गुरुवार, 29 अक्तूबर 2020

विदेशों में भी मचा रहे हरियाणवी संस्कृति की धूम

आस्ट्रेलिया में युवा पीढ़ी को हरियाणवी संस्कृति के साथ जोडऩे के लिए एएचए संस्था ने शुरु की विशेष मुहिम

आस्ट्रेलिया में भी पूरे परंपरागत तरीके के साथ मनाए जाते हैं हरियाणा के तीज-त्यौहार 

कोरोना के चलते इस बार ऑन लाइन मनाएंगे हरियाणा दिवस

नरेंद्र कुंडू 

आज जहां हमारी युवा पीढ़ी पाश्चात्य संस्कृति की चकाचौंध से प्रभावित होकर अपनी संस्कृति से विमुख हो रही है वहीं आस्ट्रेलिया में बैठे हरियाणवी लोगों का अपनी संस्कृति के प्रति इतना गहरा प्रेम है कि वो वहां बसे हरियाणा के लोगों व आने वाली पीढ़ी को अपनी संस्कृति से जोडऩे का काम कर रहे हैं। विदेश में बैठकर भी यह लोग हरियाणवी संस्कृति की छठा बिखेर रहे हैं। एसोसिएशन ऑफ हरियाणविज इन ऑस्ट्रेलिया (एएचए संस्था) के सदस्य विदेश में रहकर भी हरियाणा के सभी तीज-त्यौहारों को पूरे पारंपरिक तरीके व हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं। कार्यक्रमों का आयोजन ऐसा होता है कि विदेशी लोग भी हरियाणवी संस्कृति से प्रभावित हुए बिना नहीं रह पाते हैं। एएचए संस्था द्वारा हरियाणवी तीज-त्यौहार के अवसर पर आस्ट्रेलिया में आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों में हरियाणी वेश-भूषा से लेकर हरियाणवी पकवानों जैसे गुलगुले, सिवाली, फिरनी, घेवर, खीर, चूरमा, पतासे इत्यादि बताए जाते हैं। महिलाएं घर से ही हरियाणवी पकवान तैयार कर साथ लेकर आती हैं। इतना ही नहीं ग्रुप के सभी सदस्य हर माह के आखिरी रविवार को एक साथ पिकनिक पर भी जाते हंै। पिकनिक के दौरान रागनी, चुटकले, गीत, लोक नृत्य इत्यादि हरियाणवी मनोरंजक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। विदेश में बैठकर हरियाणवी संस्कृति को बढ़ावा देने का इनका मुख्य उद्देश्य वहां पैदा होने वाले इनके बच्चों को हरियाणवी संस्कृति के साथ आत्मिक तौर पर जोडऩा, उनमें संस्कार पैदा करना तथा उन्हें पाश्चात्य संस्कृति के प्रभाव से बचाए रखना है। ताकि वह बड़े होकर अपने समुदाय, संस्कृति व सभ्यता के साथ जुड़े रह सकें। लगभग 4 वर्ष पहले आस्ट्रेलिया के सिडनी से शुरु हुई यह संस्था अब आस्ट्रेलिया के मेल्बर्न, पर्थ, ऐडेलेड, ब्रिसबेन सहित कई राज्यों में स्थापित हो चुकी है। यह संस्था हरियाणा से यहां पढऩे के लिए आने वाले विद्यार्थियों व कामकाज के लिए आने वाले लोगों की मदद भी करती है। अपने तीज-त्यौहार पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में हरियाणा के लोगों को भी ऑन लाइन जोड़ा जाता है। संस्था की कार्यकारिणी टीम के अध्यक्ष सेवा सिंह, सदस्य मनजीत, विकास यादव, संगीता शर्मा, विजयपाल रेढू, वंदना पंजेटा, मोनिका, अमन, हनिश, दीपक का कहना है कि विदेश में पैदा होने वाली हमारी आने वाली पीढ़ी को अपने समुदाय, संस्कृति व सभ्यता के साथ आत्मिक तौर पर जोड़े रखने के लिए अपनी संस्कृति की जड़ों से जोडऩा बहुत जरुरी है। हमारी संस्कृति व सभ्यता एक पुष्प व सुगंध की तरह एक-दूसरे के साथ जुड़े हुए हैं। उन्होंने बताया कि चाहे तीज हो, रक्षाबंधन हो, दशहरा, दीवाली, होली-फाग कोई भी त्यौहार हो हर त्यौहार को पूरे परंपरागत तरीके से मनाया जाता है। फाग पर एक तालाब बुक किया जाता है पूरे परंपरागत तरीके से रंग-गुलाल के साथ फाग मनाया जाता है। महिलाएं पुरुषों को कोलड़े भी लगाती हैं। इसी प्रकार तीज पर झूले डाले जाते हैं व दीपावली पर घरों को सजाया जाता है। हरियाणा दिवस पर महिलाएं व पुरुष पूरी परंपरागत वेशभूषा में सजधज कर कार्यक्रम का आयोजन करते हैं। हर बार कार्यक्रमों का आयोजन अलग-अलग शहरों में किया जाता है और पूरे आस्ट्रेलिया में बसे हरियाणा के लोग इन कार्यक्रमों में शामिल होते हैं। 



व्हाटसएप ग्रुप के माध्यम से बनाई जाती है कार्यक्रमों की रणनीति

संस्था के सदस्य मनजीत ने बताया कि संस्था द्वारा व्हाटसएप पर चार प्रकार के ग्रुप बनाए गए हैं। इसमें एक ग्रुप परिवारिक लोगों का, एक विद्यार्थियों का, एक ग्रुप महिलाओं का व एक ग्रुप जो लोग शादीशुदा नहीं हैं उनका है। इस प्रकार ये सभी लोग अपने सम्पर्क में आने वाले हरियाणा के लोगों को इन ग्रुप में शामिल कर लेते हैं। यदि किसी को किसी प्रकार की मदद की जरुरत है तो उसकी मदद भी करते हैं। वैसे तो महीने में एक बार प्रत्यक्ष तौर पर मिलना भी हो जाता है लेकिन व्हाटसएप ग्रुप में भी कार्यक्रम के आयोजन को लेकर पूरी रणनीति तैयार की जाती है। उदाहरण के तौर पर महिलाएं अपने ग्रुप में पकवानों में बारे में चर्चा करती हैं, वहीं दूसरे लोग कार्यक्रम के आयोजन की प्लानिंग करते हैं।  

रक्तदान शिविरों का भी करते हैं आयोजन

संस्था के सदस्यों ने बताया कि उनकी संस्था वहां के लोगों को मानवता का पाठ पढ़ाने के लिए हरियाणवी तीज-त्यौहार मनाने के अलावा सामाजिक कार्यों में भी भाग लेती है। वहां समय-समय पर रक्तदान शिविरों का आयोजन भी किया जाता है। वहां रक्तदान शिविर में सबसे ज्यादा रक्त एकत्रित करने का रिकार्ड भी उनकी संस्था के नाम है। 

कोरोना के कारण इस बार हरियाणा दिवस पर ऑन लाइन होगा कार्यक्रम का आयोजन 

एसोसिएशन ऑफ हरियाणविज इन ऑस्ट्रेलिया द्वारा वैसे तो हर वर्ष अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हरियाणा दिवस प्रत्यक्ष तौर पर मनाया जाता था और रंगारंग हरियाणवी कार्यक्रम का आयोजन किया जाता था। संस्था द्वारा हरियाणा से भी कलाकारों को बुलाया जाता है लेकिन इस बार कोरोना काल के चलते हरियाणा दिवस पर प्रत्यक्ष तौर पर कार्यक्रम का आयोजन नहीं होने के कारण ऑन लाइन ही कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में हरियाणाा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज विशेष तौर पर ऑन लाइन मौजूद रहेंगे। इसके अलावा हरियाणा की जानी-मानी हस्तियां महासिंह पूनिया, कीर्ति दहिया, चौधरी दरियाव सिंह मलिक, जनार्दन शर्मा, हरविंदर राणा, प्रीति चौधरी, महावीर गुड्डू व अन्य कलाकार इस कार्यक्रम में ऑस्ट्रेलिया की प्रतिभाओं के साथ ऑन लाइन ही मंच साझा करेें।