मंगलवार, 22 जुलाई 2014

महज 15 वर्ष की उम्र में जीते एक दर्जन मैडल

कुश्ती के क्षेत्र में सफलता के झंडे गाड रही सीमा बेनिवाल

माता-पिता बनाना चाहते थे आईएएस व आईपीएस लेकिन सीमा ने खेलों में चुना अपना करियर

नरेंद्र कुंडू
जींद। कहते हैं कि पुत के पांव तो पालने में ही दिख जाते हैं। नरवाना निवासी सीमा बेनिवाल भी कुछ इसी तरह की शख्सियतों में से एक है। सीमा बेनिवाल पढ़ाई के साथ-साथ कुश्ती क्षेत्र में भी लगातार अपनी सफलता की छाप छोड़ रही है। सीमा बेनिवाल महज 15 वर्ष की उम्र में कुश्ती क्षेत्र में जिला स्तर से लेकर राष्ट्र स्तर तक की प्रतियोगिताओं में एक दर्जन के लगभग मैडल जीत कर अपनी सफलता के झंड़े गाड चुकी है। अब सीमा बेनिवाल का अगला टारगेट
सीमा बेनिवाल
अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता में देश के लिए गोल्ड मैडल जीतने का है। सीमा बेनिवाल इस समय नरवाना के आर्य कन्या महाविद्यालय में नॉन मेडिकल से 12वीं कक्षा की पढ़ाई कर रही है। सातवीं कक्षा से कुश्ती क्षेत्र में अपने करियर की शुरूआत करने वाली सीमा बेनिवाल ने पिछले पांच वर्षों में लगभग दर्जनभर प्रतियोगिताओं में भाग लिया और अपने कठोर परिश्रम और मजबूत इरादों से उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए कई मैडल अपने नाम किये। सीमा बेनिवाल अब अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए नरवाना के नवदीप स्टेडियम में कोच जोगेंद्र ङ्क्षसह लोहान के कुशल मार्गदर्शन में दिन-रात कठोर परिश्रम कर अपना पसीना बहा रही है। माता-पिता से भी उसे पूरा सहयोग मिल रहा है। परिवार की तरफ से मिल रहे भरपूर सहयोग तथा कोच के कुशल मार्गदर्शन की बदौलत ही सीमा तेजी से अपने लक्ष्य की तरफ अपने कदम बढ़ा रही है।
कुश्ती प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने पर सीमा बेनिवाल को सम्मानित करते जिला खेल अधिकारी

कुश्ती मैट पर लड़कों को भी दे रही टक्कर

15वर्षीय सीमा बेनिवाल के इरादे कितने मजबूत हैं और अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए किस तरह का जुनून उसके अंदर है इस बात का पता उसके अभ्यास करने के तरीके से ही लग जाता है। सीमा बेनिवाल कुश्ती के मैट पर अपने प्रतिद्वंद्वियों को पटकनी देने के लिए कुश्ती की बारीकियों को सीखने के अलावा लड़कियों के साथ-साथ लड़कों के साथ भी अभ्यास कर कुश्ती मैट पर लड़कों को भी टक्कर दे रही है।

सीमा के माता-पिता सीमा को बनाना चाहते थे आईएएस या आईपीएस

सर्व शिक्षा अभियान (एसएसए) जींद में डिप्टी सुपरीडेंट के पद पर कार्यरत सेवा ङ्क्षसह बेनिवाल का कहना है कि उन्होंने अपनी बेटी के लिए कुछ अलग ही सपने देखे थे। सेवा ङ्क्षसह बेनिवाल ने बताया कि वह सीमा को आईएएस या आईपीएस बनाना चाहते थे लेकिन सीमा का लक्ष्य कुछ ओर ही था। सीमा खेलों के क्षेत्र में अपने देश का नाम रोशन करने का सपना अपनी आंखों में पाल रही थी। सेवा सिंह बेनिवाल ने बताया कि जब सीमा ने उनके सामने खेलों के क्षेत्र में जाने की अपनी इच्छा जाहिर की तो उन्होंने उसे रोकने की बजाये उसे प्रोत्साहित किया। सीमा की रुचि बचपन से ही कुश्ती में थी। इसलिए सीमा ने कुश्ती को ही अपना माध्यम बनाया। सेवा ङ्क्षसह बेनिवाल का कहना है कि जब सीमा ने कुश्ती क्षेत्र में अपनी सफलता का परचम लहराना शुरू किया तो फिर सीमा ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। आज उसके उन्हें अपनी बेटी पर नाज है और अब उनकी इच्छा है कि उनकी बेटी देश के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड मैडल जीतकर देश का नाम रोशन करे।
विजेता खिलाडिय़ों व कोच के साथ मौजूद सीमा बेनिवाल।

पढ़ाई में भी नहीं सीमा का कोई सानी

नरवाना के आर्य कन्या महाविद्यालय में नॉन मेडिकल संकाय में १२वीं कक्षा की पढ़ाई कर रही सीमा का खेलों के साथ-साथ पढ़ाई में भी कोई सानी नहीं है। सीमा ने १०वीं तथा ११वीं कक्षा में मेरिट सूची में स्थान प्राप्त कर अपने माता-पिता तथा अपने स्कूल का नाम रोशन किया। सीमा की इस उपलब्धि पर स्कूल प्रबंधन की तरफ से सीमा को पुरस्कृत भी किया जा चुका है। स्कूल प्रबंधन को भी अपनी इस होनहार छात्रा पर नाज है। 
स्कूल स्टाफ के साथ मौजूद सीमा बेनिवाल मैडल दिखाते हुए।

इन-इन प्रतियोगिताओं में लहराया परचम

1. वर्ष 2010-11 में आयोजित तीसरी हरियाणा स्टेट ग्रामीण स्पोर्टस टूर्नामेंट में तीसरा स्थान प्राप्त किया।
2. वर्ष 2011-12 में जींद में आयोजित हुई जिला स्तरीय ग्रामीण खेलकूद प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
3. वर्ष 2011-12 में आयोजित हुई हरियाणा स्टेट ग्रामीण खेलकूद प्रतियोगिता (पायका) में अंडर 16 आयु वर्ग में भाग लेकर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
4. वर्ष 2012-13 में ईटावा (यूपी) में आयोजित हुई 58वीं राष्ट्र स्तरीय स्कूल खेलकूद कुश्ती प्रतियोगिता में दूसरा स्थान हासिल किया।
5. वर्ष 2012-13 में आयोजित हुई जिला स्तरीय स्कूली खेलकूद प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
6. वर्ष 2012-13 में आयोजित हुई जिला स्तरीय ग्रामीण खेलकूद प्रतियोगिता में दूसरा स्थान प्राप्त किया।
7. वर्ष 2012-13 में चंडीगढ़ में आयोजित हुई राज्य स्तरीय कुश्ती चैम्पियनशिप में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
8. वर्ष 2013-14 में फरीदाबाद में आयोजित स्वामी विवेकानंद हरियाणा स्टेट पायका ग्रामीण प्रतियोगिता में दूसरा स्थान प्राप्त किया।
9. वर्ष 2013-14 में आयोजित हुई जिला स्तरीय स्कूली खेलकूद प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
10. वर्ष 2013-14 में आयोजित हुई 48वीं हरियाणा राज्य विद्यालय क्रीड़ा प्रतियोगिता में द्वितीय स्थान प्राप्त किया।
11. नरवाना में आयोजित हुई 47वीं हरियाणा राज्य विद्यालय क्रीडा प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त किया।
 











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