दूसरी पंचायतों को स्वच्छता का पाठ पढ़ाएगा आईटी विलेज
नरेंद्र कुंडू
जींद। देश की पहली हाईटेक पंचायत बीबीपुर अब गंदगी के खिलाफ विशेष मुहिम छेड़ेगी। पंचायत ने गंदगी को ठिकाने लगाने के लिए ठोस कचरा प्रबंधन का प्रोजेक्ट तैयार किया है। पंचायत द्वारा ठोस कचरा प्रबंधन प्रोजेक्ट पर दो लाख से भी ज्यादा रुपए खर्च किए जाएंगे। पंचायत द्वारा 1 लाख 30 हजार रुपए की लागत से गांव में एक शैड तैयार किया गया है तथा गांव की गंदगी को शैड में डालने के लिए 20 हजार रुपए से रिक्शा खरीदी गई हैं। पंचायत द्वारा प्रोजेक्ट को शत प्रतिशत कारगर बनाने के लिए प्रत्येक घर में एक-एक कूड़ादान रखा जाएगा। प्रत्येक कूड़ादान में दो पार्ट होगे, एक भाग में ज्वलनशील तथा दूसरे भाग में अज्वलनशील कूड़ा एकत्रित किया जाएगा और इसी तरह कूड़े को शैड में डाला जाएगा। शैड में भी ज्वलनशील व अज्वलनशील कूड़े के लिए दो अलग-अलग भाग तैयार किए गए हैं। शैड में एकत्रित इस कूड़े से जो जैविक खाद तैयार होगा उस जैविक खाद को पंचायत अपनी आमदनी का जरिया बनाएगी। पंचातय द्वारा उठाए गए इस कदम से प्रशासन अन्य पंचातयों को भी स्वच्छता का पाठ पढ़ाएगा।
आईटी विलेज बीबीपुर ने इंटरनेट पर धूम मचाने के बाद अब गंदगी के खिलाफ विशेष मुहिम छेड़ी है। गांव की गंदगी को ठिकाने लगाने के लिए पंचायत ने ठोस कचरा प्रबंधन का प्रोजेक्ट तैयार किया है। इसके लिए पंचायत ने गांव में एक शैड तैयार करवाया है, जहां गांव की सारी गंदगी डाली जाएगी। शैड को दो भागों में बांटा गया है। एक भाग में ज्वलनशील तथा दूसरे भाग में अज्वलनशील कचरा डाला जाएगा। योजना को मूर्त रुप देने के लिए पंचातय ने कवायद शुरू कर दी है। इस प्रोजेक्ट के लिए पंचायत ने दो लाख से भी ज्यादा का बजट तैयार किया है। योजना को शत प्रतिशत सफल बनाने के लिए सभी घरों में कूड़ादान रखे जाएंगे। इसके लिए पंचायत ने 300 कूड़ेदान के आॅडर दिए हैं। जैसे ही कूड़ादान गांव में पहुंच जाएंगे, तभी घरों पर कूड़ादान रख दिए जाएंगे। कूड़ादान में भी दो अलग-अलग भाग पार्ट होंगे। एक पार्ट में ज्वलनशील तथा दूसरे पार्ट में अज्वलनशील कूड़ा डाला जाएगा। कूड़े को घर से शैड तक पहुंचाने के लिए 2 सफाई कर्मचारी व एक सुपरवाइजर नियुक्त किया गया है। दोनों सफाई कर्मचारियों को पंचायत द्वारा एक-एक रिक्शा उपलब्ध करवाया गया है। सफाई कर्मचारी हर रोज घर-घर जाकर कूड़ा उठाकर शैड में डालेंगे। योजना में किसी प्रकार की आर्थिक रुकावट आड़े न आए, इसके लिए पंचायत ने प्रत्येक घर से दस-दस रुपए की उगाही की है। इसके अलावा पंचायत द्वारा प्रोजेक्ट पर अपने खाते से लगभग दो लाख रुपए अलग से खर्च किए जाएंगे। शैड में एकत्रित कचरे से जो जैविक खाद तैयार होगा उसे पंचायत अपनी आमदनी का जरिया बनाएगी। पंचायत शैड में तैयार होने वाले जैविक खाद को सरकारी रेट के अनुसर कृषि विभाग को बेचेगी और इससे जो आमदनी होगी उसे आमदनी को दोबारा से इसी प्रोजेक्ट में लगाया जाएगा।
जींद। देश की पहली हाईटेक पंचायत बीबीपुर अब गंदगी के खिलाफ विशेष मुहिम छेड़ेगी। पंचायत ने गंदगी को ठिकाने लगाने के लिए ठोस कचरा प्रबंधन का प्रोजेक्ट तैयार किया है। पंचायत द्वारा ठोस कचरा प्रबंधन प्रोजेक्ट पर दो लाख से भी ज्यादा रुपए खर्च किए जाएंगे। पंचायत द्वारा 1 लाख 30 हजार रुपए की लागत से गांव में एक शैड तैयार किया गया है तथा गांव की गंदगी को शैड में डालने के लिए 20 हजार रुपए से रिक्शा खरीदी गई हैं। पंचायत द्वारा प्रोजेक्ट को शत प्रतिशत कारगर बनाने के लिए प्रत्येक घर में एक-एक कूड़ादान रखा जाएगा। प्रत्येक कूड़ादान में दो पार्ट होगे, एक भाग में ज्वलनशील तथा दूसरे भाग में अज्वलनशील कूड़ा एकत्रित किया जाएगा और इसी तरह कूड़े को शैड में डाला जाएगा। शैड में भी ज्वलनशील व अज्वलनशील कूड़े के लिए दो अलग-अलग भाग तैयार किए गए हैं। शैड में एकत्रित इस कूड़े से जो जैविक खाद तैयार होगा उस जैविक खाद को पंचायत अपनी आमदनी का जरिया बनाएगी। पंचातय द्वारा उठाए गए इस कदम से प्रशासन अन्य पंचातयों को भी स्वच्छता का पाठ पढ़ाएगा।
आईटी विलेज बीबीपुर ने इंटरनेट पर धूम मचाने के बाद अब गंदगी के खिलाफ विशेष मुहिम छेड़ी है। गांव की गंदगी को ठिकाने लगाने के लिए पंचायत ने ठोस कचरा प्रबंधन का प्रोजेक्ट तैयार किया है। इसके लिए पंचायत ने गांव में एक शैड तैयार करवाया है, जहां गांव की सारी गंदगी डाली जाएगी। शैड को दो भागों में बांटा गया है। एक भाग में ज्वलनशील तथा दूसरे भाग में अज्वलनशील कचरा डाला जाएगा। योजना को मूर्त रुप देने के लिए पंचातय ने कवायद शुरू कर दी है। इस प्रोजेक्ट के लिए पंचायत ने दो लाख से भी ज्यादा का बजट तैयार किया है। योजना को शत प्रतिशत सफल बनाने के लिए सभी घरों में कूड़ादान रखे जाएंगे। इसके लिए पंचायत ने 300 कूड़ेदान के आॅडर दिए हैं। जैसे ही कूड़ादान गांव में पहुंच जाएंगे, तभी घरों पर कूड़ादान रख दिए जाएंगे। कूड़ादान में भी दो अलग-अलग भाग पार्ट होंगे। एक पार्ट में ज्वलनशील तथा दूसरे पार्ट में अज्वलनशील कूड़ा डाला जाएगा। कूड़े को घर से शैड तक पहुंचाने के लिए 2 सफाई कर्मचारी व एक सुपरवाइजर नियुक्त किया गया है। दोनों सफाई कर्मचारियों को पंचायत द्वारा एक-एक रिक्शा उपलब्ध करवाया गया है। सफाई कर्मचारी हर रोज घर-घर जाकर कूड़ा उठाकर शैड में डालेंगे। योजना में किसी प्रकार की आर्थिक रुकावट आड़े न आए, इसके लिए पंचायत ने प्रत्येक घर से दस-दस रुपए की उगाही की है। इसके अलावा पंचायत द्वारा प्रोजेक्ट पर अपने खाते से लगभग दो लाख रुपए अलग से खर्च किए जाएंगे। शैड में एकत्रित कचरे से जो जैविक खाद तैयार होगा उसे पंचायत अपनी आमदनी का जरिया बनाएगी। पंचायत शैड में तैयार होने वाले जैविक खाद को सरकारी रेट के अनुसर कृषि विभाग को बेचेगी और इससे जो आमदनी होगी उसे आमदनी को दोबारा से इसी प्रोजेक्ट में लगाया जाएगा।
पंचायत के राजस्व में होगी बढ़ोतरी
ठोस कचरा प्रबंधन से गांव की गंदगी खत्म होगी और तभी गांव सही मायने में निर्मल गांव बन पाएगा। गंदगी के साथ-साथ गांव से बीमारियां भी खत्म होंगी। पंचायत द्वारा उठाए गए इस कदम से सरकार द्वारा शुरू करवाए गए सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान को भी गति मिलेगी। इस प्रोजेक्ट के शुरू होने से जहां गांव से गंदगी मिटेगी, वहीं यह प्रोजेक्ट पंचायत के लिए आमदनी का जरिया भी बनेगा। कूड़े से जैविक खाद तैयार कर सरकारी रेट पर कृषि विभाग को बेचा जाएगा। इससे पंचातय के राजस्व में बढ़ोतरी होगी।
सुनील जागलान, सरपंच
ग्राम पंचायत बीबीपुर, जींद
सुनील जागलान, सरपंच
ग्राम पंचायत बीबीपुर, जींद
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