हमेटी को जल्द मिलेगी सोलर सिस्टम की सौगात

विभाग द्वारा सोलर सिस्टम पर खर्च किए जाएंगे 15 लाख
सोलर लाइटों से रात के अंधेरे में भी जगमगाएगा प्रशिक्षण केंद्र
वाटर हीटिंग सिस्टम के बारे में जानकारी देते डायरेक्टर बीएस नैन।
नरेंद्र कुंडू
जींद।
रोहतक रोड स्थित हमेटी को जल्द ही सोलर सिस्टम की सौगात मिलेगी। हमेटी में प्रशिक्षण के लिए आने वाले किसानों को खान-पान व रहन-सहन संबंधी सुविधाएं अब सोलर आधारित मिलेंगी। यह सोलर सिस्टम काफी हाईटेक होगा। सर्दी के मौसम में किसानों को गर्म पानी उपलब्ध करवाने के लिए सोलर वाटर हीटिंग सिस्टम व 65 सोलर लाइटें भी लगाई जाएंगी। सोलर लाइटें लगने से हमेटी रात के अंधेरे में भी जगमगाएगी। हमेटी में सोलर सिस्टम लगने के बाद बिजली व पानी की बचत के साथ-साथ विभाग को लाखों रुपए के राजस्व का लाभ भी  होगा। विभाग द्वारा सोलर सिस्टम पर 15 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए यहां पर प्रशिक्षण के लिए आने वाले लोगों को भी सोलर सिस्टम के बारे में विस्तार से जानकारी देकर प्रेरित किया जाएगा।
हमेटी में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले किसानों को सोलर सिस्टम पर आधारित सभी सुविधाएं मिलेंगी। कड़ाके की ठंड में भी किसानों को 24 घंटे गर्म पानी उपलब्ध होगा। विभाग द्वारा हमेटी में 2 हजार लीटर की क्षमता वाला वाटर हीटिंग सिस्टम लगाया जाएगा। इसमें एक हजार लीटर क्षमता का वाटर हीटिंग सिस्टम तो लगाया जा चुका है। कभी-कभार अगर धूंध के कारण सूर्य उदय नहीं होगा तो भी ज्यादा चिंता की बात नहीं है, क्योंकि वाटर हीटिंग सिस्टम से गर्म किया गया पानी टंकी में कम से कम दो दिनों तक गर्म रह सकता है। इससे  इसके अलावा केंद्र के प्रांगण में जल्द ही सोलर लाइटें भी लगाई जाएंगी। वाटर हीटिंग सिस्टम से मेस में खाना बनाने में भी इसी पानी का प्रयोग किया जाएगा। जिससे खाना भी जल्द ही तैयार हो जाएगा। इसके अलावा वाटर हीटिंग सिस्टम के साथ रीप सिस्टम लगने से पानी भी बर्बाद होने से बच जाएगा। यहां पर कृषि प्रशिक्षण के साथ-साथ किसानों को सोलर सिस्टम से होने वाली बचत के बारे में जानकारी देकर सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए भी प्रेरित किया जाएगा। ताकि अधिक से अधिक लोग सोलर सिस्टम का लाभ ले सकें। प्रशिक्षण केंद्र में सोलर सिस्टम लगने से बिजली व पानी की बचत के साथ-साथ विभाग को हर साल लाखों रुपए के राजस्व का भी लाभ होगा।
क्या है वाटर हीटिंग सिस्टम
वाटर हीटिंग सिस्टम छत पर रखी पानी की टंकी पर लगाया जाता है। यह सिस्टम सूर्य की किरणों से ऊर्जा लेकर टंकी के पानी को गर्म कर देता है। इसके अलावा इस सिस्टम के साथ रीप सिस्टम भी लगाया जाता है। रीप सिस्टम सोलर एनर्जी पर बेस्ड सिस्टम है और यह आम सोलर पैनल की तरह नहीं है। आम सोलर पैनल जहां सोलर एनर्जी से बिजली बनाता है और इसे बैटरी में स्टोर करता है, वहीं रीप सिस्टम सूरज की रोशनी से एनर्जी लेकर उसका इस्तेमाल सीधे जमीन के अंदर से पानी को खींचने में करता है। अगर पानी किसी पाइपलाइन के जरिये आ रहा है तो रीप सिस्टम से बिना बिजली खर्च किए उसे ओवरहेड टैंक तक पहुंचाया जा सकता है। जैसे ही टैंक भरेगा, रीप सिस्टम काम करना बंद कर देगा। फिर टैंक से पानी का लेवल कम होने के बाद वह दोबारा काम करना शुरू करेगा और टैंक को फिर भर देगा। इस तरह यह सिस्टम अंडरग्राउंड वॉटर और पाइपलाइन से आ रहे पानी की बर्बादी को भी रोकेगा। इसके इस्तेमाल से पानी व बिजली दोनों की बचत होगी।
सोलर सिस्टम से रोशन होगा हमेटी।
किसान प्रशिक्षण केंद्र में अब लाइट की समस्या नहीं रहेगी। शहर में ओर कहीं लाइट रहे या न रहे, लेकिन हमेटी में लाइट जरूर रहेगी। सोलर सिस्टम लगने से हमेटी में चौबिसों घंटे लाइट रहेगी। हमेटी में बिजली से होने वाले सभी कार्य सोलर सिस्टम पर आधारित होंगे। हमेटी प्रांगण में एनर्जी सेविंग वाली 65 एलईडी सोलर लाइटें लगाई जाएंगी। यह पूरी तरह से आटोमेटीक होंगी। शाम होते ही अपने आप लाइटें जल जाएंगी और सुबह होते ही अपने आप बंद जाएंगी। इस प्रकार हमेटी में सोलर सिस्टम शुरू होने के बाद कोई भी काम प्रभावित नहीं होगा।
ऊर्जा की बचत करना है उद्देश्य
विभाग द्वारा सोलर सिस्टम पर 15 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। प्रशिक्षण केंद्र में सोलर सिस्टम शुरू होने से लाइट व पानी की बचत होगी। जिससे विभाग को हर माह लाखों रुपए की बचत होगी। प्रशिक्षण केंद्र में इस सिस्टम को लगवाने के पीछे उनका उद्देश्य एनर्जी सेविंग करना है। इस योजना को जल्द से जल्द अमल में लाने के लिए सभी कागजी कार्रवाई पूरी कर रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेजी जा चुकी है।
बीएस नैन
डायरेक्टर, हमेटी, जींद


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