गुरुवार, 19 अप्रैल 2012

केजीबीवी स्कूलों में जल्द शुरू होंगी स्मार्ट क्लास

प्रदेश में सरकारी स्कूलों में स्मार्ट क्लास शुरू करने वाला पहला जिला होगा जींद

नरेंद्र कुंडू
जींद।
‘ज्ञानेन शोभतेश्ण’ के नारे को साकार करने के लिए अब कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों को हाईटेक बनाने की योजना तैयार की गई है। योजना के तहत उचाना के खेड़ी सफा व नरवाना के फुलिया खुर्द दोनों कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (केजीबीवी) जल्द ही स्मार्ट क्लास रूम से सुसज्जित होंगे। सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए सर्व शिक्षा अभियान ने यह कदम उठाया है। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में स्मार्ट क्लास शुरू करने वाला प्रदेश का यह पहला जिला है। इन स्कूलों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए अंबाला मुख्यालय से जोड़ा जाएगा। एनिमेशन के जरिए कठिन चैप्टर भी बच्चों को समझने में आसानी होगी। इससे इन स्कूलों में शिक्षा में काफी सुधार होगा। एसएसए ने इन स्कूलों में स्मार्ट क्लास शुरू करने के इसके लिए हरी झंडी दे दी है।
प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर अब कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय भी स्मार्ट क्लास रूम से सुसज्जित होंगे। इस योजना की शुरूआत प्रदेश में सबसे पहले जींद जिले के उचाना के खेड़ी सफा व नरवाना के फुलिया खुर्द स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय से की जाएगी। प्रदेश में सरकारी स्कूलों में स्मार्ट क्लास शुरू करने वाला यह प्रदेश का पहला जिला है। आने वाले दो-तीन माह में इन स्कूलों को स्मार्ट क्लास रूम की सौगात मिल जाएगी। एसएसए द्वारा उठाए गए इस कदम से इन स्कूलों के स्तर में काफी सुधार आएगा। प्रदेश में सूचना एवं प्रौद्योगिकी के दौर को देखते हुए एसएसए ने यह कदम उठाया है। इन स्कूलों में पढ़ने वाली छात्राएं इसी वर्ष से स्मार्ट क्लास का लाभ ले सकेंगी। सर्व शिक्षा अभियान ने इसके लिए हरी झंडी दे दी है। छठी से दसवीं कक्षा के सिलेबस आडियो व वीडियो विजुअल मोड में स्क्रीन पर उपलब्ध होंगे। एनिमेशन के जरिए कठिन चैप्टर भी  छात्राओं को समझने में आसानी होगी। एसएसए द्वारा उठाए गए इस कदम का मुख्य उद्देश्य आर्थिक तंगी या अन्य किसी परेशानी के चलते पढ़ाई छोड़ चुकी इन छात्राओं को समाज की मुख्य धारा से जोड़ना है। योजना को सिरे चढ़ाने के लिए गत दिनों अतिरिक्त उपायुक्त अरविंद मलहान ने जिले में चल रहे स्मार्ट क्लास वाले स्कूलों का दौरा भी किया है। स्मार्ट क्लास के जरिए इन स्कूलों को अंबाला से जोड़ा जाएगा। अंबाला में बैठे विशेषज्ञ छात्राओं को समय-समय पर शिक्षा में होने वाले नए-नए प्रयोगों की जानकारी उपलब्ध करवाएंगे।
कौशल का मिलेगा प्रशिक्षण
नए शिक्षा सत्र से कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में पढ़ने वाले छात्राओं को अंग्रेजी पर पकड़ बनाने के लिए उच्चारण कौशल का भी विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के दौरान छात्राओं को कंप्यूटर शिक्षा की बारीकियों से भी अवगत कराया जाएगा। एसएसए का मकसद प्रशिक्षण कार्यक्रम के जरिए छात्राओं को कौशल दक्षता में पारंगत बनाना है।
कैसा होगा स्मार्ट स्कूल
स्मार्ट स्कूल पूरी तरह है टेक्नो लेवल पर डवलप होता है। इसमें क्लास रूम आॅडियो-वीडियो सुविधाओं वाला होगा। स्मार्ट क्लास रूम कम्प्यूटराइज होगा। इसे इंटनेट के माध्यम से अन्य कार्यालयों से जोड़ा जाएगा। छात्राएं स्मार्ट क्लास के माध्यम से स्कूल व पढ़ाई से जुड़ी सभी जानकारी आन लाइन ले सकेंगी। स्कूल में पढ़ाने वाले टीचर्स भी आईटी एक्सपर्ट होंगे। इससे छात्राएं समय-समय पर पढ़ाई के क्षेत्र में आने वाली सभी नवीनतम जानकारियां उपलब्ध कर सकेंगी।
सरकारी खर्चे पर हाईटेक शिक्षा
केजीबीवी विद्यालयों में स्मार्ट क्लास शुरू करने पर विचार किया जा रहा है। अगर यह योजना सिरे चढ़ती है तो प्रदेश में जींद जिला सबसे पहला ऐसा जिला है जहां सरकारी स्कूल में ई-क्लास रूम शुरू किए जाएंगे। इन स्कूलों में ई-स्मार्ट क्लास रूम शुरू होने से छात्राएं समय-समय पर शिक्षा के क्षेत्र में होने वाली गतिविधियों की जानकारी लेकर अपडेट हो सकेंगी। योजना को मूर्त रूप मिलते ही सरकारी खर्च पर इन स्कूलों की छात्राएं स्मार्ट क्लास रूम में शिक्षा हासिल कर सकेंगी।
भीम सैन भारद्वाज, जिला परियोजना अधिकारी
एसएसए, जींद

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