शिकायत देने के बाद गवाही से मुकरे तो खैर नहीं

धारा 182 के तहत दर्ज होगा मामला
नरेंद्र कुंडू 
जींद।
अब विजीलेंस ब्यूरो रिश्वतखोरों के साथ-साथ उन शिकायतकर्त्ताओं पर शिकंजा कसने जा रहा है, जो शिकायत देकर बाद में गवाही के दौरान मुकर जाते हैं। गवाही के दौरान मुकरने वाले शिकायतकर्त्ता के खिलाफ धारा 182 के तहत मामला दर्ज किया जाएगा। अधिकतर मामलों में शिकायतकर्त्ता द्वारा गवाही के दौरान मुकर जाने के कारण विजीलेंस द्वारा रंगे हाथों पकड़ा गया कर्मचारी बच निकलता था और कोर्ट में विजीलेंस की फजीहत होती थी। सरकार द्वारा जारी इन आदेशों के बाद अब शिकायतकर्त्ता मुकर नहीं सकेगा और रिश्वत के आरोप में धरे गए कर्मचारी का बचना मुश्किल हो जाएगा।
सरकारी कार्यालयों से रिश्वतखोरी को मिटाने के लिए विजीलेंस का गठन किया गया था। लेकिन विजीलेंस की लाख कोशिशों के बावजूद भी आरोपी कर्मचारी बच निकलते थे। रिश्वत के आरोप में धरे गए कर्मचारी को बचाने में खुद शिकायतकर्त्ता ही उसकी ढाल बनता था। अधिकतर मामलों में पकड़े गए कर्मचारी द्वारा शिकायतकर्त्ता को पैसे देकर या सामाजिक दबाव बनाकर समझौता कर लिया जाता था। जिस के बाद शिकायतकर्त्ता कोर्ट में गवाही के दौरान मुकर जाता था। शिकायतकर्त्ता द्वारा गवाही से मुकर जाने के बाद विजीलेंस द्वारा रंगे हाथों पकड़ा गया कर्मचारी बच निकलता था। इससे कोर्ट में विजीलेंस की फजीहत होती थी। लेकिन अब शिकायतकर्त्ता गवाही के दौरान मुकर नहीं सकेगा। अगर गवाही के दौरान शिकायतकर्त्ता मुकरता है तो उसके खिलाफ धारा 182 के तहत मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। सरकार द्वारा जारी किए गए इन आदेशों के बाद अब शिकायतकर्त्ता के गवाही से मुकरने के चांस बहुत कम हो गए हैं। इन आदेशों के बाद अब विजीलेंस को तो राहत मिलेगी ही साथ-साथ रिश्वतखोरों पर भी विजीलेंस का शिकंजा कसेगा।
सरकारी कार्यालयों के बाहर लिखवाए जा रहे हैं नंबर
अन्ना हजारे व बाबा रामदेव द्वारा शुरू की गई भ्रष्टाचारी विरोधी मुहिम का असर विजीलेंस ब्यूरो की कार्यप्रणाली पर भी देखने को मिल रहा है। अब विजीलेंस रिश्वतखोरों पर शिकंजा कसने तथा लोगों को जागरूक करने के लिए हर सरकारी विभाग के बाहर बोर्ड लगा रहा है, इसमें विजीलेंस के कॉन्टेक्ट नंबर दर्शाए गए हैं। किसी कर्मचारी द्वारा रिश्वत मांगने पर तुरंत इन नंबरों पर शिकायत दी जा सकेगी। विभाग ने अभियान को सफल बनाने के लिए सभी सरकारी कार्यालयों के बाहर अपने नंबर लिखवा दिए हैं। किसी कर्मचारी द्वारा रिश्वत मांगने पर 9991411155 व 01681-245358 पर संपर्क कर शिकायत की जा सकती है।
विजीलेंस द्वारा पकड़े गए कर्मचारियों का ब्यौरा
महिना        विभाग का नामजनवरी 2011    बीडीपीओ
फरवरी 2011    पब्लिक हैल्थ से एक्सईएन
जुलाई 2011    बिजली निगम से जेई
अगस्त 2011    हुडा विभाग से क्लर्क
सितंबर 2011    नहरी विभाग से जेई
अक्तूबर 2011    सामान्य अस्पताल से क्लर्क

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