प्रतिबंध दवाइयां बेचने वाले मैडीकल स्टोर संचालकों के खिलाफ विभाग ने खोला मोर्चा


एक दर्जन से ज्यादा लाइसैंस किए रद्द 

नरेंद्र कुंडू 
जींद। ड्रग कंट्रोल विभाग ने जिले में नशे के खिलाफ विशेष मुहिम छेड़ी है। विभाग द्वारा इस मुहिम के तहत मैडीकल स्टोरों पर प्रतिबंधित दवाइयां बेचते हुए पकड़े जाने वाले स्टोर संचालकों के लाइसैंस रद्द किए जा रहे हैं। विभाग ने इस कड़ी के तहत अभी तक एक दर्जन से ज्यादा मैडीकल स्टोर संचालकों के लाइसैंस रद्द कर उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की है। इसके अलावा विभाग द्वारा झोला छाप डाक्टरों पर भी शिकंजा कसा है।
मैडीकल स्टोरों पर नशीली व प्रतिबंधित दवाइयां बेचने वाले मैडीकल स्टोर संचालकों को सबक सिखाने के लिए ड्रग कंट्रोल विभाग द्वारा सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। विभाग द्वारा शुरू की गई इस मुहिम का मुख्य उद्देश्य नशीली दवाइयों की बिक्री पर रोक लगाकर जिले को नशा मुक्त बनाना है। जिला कंट्रोल विभाग द्वारा सीनियर ड्रग कंट्रोल अधिकारी परङ्क्षजद्र ङ्क्षसह के निर्देशानुसार यह अभियान चलाया गया है। विभागीय अधिकारियों से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार अभी तक विभाग ने अपने इस अभियान के तहत मैडीकल स्टोर पर नशील दवाइयां बेचते पाए जाने पर 12 से अधिक मैडीकल स्टोरों के लाइसैंस रद्द किए हैं। लाइसैंस रद्द करने के अलावा कई मैडीकल स्टोर संचालकों के खिलाफ तो अधिकारियों ने विभागीय कार्रवाई भी की है। इसके अलावा शहर के गोहाना रोड पर स्थित 2 मैडीकल स्टोर संचालकों के खिलाफ लगातार मिल रही शिकायतों के आधार पर दोनों मैडीकल स्टोरों को बंद करवा दिया है।

झोला छाप डाक्टरों पर भी कसा शिकंजा

ड्रग कंट्रोल विभाग ने जिले में झोला छाप डाक्टरों पर भी अपना शिकंजा कसना शुरू किया है। इसके लिए विभाग द्वारा टीम तैयार कर समय-समय पर ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा किया जा रहा है। विभाग द्वारा इस मुहिम के तहत रामराये गांव में पकड़े गए एक झोला छाप डाक्टर के खिलाफ ड्रग एक्ट 27 के तहत मामला दर्ज किया गया है। विभाग द्वारा शुरू की गई इस मुहिम से झोला छाप डाक्टरों में हड़कंप मचा हुआ है।

विभाग द्वारा मैडीकल स्टोरों पर प्रतिबंधित व नशीली दवाइयां बेचने वाले स्टोर संचालकों पर नकेल कसने के लिए यह अभियान चलाया गया है। कई मैडीकल स्टोर संचालक स्टोर की आड़ में अपना नशीली दवाइयों का कारोबार चला रहे थे। इसके अलावा विभाग द्वारा लोगों की सेहत के साथ खिलवाड़ करने वाले झोला छाप डाक्टरों पर भी शिकंजा कसा जा रहा है। नियमों की उल्लंघना करने वालों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी की जा रही है।
डा. सुरेश चौधरी
जिला ड्रग कंट्रोल अधिकारी

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