गुरुवार, 19 फ़रवरी 2015

न्यायिक कमेटी के मार्गदर्शन में किसान-कीट विवाद सुलझाएगी खाप पंचायत

खाप पंचायतों के इतिहास में पहली बार बनाई जाएगी न्यायिक कमेटी
20 को निडाना में होगा अनोखी एवं अदभूत खाप महापंचायत का आयोजन

नरेंद्र कुंडू 
जींद। फतवे जारी करने के नाम से जानी-जाने वाली खाप पंचायतें 20 फरवरी को निडाना में आयोजित होने वाली अनोखी एवं अदभूत महापंचायत में न्यायिक कमेटी के मार्गदर्शन में किसान व कीट के विवाद को सुलझाएंगी। खाप पंचायतों के इतिहास में यह पहली बार होगा कि जब किसी विवाद को सुलझाने के लिए पंचायत में अलग से एक न्यायिक कमेटी का गठन किया जाएगा। इस न्यायिक कमेटी का चेयरमैन पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के सेवानिवृत्ति न्यायधीश एसएन अग्रवाल को बनाया जाएगा और कृषि वैज्ञानिक तथा खाद्य विशेषज्ञ को भी इस न्यायिक कमेटी में शामिल किया जाएगा। यह न्यायिक कमेटी अपनी रिपोर्ट महापंचायत को सौंपेगी, इसके बाद महापंचायत अपना फैसला सुनाएगी। निडाना गांव में 20 फरवरी को होने वाली अनोखी सर्वजातीय सर्वखाप महापंचायत की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं।  

यह है पूरा मामला 

डॉ. सुरेंद्र दलाल कीट साक्षरता मिशन से जुड़े कीटाचार्य किसानों ने जून 2012 में खाप प्रतिनिधियों को पत्र लिखकर किसानों और कीटों के बीच चली आ रही इस जंग को समाप्त करने की गुहार लगाई थी। किसानों द्वारा खापों को दिए गए पत्र में बताया गया था कि अधिक उत्पादन की चाह में किसानों द्वारा फसलों में अधिक रासायनिक उर्वरकों के प्रयोग के कारण बेजुबान कीटों की मौत हो रही है और मानव स्वास्थ्य पर भी इसका बुरा प्रभाव पड़ रहा है। जबकि प्रकृति ने सभी जीवों को इस धरती पर अपना जीवन निर्वाह करने का बराबर का अधिकार दिया है। किसानों ने बताया था कि पौधे भिन्न-भिन्न प्रकार की गंध छोड़कर अपनी जरूरत के अनुसार कीटों को बुलाते हैं। कीटों का पौधों के साथ गहरा संबंध है लेकिन किसानों को गुमराह कर फसलों में जहर का प्रयोग करवाया जा रहा है। जहर के प्रयोग से मनुष्य के शरीर पर तो बुरा प्रभाव पड़ ही रहा, वहीं फसल में मौजूद बेजुबान कीटों की भी मौत हो रही है। जबकि कीटों का तो कोई दोष भी नहीं है। कीटाचार्य किसानों ने पत्र में गुहार लगाते हुए कहा था कि खाप पंचायतों ने बड़े-बड़े विवादों को आपासी सहमती से निपटाया है। इसलिए खाप पंचायतें किसानों और कीटों के इस झगड़े को भी आपसी सहमती से निपटाकर इस अंतहिन लड़ाई का पटाक्षेप करवाएं। 

कीटाचार्य किसान रखेंगे बेजुबान कीटों का पक्ष 

20 फरवरी को निडाना में आयोजित होने वाली खाप महापंचायत में किसान व कीट विवाद को सुलझाने के लिए किसान अपना पक्ष रखेंगे तो कीट ज्ञान की मुहिम से जुड़े कीटाचार्य किसान बेजुबानों का पक्ष रखेंगे। कीटाचार्य किसान खाप प्रतिनिधियों को बताएंगे कि कीटों का फसल में क्या महत्व है। इसके लिए किसानों ने कीटों को दो ग्रुपों में बांटा है। एक ग्रुप शाकाहारी कीटों का पक्ष रखेगा तो दूसरा ग्रुप मांसाहारी कीटों का पक्ष रखेगा। 

क्यों बनाई जाएगी न्यायिक कमेटी

सर्व जातीय सर्वखाप हरियाणा के संयोजक कुलदीप ढांडा ने बताया कि यह विवाद काफी पेचिदा है। इस विवाद को सुलझाने में खाप प्रतिनिधियों से किसी तरह का कोई गलत फैसला नहीं हो इसके लिए खाप पंचायत में न्यायिक कमेटी बनाने का निर्णय लिया गया है। इस न्यायिक कमेटी का चेयरमैन पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के सेवानिवृत्ति न्यायधिश एसएन अग्रवाल को चेयरमैन बनाया जाएगा। इसके अलावा कृषि वैज्ञानिक तथा खाद्य विशेषज्ञ को इस न्यायिक कमेटी में शामिल किया जाएगा। यह न्यायिक कमेटी किसानों के पक्ष को सुनने के बाद अपना फैसला खाप पंचायत को देंगे। इसके बाद खाप पंचायत अपना फैसला सुनाएगी। इस खाप पंचायत में सुनाया जाने वाला फैसला पूरी तरह से सामाजिक, न्यायिक व वैज्ञानिक दृष्टिकोण के आधार पर होगा।  

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