गुरुवार, 29 अगस्त 2013

कीटनाशकों का प्रयोग कर हर रोज सैंकड़ों बेजुबान की हत्या कर रहा है किसान : ए.डी.सी.

दूरदर्शन की टीम ने कीटाचार्य किसानों के शोध पर बनाई डाक्यूमैंट्री फिल्म

नरेंद्र कुंडू 
जींद। कीट साक्षरता एवं कीट प्रबंधन विषय पर जिले के ललित खेड़ा गांव की महिला किसानों द्वारा गांव के खेतों में मंगलवार को एक खेत पाठशाला का आयोजन किया गया। खेत पाठशाला में बाहर से आए गणमान्य लोगों के साथ महिला कीटाचार्या किसानों ने अपने विचार सांझा किए तथा कीटों पर किए गए अपने शोध और अनुभव भी उनके समक्ष रखे। इस अवसर पर दूरदर्शन केंद्र हिसार के निदेशक जिले सिंह जाखड़ के नेतृत्व में पाठशाला में पहुंची दूरदर्शन की टीम ने खेत पाठशाला की एक डाक्यूमैंट्री फिल्म भी तैयार की। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्यातिथि अतिरिक्त उपायुक्त जयबीर सिंह आर्य ने विधिवत् रूप से किया। इस अवसर पर पाठशाला में विशिष्टि अतिथि के तौर पर जिला कृषि उप-निदेशक डा. रामप्रताप सिहाग, जिला बागवानी अधिकारी डा. बलजीत भ्याण, कबड्डी फैडरेशन ऑफ इंडिया के उपप्रधान समरवीर कौशिक, एच.सी.एल. कंपनी के मैनेजर सुभाष कौशिक, डा. सुरेंद्र दलाल की धर्मपत्नी मैडम कुसुम दलाल, अक्षत दलाल, बराह तपा के प्रधान कुलदीप ढांडा भी मौजूद थे। कार्यक्रम का शुभारंभ महिलाओं ने 'हे बीटल म्हारी मदद करो हमनै तेरा एक सहारा है' तथा समापन 'हो पिया तेरा हाल देखकै मेरा कालजा धड़क, तेरे कांधे पै जहर की टंकी मेरै कसुती रड़क' गीत से किया।
अतिरिक्त उपायुक्त जयबीर सिंह आर्य ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि फसल उत्पादन बढ़ाने के लिए किसानों द्वारा अंधाधुध कीटनाशकों का प्रयोग किया जा रहा है, जिससे मनुष्य का शरीर भिन्न-भिन्न प्रकार के घातक रोगों की चपेट में आ रहा है। इतना ही नहीं फसलों में अंधाधुंध कीटनाशकों का इस्तेमाल कर किसान हर रोज सैंकड़ों बेजूबान जीवों की हत्या भी कर रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढिय़ों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए खेती में दवाइयों एवं खाद के अंधाधुंध प्रयोग पर रोक लगानी होगी लेकिन यह तभी संभव हो पाएगा, जब किसानों को कीटों के क्रियाकलापों तथा कीटों की पहचान होगी। उन्होंने कहा कि कीट प्रबंधन की जानकारी हर किसान को उपलब्ध करवाने के लिए ब्लॉक स्तर पर खेत पाठशालाएं लगाने का कार्यक्रम तैयार किया जाएगा। इसके बाद इन पाठशालाओं को ग्राम स्तर पर भी आयोजित किया जाएगा। हिसार दूरदर्शन के केन्द्र निदेशक जिले सिंह जाखड़ ने महिलाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि कीट प्रबंधन एवं कीट साक्षरता अभियान चलाने वाला जींद जिला पूरे विश्व में अग्रणी है। इसके लिए अभियान के जनक स्व. डा. सुरेन्द्र दलाल का उन्होंने धन्यवाद किया और कहा कि डा. सुरेन्द्र दलाल ने लोगों को जहर मुक्त थाली प्रदान करने का जो सपना देखा था। उसे पूरा करने में दूरदर्शन की टीम पूरा सहयोग करेगी। उन्होंने कहा कि कीट प्रबंधन विषय पर महिलाओं द्वारा बनाए गए गीतों को रिकार्ड कर दूरदर्शन पर प्रस्तुत कर दूरदर्शन के लाखों दर्शकों को कीट प्रबंध एवं कीट साक्षरता बारे जागरूक किया जाएगा। कबड्डी फैडरेशन ऑफ इंडिया के उपप्रधान समरवीर कौशिक और एच.सी.एल. कंपनी के मैनेजर सुभाष कौशिक ने कहा कि जींद जिले के किसानों ने उन्हें एक नई राह दिखाने का काम किया है। यहां से कीटों के बारे में उन्हें जो जानकारी मिली है, वह इस जानकारी को आगे बढ़ाने का काम करेंगे तथा अपने क्षेत्र के किसानों को भी इन पाठशालाओं में शामिल कर इस मुहिम को आगे बढ़ाने का काम करेंगे।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते ए.डी.सी. तथा गीत प्रस्तुत करती महिलाएं।
कीट प्रबंधन अभियान का नेतृत्व कर रहे कमल सैनी ने कहा कि अगर किसान 20-25 कीटों के बारे मेंं भी जानकारी प्राप्त कर लें तो फसल पर हजारों की लागत में खर्च होने वाले दवाई एवं खाद के पैसे को बचाया जा सकता है और इसके साथ-साथ ही अनेक बीमारियों से भी लोगों को बचाकर मानवता की सेवा की जा सकती है। उन्होंने कहा कि कीट प्रबंधन अभियान के तहत अब तक 161 किस्म के मांसाहारी तथा 43 किस्म के शाकाहारी कीटों की पहचान की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि डा. सुरेंद्र दलाल हमेशा कहते थे कि कीटनाशकों के बिना खेती संभव है लेकिन कीटो के बिना खेती संभव नहीं है।
महिला कीटाचार्य अंग्रेजो देवी, मनीषा देवी, कमलेश देवी, मीना मलिक, कविता, संतोष देवी, गीता, राजवंती, अनारोदेवी व अन्य महिला कीटाचार्य किसानों ने अपने विचार सांझा करते हुए बताया कि उन्होंने किस तरीके से कीटों की पहचान तथा उनके क्रियाकलापों के बारे में जानकारी जुटाई और अब वह बिना कीटनाशकों का प्रयोग किए किस तरह से अच्छा उत्पादन लेकर अपने परिवार को जहरमुक्त भोजन उपलब्ध करवा रही हैं। पंजाब से आई जसबीर कौर ने इस पाठशाला से मिली जानकारी को पंजाब प्रांत में भी पहुंचाने की बात कही। उन्होंने कहा कि वे कीट साक्षरता विषय पर पंजाब में एक अभियान चलाएंगी। कार्यक्रम के उद्घाटन के अवसर पर मुख्य अतिथि जयबीर सिंह आर्य तथा अन्य अतिथिगणों को किसानों द्वारा मांसाहारी कीट हथजोड़ा का चित्र भेंट किया गया। इस अवसर पर कृषि विभाग से ए.पी.पी.ओ. अनिल नरवाल, एस.डी.ओ. देवेन्द्र बजवा, ए.डी.ओ. शैलेंद्र चहल भी मौजूद थे।
फोटो कैप्शन
 कबड्डी फैडरेशन ऑफ इंडिया के उपप्रधान को स्मृति चिह्न भेंट करते किसान तथा कार्यक्रम में मौजूद किसान। 




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