रविवार, 13 मई 2012

अब जिला पुस्तकालयों की कमान जनसंपर्क विभाग के हवाले

नरेंद्र कुंडू
जींद। उच्चतर शिक्षा विभाग की देखरेख में चल रहे पुस्तकालयों में पाठकों की घटती संख्या को देखते हुए सरकार ने राज्य केंद्रीय पुस्तकालय, जिला पुस्तकालय व उपमंडल स्तर पर चल रहे पुस्तकालयों की कमान लोक जनसूचना एवं सांस्कृतिक विभाग (डीपीआईआर) के हाथों में सौंपने का निर्णय लिया है। अब इन पुस्तकालयों में पाठकों का जुगाड़ करने की जिम्मेदारी लोक जनसूचना एवं सांस्कृतिक विभाग को करनी होगी। सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम के बाद अब डीपीआईआर के कर्मचारी पुस्तकालयों में पाठकों की संख्या बढ़ाने के लिए सरकारी योजनाओं के प्रचार के साथ-साथ गांवों में जाकर पुस्तकालयों के महत्व के बारे में भी प्रचार करेंगे। पुस्तकालयों में व्यवस्था बनाए रखने के लिए सरकार द्वारा अलग से कर्मचारियों की नियुक्ती की जाएगी। उच्चतर शिक्षा विभाग ने फिलहाल पुस्तकालयों में काम कर रहे कर्मचारियों से पत्र लिखकर उनके स्थानांतरित के लिए आपशन मांगा है।
कर्मचारियों से मांगे गए हैं आपशन
सरकार के इस निर्णय के बाद महानिदेशक उच्चतर शिक्षा विभाग ने सभी पुस्तकालय के कर्मचारियों को पत्र लिखकर उनके स्थानांतरित के आपशन मांगें हैं। महानिदेशक उच्चतर शिक्षा विभाग द्वारा जिला जींद पुस्तकालय के कर्मचारियों को लिखे पत्र क्रमांक 9/16-2009 पु./(4) में उनसे जवाब मांगा है कि वे उच्चतर शिक्षा विभाग हरियाणा में रहना चाहते हैं या डीपीआईआर में जाना चाहते हैं। डीपीआईआर को यह जिम्मेदारी सौंपने के बाद पुस्तकालयों के लिए पाठकों की संख्या की व्यवस्था बनाने की जिम्मेदारी डीपीआईआर के कर्मचारियों की होगी।

क्यों सौंपी डीपीआईआर को पुस्तकालयों की जिम्मेदारी

उच्चतर शिक्षा विभाग के सानिध्य में राज्य केंद्रीय पुस्तकालय, जिला पुस्तकालय व उपमंडल स्तर पर चल रहे पुस्तकालयों में कम हो रही पाठक संख्या को बढ़ाने के लिए सरकार ने यह निर्णय लिया है। क्योंकि जन कल्याणकारी नीयितों के प्रचार-प्रसार की जिम्मेदारी डीपीआईआर के कर्मचारियों की होती है। डीपीआईआर के कर्मचारी जनता व सरकार  के बीच एक कड़ी का काम करते हैं और इनके पास लोगों के बीच जाकार प्रचार करने के सभी साधन उपलब्ध होते हैं। डीपीआईआर के कर्मचारी जन कल्याणकारी नीतियों के प्रचार-प्रसार के साथ-साथ लोगों के बीच जाकार पुस्तकालयों के महत्व के बारे में प्रचार-प्रसार कर सकेंगे। इससे पुस्तकालयों में पाठकों की संख्या में बढ़ोतरी होगी। इसलिए सरकार ने डीपीआईआर को यह जिम्मेदारी सौंपी है।
फिलहाल क्या है पुस्तकालय में व्यवस्था
जिला पुस्तकालय में इस वक्त 43487 पुस्तकें मौजूद हैं। इन किताबों में जनरल नालेज, धार्मिक, स्वास्थ्य वर्धक, ग्रंथ, साहित्य, इतिहास, मनोरंजक व अन्य सभी प्रकार की पुस्तकें मौजूद हैं। पुस्तकों के अतिरिक्त पुस्तकालय में 14 मैगजिन व 12 अखबार आते हैं। इस वक्त जिला पुस्तकालय के पास 3469 मैम्बर हैं। इन मैम्बरों में विद्यार्थियों व सीनियर सिटीजन के अलावा 40 से 50 घरेलू महिलाएं तथा 80 से 90 छात्राएं भी   पुस्तकालय की मैम्बर हैं। युवाओं को रोजगार संबंधी जानकारी उपलब्ध करवाने के लिए रोजगार समाचार की व्यवस्था भी है।

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