रविवार, 26 फ़रवरी 2012

दूसरे राज्यों को कीट प्रबंधन के गुर सिखाएंगी म्हारी महिलाएं

निडाना महिला किसान खेत पाठशाला की 20 प्रशिक्षित महिलाओं ने शुरू की 5 दिवसीय अंतर्राज्यीय यात्रा
नरेंद्र कुंडू
जींद।
मित्र व दुश्मन कीटों की पहचान में महारत हासिल करने वाली निडाना की महिला किसान अब दूसरे राज्यों में भी इस अभियान की अलख जगाने निकल पडी हैं। वीरवार से शुरू हुई इस 5 दिवसीय अंतर्राज्य अनावरण यात्रा के दौरान ये महिला किसान पतंजलि योगपीठ, देहरादुन व हिमाचल में स्थित आॅर्गेनिक रिसर्च सेंटरों का दौरा करेंगी। यहां पर ये महिलाएं प्रशिक्षकों को जैविक खेती के जरूरी टिप्स देंगी। कृषि विभाग द्वारा शुरू की गई इस अनावरण यात्रा में निडाना महिला किसान खेत पाठशाला की 20 प्रशिक्षित महिलाओं को चुना गया है। महिलाओं के इस 5 दिवसीय टूर पर कृषि विभाग द्वारा 60 हजार रुपए खर्च किए जाएंगे। महिलाओं की टीम का नेतृत्व कृषि विभाग के एडीओ डा. सुरेंद्र दलाल व डा. कमल सैनी करेंगे।   
फसलों में बढ़ते कीटनाशकों के इस्तेमाल को रोकने तथा मित्र कीटों की पहचान कर जैविक खेती को बढ़ावा देने की मुहिम अब रफ्तार पकड़ रही है। निडाना महिला किसान खेत पाठशाला की महिला किसान कीट प्रबंधन के क्षेत्र में प्रदेश में धाक जमाने के बाद अब दूसरे राज्यों के किसानों को जैविक खेती के लिए जागरुक करने के लिए निकल चुकी हैं। महिलाओं की इस मुहिम में अब कृषि विभाग भी इनके साथ खड़ा हो गया है। कृषि विभाग ने महिलओं को खेती के  क्षेत्र में पारंगत करने के उद्देश्य से महिला किसान पाठशाला की 20 प्रशिक्षित महिलाओं को वीरवार से 5 दिवसीय अंतर्राज्य अनावरण यात्रा पर भेजा है। इस टूर के माध्यम से महिलाएं भी जैविक खेती की नवीनतम जानकारी हासिल करेंगी तथा आर्गेनिक रिसर्च सेंटर के प्रशिक्षकों को भी कीट प्रबंधन के बारे में बताएंगी। इस यात्रा के दौरान यह महिला किसान पंतजलि योगपीठ के जैविक विविधता एवं औषधिय पार्क, देहरादुन के फोरस्ट रिसर्च इंस्टीच्यूट, कीड़ों के संग्राहलय, आर्गेनिक रिसर्च एंड प्रशिक्षण केंद्र, देहरादुन के रामपुरा गांव स्थित नवधानय आर्गेनिक फार्म, हिमाचल के पौंटा साहिब स्थित बॉयो डायनेमिक वैदिक फार्म, सुबोध अभी  आर्गेनिक फार्म का दौरा करेंगी। यहां पर ये महिलाएं प्रशिक्षकों को फसल में पाए जाने वाले शाकाहारी व मासाहारी कीटों की पहचान कर कीट प्रबंधन के गुर सिखाएंगी। कृषि विभाग द्वारा इस 5 दिवसीय टूर पर 60 हजार रुपए खर्च किए जाएंगे। वीरवार से शुरू हुआ यह टूर 28 फरवरी को ताजेवाला से वापिस जींद पहुंचेगा।
शैक्षणिक  होगा टूर ।
महिलाओं के लिए यह एक शैक्षणिक टूर होगा। इस टूर के दौरान महिला किसान जहां दूसरे प्रशिक्षकों को कीट प्रबंधन के बारे में बताएंगी, वहीं प्रशिक्षकों से उन्हें भी कुछ न कुछ नया सिखने को मिलेगा। इस टूर के दौरान महिलाओं को देहरादुन स्थित आर्गेनिक रिसर्च एंड प्रशिक्षण केंद्र की निदेशक एवं विश्व प्रसिद्ध विज्ञानिक  डा. वंदना के साथ भी मुलाकात करवाई जाएगी। डा. वंदना इन महिला किसानों को जैविक खेती की नवीनतम जानकारियां उपलब्ध करवाएंगी।
 डा. सुरेंद्र दलाल 
एडीओ कृषि विभाग, जींद

5 दिवसीय है टूर
जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए महिला किसान पाठशाला की 20 प्रशिक्षक महिलाओं को 5 दिवसीय टूर पर भेजा गया है। इस टूर के माध्यम से महिला किसान जैविक खेती की नई-नई जानकारियां प्राप्त करेंगी तथा दूसरे राज्यों में स्थित प्रशिक्षण केंद्रों के प्रशिक्षकों से भी कीट प्रबंधन के बारे में अपने विचार सांझा करेंगी।
डा. प्रताप सिंह सब्रवाल
जिला कृषि अधिकार, जींद

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