शुक्रवार, 4 जुलाई 2014

मांसाहारी कीट हथजोड़ा और लेडी बर्ड बीटल

 मांसाहारी कीट हथजोड़ा


 हथजोड़े का फोटो।

हथजोड़ा (प्रेइंगमेंटिस) नामक इस कीट की अंडेदानी को आम बोलचाल की भाषा में गादड़ की सुंडी कहा जाता है। इसकी एक अंडेदानी में 500 से 600 अंडे होते हैं। 20 से 25 दिन में अंडे से बच्चे बनते हैं और बच्चों से यह प्रौढ़ अवस्था में आता है। तीन से छह माह का इसका जीवन काल होता है। इसके बच्चे व प्रौढ़ दोनों ही मांसाहारी होते हैं। यह अपने से छोटे व बराबर के कीटों का शिकार करता है। हथजोड़े की कई किस्में होती हैं लेकिन अभी तक 8 तरह की किस्में देखी जा चुकी हैं।  यह मांसाहारी कीट है और शाकहारी कीटों को खाकर अपना गुजारा करता है। यह फसल में शाकाहारी कीटों को खाकर फसल में कुदरती कीटनाशाी का काम करता है। यह किसान के फायदे का कीट है।  
शारीरिक बनावट :- हथजोड़ा नामक इस कीट के अगले पैरों पर कांटे होते हैं और इन कांटों की मदद से यह अपना शिकार करता है। इन कांटों को बचाने के लिए यह कीट अपने अगले दोनों पैरों को मोड़कर रखता है। देखने वाले को ऐसा लगता है जैसे इसने हाथ जोड़ रखे हैं। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह अपनी गर्दन को चारों तरफ घूमा सकता है।
हथजोड़े का भोजन : हथजोड़ा अकसर बड़े किस्म के शाकाहारी कीटों को अपना शिकार बनाता है। क्योंकि छोटे कीटों से इसका पेट नहीं भरता। ब्रिस्टल बिटल, लाल बानिया, सुंडी तथा सुंडी पैदा करने वाले हर किस्म के पतंगे को यह अपना शिकार बनाता है। हथजोड़े की एक अंडेदानी में 500 से 600 अंडे होते हैं। एक हथजोड़ा एक दिन में लगभग 10 शाकाहारी कीटों का खत्मा करता है। यदि एक एकड़ में हथजोड़े की 20 अंडेदानी भी हैं तो किसान को शाकाहारी कीटों से डरने की जरूरत नहीं है क्योंकि प्रत्येक अंडे दानी से यदि 500 हथजोड़े भी निकलते हैं तो एक दिन में यह एक लाख शाकाहारी कीटों का काम तमाम कर देंगे।


लेडी बर्ड बीटल

लेडी बर्ड बीटल का फोटो।
लेडी बर्ड बीटल के बच्चे भी मांसाहारी हैं और यह खुद भी मांसाहारी है। इसकी पहली अवस्था अंडे की होती है। अंडे से बच्चे बनते हैं और इसके बाद यह बच्चे प्यूपे में बंद हो जाते हैं और उसके बाद यह अपनी प्रौड अवस्था में आता है। अभी तक इसकी 20 किस्में देखी जा चुकी हैं।यह मांसाहारी कीट है और शाकहारी कीटों को खाकर अपना गुजारा करती है। यह फसल में शाकाहारी कीटों को खाकर फसल में कुदरती कीटनाशाी का काम करती है। यह किसान के फायदे का कीट है।  
पहचान : इसके पंख शरीर से चिपके हुए होते हैं। पंखों पर बड़े-बड़े निशान होते हैं। इसकी कुछ किस्मों के पीठ पर डब्ल्यू का निशान भी होता है। कुछ किस्मों में सफेद व काले रंग की धारियां होती हैं। एक बार में यह 30 से 40 अंड़े देती है। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह एक जगह पर अंड़े देने की बजाय अलग-अलग स्थान पर अपने अंड़े देती है। सात-आठ दिन में अंडे से बच्चे तैयार हो जाते हैं और 15 से 20 दिन बाद यह प्यूपे में बंद हो जाते हैं। प्यूपे से प्रौढ़ बन जाता है। 
लेडी बर्ड बीटल का भोजन : लेडी बर्ड बीटल अपने से छोटे तथा अपने बराबर के कीट का शिकार करती है। मिलीबग, चेपा इसका प्रमुख भोजन होता है। इसकी सबसे बड़ी खाशियत यह है कि यह भूख से मर सकती है लेकिन मांस के अलावा कुछ ओर खाना पसंद नहीं करती।


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