिंग में होने के कारण यहां पर अति महत्वपूर्ण दस्तावेज भी रखे हैं। लेकिन लघु सचिवालय में फैली अव्यवस्थाओं के चलते यहां कुछ भी सुरक्षित नहीं है। और शायद प्रशासनिक अमला भी इनकी सुरक्षा की तरफ ध्यान देना अपनी जिम्मेदारी नहीं समझता है। लघु सचिवालय में आगजनी की घटना पर काबू पाने के लिए लगवाए गए फायर सेफ्टी उपकरण पूरी तरह से जवाब दे गए हैं और शायद साहब इन्हें बदलवाना ठीक नहीं समझते हैं। अगर यहां आगजनी की छोटी सी भी घटना घटित हुई तो शायद उस पर काबू पाना भी इनके काबू में ना रहे। इस प्रकार प्रशासनिक अधिकारियों की यह लापरवाही कभी भी जरुरी दस्तावेजों के साथ-साथ सैंकड़ों लोगों की जिंदगियों को भी आग की लपटों में झौंक सकती है। 

टूटा पड़ा है इलैक्ट्रानिक फायर सिस्टम

लघु सचिवालय में आग पर काबू पाने के लिए लगाया गया इलैक्ट्रानिक फायर सिस्टम पिछले कई महीनों से बंद पड़ा है। इसके अलावा यहां एमरजैंसी में प्रयोग के लिए रखी गई बाल्टियों में पानी व रेत तो दूर की बात यहां तो बाल्टियां ही जंग खा चुकी हैं। जो प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही को खुद-बे-खुद बयां कर रही हैं।

एक्सटैंशनों से पाइपें गायब

सबसे हैरानी की बात है कि यहां जगह-जगह पानी के लिए एक्सटैंशन लगे हैं, लेकिन इनमें से पाइपें ही गायब हैं। ऐसे में अगर बिल्डिंग के ऊपरे हिस्से में आगजनी की घटना होती है तो वहां तक बिना पाइपों के पानी पहुंचाना मुश्किल ही नहीं नामुकिन है। एक्सटैंशनों से पाइप गायब होने के बाद भी  अधिकारियों का ध्यान इस ओर नहीं है।

अग्निशमन यंत्रों पर नहीं है तारीख

लघु सचिवालय में रखे गए अग्निशमन सिलैंडर मौके पर धोखा दे सकते हैं। क्योंकि इन सिलैंडरों पर रिफिल की तारीख देखने को नहीं मिल रही है। इन सिलैंडरों का किसी को ये पता नहीं है कि ये यहां कब रखे गए थे और इन्हें दोबारा कब रिफिल करवाना है।

क्या कहते हैं अधिकारी

फायर सेफ्टि उपकरणों की मियाद दो साल की होती है और दो साल के बाद इन उपकरणों को बदलवा दिया जाता है। अगर लघु सचिवालय के फायर सेफ्टि उपकरणों को बदला नहीं गया है तो कल ही इसकी फाइल तैयार कर इन्हें बदलवाने का कार्य शुरू करवा दिया जाएगा।
दलबीर सिंह
एसडीएम, जींद
बिना पाइपों के खाली पड़ी एक्सटैंसन।

जंग लगने के कारण टूटी पड़ी एमरजैंशी में प्रयोग के लिए रखी गई बाल्टियां।

 खराब पड़ा इलेक्ट्रोनिक फायर सिस्टम।



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