गुरुवार, 20 फ़रवरी 2014

पुलिस के लिए नकली करंसी के सरगना तक पहुंचना बड़ी चुनौती

अंतर्राष्ट्रीय गिरोह के साथ जुड़े हो सकते हैं आरोपियों के तार
पिछले 5-6 माह से जींद में चल रहा था नकली करंसी का कारोबार

नरेंद्र कुंडू
जींद।जींद पुलिस ने पश्चिम बंगाल से जींद में नकली करंसी के सप्लायर को गिरफ्तार करके भले ही शहर में चल रहे नकली करंसी के बड़े कारोबार का पर्दाफाश कर दिया हो लेकिन इस मामले में पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती नकली करंसी के इस कारोबार के मुख्य सरगना तक पहुंचना है। क्योंकि जींद में नकली नोटों की सप्लाई करते जींद पुलिस के हत्थे चढऩे वाला सप्लायर पश्चिम बंगाल से है। जींद में चल रहे नकली नोटों के कारोबार के तार पश्चिम बंगाल से जुड़ जाने के बाद इस कारोबार में अंतर्राष्ट्रीय गिरोह का हाथ होने की संभावनाएं भी काफी बढ़ गई हैं। क्योंकि पश्चिम बंगाल के रास्ते बांगला देश से भारत में नकली करंसी की सप्लाई की घटनाएं अक्सर सामने आती रहती हैं। शनिवार देर सायं शहर के पटियाला चौक से जींद पुलिस के हत्थे चढ़े पश्चिम बंगाल निवासी विक्रम सरकार को पुलिस ने अदालत में पेश कर 12 दिन के रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस रिमांड के दौरान आरोपी से इस कारोबार के मुख्य सरगना के बारे में पूछतात करेगी।

9 फरवरी को पुलिस के हत्थे चढ़े दोनों आरोपियों ने रिमांड के दौरान खोला राज

जींद पुलिस ने 9 फरवरी को जींद शहर से नकली नोट चलाते 2 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया था। इनमें एक आरोपी की पहचान गांव गुराना जिला हिसार निवासी सतेंद्र तथा दूसरे आरोपी की पहचान जींद की शिवपुरी कालोनी निवासी रोशन के रूप में हुई थी। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने के बाद रिमांड पर लिया था। रिमांड के दौरान गांव गुराना निवासी सतेंद्र ने पुलिस के सामने पूरा राज खोल दिया। सतेंद्र ने पुलिस को बताया कि 16 फरवरी को इस मामले में उनकी एक बड़ी डिल होने वाली है। सतेंद्र ने बताया कि इस दिन पश्चिम बंगाल से इनके पास नकली करंसी की एक बड़ी खेप पहुंचेगी। पुलिस ने सूचना के आधार पर एक टीम का गठन कर मामले की निगरानी शुरू कर दी। शनिवार देर सायं पश्चिम बंगाल निवासी विक्रम सरकार ट्रेन से जींद पहुंचा और यहां से बताए गए स्थान पटियाला चौक पर पहुंच गया। यहां पहले से ही तैनात पुलिस के जवानों ने विक्रम को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। तलाशी लिए जाने के पर पुलिस को विक्रम के कब्जे से 2 लाख की करंसी बरामद हुई।

पिछले 5-6 माह से चल रहा था नकली करंसी का कारोबार

जींद में पिछले 5-6 माह से नकली करंसी का कारोबार चल रहा था लेकिन पुलिस को इसकी कानो-कान खबर नहीं थी। नकली करंसी के कारोबार में जुड़े सतेंद्र तथा रोशन बड़े शातिर तरीके से इस कारोबार की जड़ें जींद में जमाने में लगे हुए थे। दोनों आरोपी पहले दुकानों से सामान खरीदे और सामन की पेमैंट में कुछ नोट नकली मिला कर दुकानदार को दे देते। इसके अलावा लोगों से रुपए खुल्ले करवाने के नाम पर भी यह लोग रुपए खुल्ले करने वाले व्यक्ति को नकली नोट दे देते थे।

2 बार पहले भी हो चुकी है डिलिंग

पुलिस पूछताछ में सतेंद्र तथा रोशन ने खुलासा किया कि पश्चिम बंगाल निवासी विक्रम के साथ इससे  पहले उनकी 2 बार भी नकली करंसी की डिलिंग हो चुकी है। इससे पहले दोनों बार उनके बीच छोटी-छोटी डिलिंग ही हुई थी। दोनों बार सही तरीके से डिलिंग होने के बाद ही उन्होंने आगे बड़ी डिलिंग की प्लानिंग बनाई थी।

20 से 25 प्रतिशत में होती थी नकली करंसी की डिलिंग

सतेंद्र तथा रोशन ने पूछताछ में बताया कि पश्चिम बंगाल से नकली करंसी लेकर आने वाले विक्रम तथा उनके बीच 25 से 30 प्रतिशत में नकली करंसी की डिलिंग होती थी। 50 हजार नकली करंसी के बदले वह विक्रम को 35 हजार का भुगतान करते थे।

यह थे पुलिस टीम में शामिल

नकली नोटों के सप्लायर को गिरफ्तार करने के लिए गठित की गई टीम में सब इंस्पैक्टर सुरेंद्र कुमार, ए.एस.आई. सुरजीत ङ्क्षसह, हवलदार बलराज, जगदीप, तेजबीर तथा सिपाही कुलदीप ङ्क्षसह शामिल थे।

अंतर्राष्ट्रीय गिरोह के साथ जुड़े हो सकते हैं तार

पुलिस ने नकली करंसी के सप्लायर पश्चिम बंगाल निवासी विक्रम को अदालत से रिमांड पर पर लिया है। रिमांड के दौरान पुलिस आरोपी से यह पूछताछ करेगी कि यह कहां से नकली करंसी लेकर आता था और इसका मुख्य सरगना कौन है। पश्चिम बंगाल से इस मामले के तार जुडऩे के बाद इस मामले में अंतर्राष्ट्रीय गिरोह के हाथ होने की संभावनाएं भी बढ़ गई हैं। इसलिए पुलिस इस मामले की तह तक जाने का प्रयास करेगी।
धर्मबीर सिंह पूनिया
पुलिस टीम के साथ मौजूद नकली करंसी चलाने के आरोपी।

डी.एस.पी., जींद






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