मंगलवार, 1 मई 2012

रंग लाने लगी हाइटेक पंचायत की ऊर्जा संरक्षण मुहिम

ऊर्जा संरक्षण मुहिम से पंचातय को हर वर्ष होगी तीन लाख यूनिट बिजली की बचत

नरेंद्र कुंडू
जींद।
हाइटेक पंचायत बीबीपुर द्वारा शुरू की गई ऊर्जा संरक्षण की मुहिम रंग लाई है। पंचायत द्वारा गांव में ऊर्जा संरक्षण के लिए एक विशेष मुहिम शुरू की गई है। इस मुहिम को सफल बनाने के लिए पंचायत ने गांव में 2700 सीएफएल ट्यूब लाइट लगवाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। पंचायत ने इस लक्ष्य को पूरा करने के लिए गांव में शुरू की गई ऊर्जा संरक्षण मुहिम के तहत 100 वॉट के 1713 बल्बों को हटवाकर उनके स्थान पर 20 वॉट की 1713 सीएफएल ट्यूब लगवा दी हैं। गांव में 100 वॉट के बल्बों की जगह 20 वॉट की 1713 सीएफएल लगने के बाद गांव में हर माह लगभग 25 हजार यूनिट बिजली की खपत में कमी आई है। इस प्रकार पंचायत द्वारा एक वर्ष में लगभग तीन लाख यूनिट बिजली की बचत की जाएगी। जिससे पंचायत को हर वर्ष लगभग नौ लाख रुपए की बचत होगी। जिस कारण पंचायत हाईटेक पंचायत का दर्जा हासिल करने के बाद ऊर्जा संरक्षण के मामले में भी देश में अपनी अलग पहचान बना लेगी।
आईटी विलेज बीबीपुर की पंचातय द्वारा शुरू की गई ऊर्जा संरक्षण मुहिम रंग लाने लगी है। पंचातय द्वारा शुरू की गई ऊर्जा संरक्षण मुहिम से जहां बिजली निगम को हर वर्ष लाखों यूनिट बिजली की बचत होगी, वहीं बिल में कमी होने के कारण ग्रामीणों को भी लाखों रुपए की बचत होगी। पंचायत ने ऊर्जा संरक्षण अभियान के तहत गांव में 2700 सीएफएल ट्यूब लगवाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। अपनी इस मुहिम को सफल बनाने के लिए पंचायत ने गांव में सर्वे के लिए चार टीमें तैयार की हैं। लगभग 70 विद्यार्थियों को गांव में सर्वे का कार्यभार सौंपा गया है। सर्वे टीम के सदस्य ग्रामीणों को ऊर्जा संरक्षण के लिए जागरुक कर रहे हैं। यह सर्वे टीम की मेहनत का ही परिणाम है कि टीम ने गांव में 100 वॉट के 1713 बल्बों को हटवाकर उनके स्थान पर 20 वॉट की सीएफएल ट्यूब लाइट लगवा दी हैं। 1713 सीएफएल लगने के बाद गांव में हर माह लगभग 25 हजार यूनिट बिजली की खपत में कमी आएगी। इस प्रकार गांव में एक वर्ष में लगभग तीन लाख बिजली यूनिट की खपत में कमी आएगी। जिससे पंचायत को लगभग हर वर्ष 9 लाख रुपए की बचत होगी। 

ऊर्जा संरक्षण के लिए पंचायत द्वारा उठाए गए कदम

1.    स्वच्छता अभियान में सहयोग देने वाले 31 प्रतिभागियों को पंचायत की तरफ से 25 हजार रुपए के ईनाम के रूप में सौलर लालटेन वितरित की गई हैं।
2.    15 अगस्त व 26 जनवरी को सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा परीक्षा में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों को सौलर लालटेन वितरित की गई हैं।
3.    ऊर्जा संरक्षण विषय पर गांव में दो बार संगोष्ठी का आयोजन किया जा चुका है, जिसमें पहले तीन स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को भी सौलर लालटेन ईनाम के रूप में दी गई हैं।
4.    ग्रामीणों में जागरुकता फैलाने के लिए गांव में अक्षय ऊर्जा विभाग की तरफ से प्रदर्शनी का आयोजन करवाया गया है।
5.    गांव में 6-7 गोबर गैस प्लांट लगाने की योजना तैयार की जा रही है।
6.    गांव के स्कूल में रेन कंजर्वेशन एंड हायर्वेस्टींग सिस्टम लगाया गया है।
7.    फेसबुक पर सौलर उपकरणों से संबंधित व ऊर्जा संरक्षण से जुड़ी बातों को शेयर किया जाता है।
8.    गांव में पीआरआई स्कीम के तहत साढ़े तीन लाख रुपए की राशि से सीएफएल ट्यूब लाइट खरीद कर दी गई हैं।
9.    गांव के जो बच्चे ऊर्जा संरक्षण में सहयोग कर रहे हैं, उन बच्चों के नाम गांव की चौपाल में ‘गांव के सितारे’ के रूप में लिखे जाते हैं।
10.    गांव में ऊर्जा संरक्षण की जागरुकता फैलने से पहले व बाद में हुई बिजली की खपत की फीडर से रिपोर्ट मांगी गई है।

ऊर्जा संरक्षण संरक्षण जरुरी 

दिन-प्रतिदिन ऊर्जा की बढ़ती खपत के कारण ऊर्जा के हमारे प्राकृतिक स्त्रोतो सिकुड रहे हैं। जिस कारण भविष्य में हमारे सामने ऊर्जा संकट पैदा हो सकता है। ऊर्जा की खपत को देखते हुए ऊर्जा संरक्षण आज हमारे लिए बहुत जरुरी हो गया है। ऊर्जा संरक्षण को हमें अपनी आदत में शामिल करना चाहिए। ताकि भविष्य में हमारे सामने ऊर्जा संकट पैदा न हो सके। हमें ऊर्जा की बचत करने के लिए ज्यादा से ज्यादा सौलर उपकरणों तथा घरों में बल्बों के स्थान पर सीएफएल ट्यूब लाइट का प्रयोग करना चाहिए। ताकि अधिक से अधिक ऊर्जा की बचत की जा सके।
सुनील जागलान, सरपंच
ग्राम पंचायत बीबीपुर, जींद

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