मंगलवार, 20 नवंबर 2012

चली आओ म्हारे देश 'लाडो'


गर्भ में मारी गई अजन्मी कन्याओं की आत्मा की शांति के लिए हवन में आहुति डालकर दिलवाते हैं शपथ 

नरेंद्र कुंडू 
जींद। कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए लोगों को जागरूक करने के अलावा जिले के युवाओं द्वारा एक अनोखी मुहिम शुरू की गई है। 'बेटी बचाओ सृष्टि बचाओ अभियान' के तहत युवाओं द्वारा लोगों को कन्या भ्रूण हत्या नहीं करवाने के लिए जागरूक करने के लिए जागरूकता रैली निकाली जाती है। रैली के समापन पर गर्भ में मारी गई अजन्मी कन्याओं की आत्मा की शांति के लिए लोगों से हवन में आहुति डलवाकर उन्हें कन्या भ्रूण हत्या नहीं करवाने की शपथ दिलवाई जाती है। इस मुहिम की खास बात यह है कि अधिक से अधिक लोगों को इस मुहिम से जोडऩे के लिए इसमें किसी व्यक्ति विशेष का प्रचार नहीं कर 'आप और हम' के स्लोगन के साथ इसे आगे बढ़ाया जा रहा है। जींद जिले में इस अभियान को सफल बनाने के बाद इनका अगला टारगेट प्रदेश स्तर पर इस अभियान को चलाकर पूरे प्रदेश में अपनी टीमें तैयार करना है।  
 शहर में रैली निकाल कर लोगों का जागरूक करते युवा
'लाडो' को बचाने के लिए जिले में पिछले काफी समय से मुहिम चली हुई है। भिन्न-भिन्न सामाजिक संगठनों व संस्थाओं द्वारा कार्यक्रमों का आयोजन कर भ्रूण हत्या को रोकने के लिए लोगों को जागरूक करने का काम किया जा रहा है। कई सामाजिक संस्थाओं द्वारा तो कन्या भ्रूण हत्या की इस मुहिम को कारगर बनाने के लिए सोशल साइटों को भी हथियार बनाया गया है लेकिन इन कार्यक्रमों में कहीं न कहीं किसी व्यक्ति विशेष का नाम जुड़ा होने के कारण लोग इस सामाजिक कार्य को भी उस व्यक्ति के पर्सनल हित के साथ जोड़कर देखते हैं। अजन्मी कन्या को बचाने की इस मुहिम में लोगों को व्यक्तिगत हित नजर आने के कारण लक्ष्य से इनका निशाना चुक जाता है। लेकिन अब जिले के युवाओं ने लाडो को बचाने की इस मुहिम को अपने लक्ष्य तक पहुंचाने के लिए अलग रास्ता अपनाया है। इसके लिए जिले में 'बेटी बचाओ सृष्टि बचाओ अभियान' चलाया गया है। इस अभियान से जुड़े युवाओं द्वारा किसी व्यक्ति विशेष को महत्व न देकर 'आप और हम' के स्लोगन के साथ इस मुहिम को आगे बढ़ाया जा रहा है। इस अभियान के तहत कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए गांवों, कस्बों व शहरों में लोगों से संपर्क साधा जा रहा है। लोगों को जागरूक करने के लिए पहले तो जागरूकता रैली निकाली जाती है और रैली के समापन के बाद गर्भ में मारी गई कन्याओं की आत्मा की शांति के लिए हवन का आयोजन किया जाता है। हवन में लोगों से आहुति डलवाकर उन्हें कन्या भ्रूण हत्या नहीं करवाने की शपथ दिलवाई जाती है। इस अभियान से जुड़े युवाओं का मानना है कि उनका उद्देश्य अपनी व्यक्तिगत पहचान बनाना नहीं है। उनका उद्देश्य तो इस सामाजिक बुराई को जड़ से मिटाना है। इनका मानना है कि एक दिन इस मसले पर कार्यक्रम का आयोजन करने से यह बुराई मिटने वाली नहीं है। इसके लिए तो गली-गली, गांव-गांव जाकर लोगों को जागरूक करना होगा। इन युवाओं द्वारा जींद, नरवाना व पिल्लुखेड़ा हलकों में जागरूकता रैली निकालकर हजारों लोगों को इस मुहिम के साथ जोड़ा है। इसके अलावा इन युवाओं द्वारा गांवों में युवा संगठनों का गठन किया जा रहा है और संगठन के सदस्यों को उनके क्षेत्र में कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए जिम्मेदारी सौंपी जा रही है। जिले के सभी हलकों में अपनी टीम तैयार करने के बाद इनका अगला टारगेट पूरे प्रदेश में जागरूकता रैलियां निकाल कर अपनी टीम तैयार करना है। 

कन्या के हत्यारों को पकड़ वालों को मिलेगा 50 हजार का ईनाम

बेटी बचाओ सृष्टी बचाओ अभियान से जुड़े इन युवाओं ने कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए कन्या भ्रूण हत्या करवाने वालों को पकड़वाने वालों के लिए ईनाम की घोषणा भी की गई है। कन्या के हत्यारों को पकड़वाने वालों को इन युवाओं द्वारा 50 हजार रुपए का ईनाम दिया जाएगा। 


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