वेतन न मिलने से कड़की में गुरुजी

इधर-उधर से उधार लेकर कर रहे हैं आटा-दाल का इंतजाम
नरेंद्र कुंडू
जींद।
6 से 8 हैड के तहत कार्यरत अध्यापकों को पिछले कई माह से वेतन नहीं मिल रहा है। कई माह से वेतन अटकने के कारण गुरुजी कड़की में हैं। अध्यापक संघ द्वारा बार-बार ज्ञापनों के बावजूद भी अध्यापकों को वेतन नहीं मिल रहा है। इस वजह से घर का गुजारा मुश्किल हो गया है। भूखे पेट भजन नहीं होत गोपाला वाली कहावत यहां साफ जाहिर हो रही है। अगर अध्यापकों के सामने ही रोटी के लाले पड़ जाएंगे तो ये बच्चों को किस तरह शिक्षा दे पाएंगे। अध्यापक इधर-उधर से उधार लेकर आटा-दाल का इंतजाम कर रहे हैं। करियाना दुकानदार से लेकर दूध वाले तक जल्द हिसाब करने के लिए आंखें दिखाने लगे हैं। हालत यह हो गई है कि अध्यापक यूनियनों को आंदोलन का रास्ता अख्तियार करना पड़ रहा है।
जिले में 6 से 8 हैड में कार्यरत हजारों अध्यापकों को पिछले कई माह से वेतन नहीं मिल रहा है। पिछले कई माह से वेतन न मिलने के कारण इस महंगाई के दौर में गुरु जी कड़की में हैं। समय पर वेतन न मिल पाने के कारण करियाना दुकान वाले ने राशन व दूध वाले ने दूध की सप्लाई बंद कर दी। महंगाई ने वैसे ही कमर तोड़ रखी है। ऐसे में देर से वेतन मिलना मुश्किलों को बढ़ा रहा है। अध्यापक यूनियन के पदाधिकारियों का कहना है कि सरकार को पक्के नियम बनाने चाहिएं और सभी को समय पर वेतन देना चाहिए।
सरकार बताये कैसे चलाएं घर का खर्च
हरियाणा अध्यापक संघ के सचिव संजीव सिंगला ने बताया कि 6 से 8 हैड के तहत कार्यरत हजारों अध्यापकों को पिछले कई माह से वेतन न मिल पाने के कारण घर का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है। दोस्तों-रिश्तेदारों से उधार लेकर करियाना व दूध वाले का भुगतना करना पड़ रहा है। घर के बड़े.बुजुर्गो की दवा का इंतजाम भी मुश्किल हो गया है। सिंगला ने कहा कि हर साल वेतन भुगतान में देरी होती है। बार-बार ज्ञापन देने के बावजूद भी समय पर वेतन नहीं जारी होता। अधिकारी हर बार एक्सपेंडेशन न मिलने का बहाना बनाकर अपना पल्ला झाड़ देते हैं। अब सरकार ही बता दे कि इस महंगाई के दौर में घर का खर्च कैसे चलाएं।
जल्द हो सकता है आंदोलन का शंखनाद
6 से 8 हैड के तहत कार्यरत अध्यापकों का पिछले कई माह से वेतन अटका पड़ा है। जिससे अध्यापक वर्ग में रोष पनप रहा है। संघ द्वारा जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी से कई बार समय पर वेतन देने की मांग की जा चुकी है, लेकिन अधिकारी उनकी समस्या की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। अगर जल्द से जल्द अध्यापकों को वेतन नहीं दिया गया तो संघ जल्द ही आंदोलन का शंखनाद कर देगा।
महताब मलिक
राज्य उपप्रधान, हरियाणा अध्यापक संघ

समय पर नहीं मिलती एक्सपेंडेशन
स्कूलों द्वारा अध्यापकों की एक्सपेंडेशन तैयार कर विभाग को नहीं भेजी जा रही हैं। जिस कारण अध्यापकों को वेतन देने में देरी होती है। स्कूलों से एक्सपेंडेशन तैयार करवाकर विभाग को देने की जिम्मेदारी बीईओ की होती है। सभी बीईओ को समय पर एक्सपेंडेशन तैयार करवा कर विभाग को देने के सख्त निर्देश दिए गए हैं।
साधू राम रोहिला
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी, जींद

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