शनिवार, 17 मई 2014

...और आसान हुई रामकिशन की वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज करवाने की डगर

कुरुक्षेत्र म्यूजियम के प्रतिनिधि ने किया विश्वकीर्तिमान के लिए निर्मित केतली का निरीक्षण

नरेंद्र कुंडू 
जींद। कस्बे के गांव कालवा निवासी मूर्ति कलाकार मास्टर रामकिशन द्वारा वर्ल्ड रिकार्ड के लिए तैयार की गई आठ फीट की केतली के निरीक्षण के लिए रविवार को कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी के धरोहर म्यूजियम का एक प्रतिनिधि तथा सफीदों से नोटरी पब्लिक  कालवा पहुंचे और कालवा में निर्मित इस विश्वकीर्तिमान का निरीक्षण किया। मास्टर रामकिशन द्वारा वर्ल्ड रिकार्ड के लिए तैयार की गई आठ फीट की केतली को देखकर धरोहर म्यूजियम के सुपरवाइजर डॉ. कुलदीप आर्य तथा नोटरी पब्लिक एडवोकेट विजय ने मास्टर रामकिशन की पीठ थपथपाते हुए उनकी इस कलाकारी को वर्ल्ड रिकार्ड के योग्य बताया। दोनों अधिकारियों ने मास्टर रामकिशन के नाम यह रिकार्ड दर्ज करवाने के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स लंदन के लिए अपनी गवाही देने की सहमती भी दे दी। म्यूजियम के सुपरवाइजर तथा नोटरी पब्लिक द्वारा केतली के निरीक्षण के बाद वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज करवाने के लिए गवाह के तौर पर सहमति दिए जाने के बाद वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज करवाने की मास्टर रामकिशन की यह डगर अब काफी आसान हो गई है। रामकिशन वल्र्ड रिकार्ड में नाम दर्ज करवाने से महज चंद कदम की दूरी पर है।

6 घंटे में तैयार की 8 फीट की चाय की केतली

डीएवी स्कूल थर्मल (पानीपत) में फाइन आर्ट के अध्यापक के तौर पर कार्य कर रहे गांव कालवा निवासी मास्टर रामकिशन ने छह घंटे की मेहनत के बाद आठ फीट दो इंच तथा 40 किलोग्राम की चाय की केतली तैयार की है। रामकिशन ने छह घंटे में आठ फीट दो इंच की चाय की केतली तैयार कर चाइना के रिकार्ड को तोड़ दिया है। इससे पहले हस्तकला में यह रिकार्ड चाइना के नाम था। चाइना के सनबाओ क्सू ने 2006 में 5 फुट 10 इंच ऊंची तथा 60 किलोग्राम की केतली बनाकर यह रिकार्ड अपने नाम किया था।

12 सप्ताह तक गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स लंदन को भेजना है पूरा रिकार्ड

मास्टर रामकिशन द्वारा गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स लंदन में आठ फीट की केतली के निर्माण का रिकार्ड अपने नाम करवाने के लिए 12 सप्ताह के अंदर-अंदर पूरा रिकार्ड तैयार कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड्स लंदन को भेजना है। इसके लिए रामकिशन को केतली के निर्माण पूरी वीडियो रिकर्डिंग, नोटरी पब्लिक तथा आर्ट से सम्बंधित एक अधिकारी की गवाही की सभी औपचारिकता पूरी करवाकर पूरा रिकार्ड तैयार कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड लंदन को भेजना है।

यदि रामकिशन चाहे तो यह कलाकृति बन सकती है म्यूजियम की शोभा

मास्टर रामकिशन का काम वास्तव में काबिले तारीफ है। रामकिशन ने मिट्टी से आठ फीट की केतली तैयार कर अपनी अद्भूत कला का परिचय दिया है। रामकिशन का नाम वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज होने से प्रदेश तथा देश का गौरव बढ़ेगा। यदि रामकिशन अपनी इस कलाकृति से म्यूजियम की शोभा बढ़ाना चाहेगा तो वह इसके लिए तैयार हैं। इसके लिए दो प्रक्रियाएं हैं। पहली यह कि इस कलाकृति को म्यूजियम खरीद ले या फिर कलाकार खुद इसे म्यूजियम को समर्पित कर दे। वैसे तो कला की कोई कीमत नहीं होती यदि फिर भी यूनिवर्सिटी  इस केतली को खरीदना चाहेगी तो इसके लिए एक कमेटी का गठन कर केतली की कीमत निर्धारित की जाएगी। दूसरा रामकिशन इस कलाकृति को खुद म्यूजियम को डोनेट कर सकता है। यदि रामकिशन इसे म्यूजियम को डोनेट करता है तो म्यूजियम में रामकिशन के नाम से इस केतली की प्रदर्शनी लगाई जाएगी और रामकिशन को म्यूजियम की आजीवन सदस्या प्रदान की जाएगी। केतली का आकार बड़ा होने के कारण म्यूजियम में इस केतली को रखने के लिए अलग से शैलटर बनवाना पड़ेगा।
डॉ. कुलदीप आर्य, सुपरवाइजर
धरोहर म्यूजियम, कुरुक्षेत्र  

मास्टर रामकिशन द्वारा तैयार की गई केतली का निरीक्षण करते म्यूजियम के सुपरवाइजर डॉ. कुलदीप आर्य व अन्य।

केतली के निर्माण के बारे में मास्टर रामकिशन से जानकारी लेते म्यूजियम के सुपरवाइजर डॉ. कुलदीप आर्य।




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