केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह की पत्नी प्रेमलता ने फिर उठाए मैरिट की भर्ती पर सवाल
कहा जींद के युवा नौकरी की उम्मीद छोड़ लोन लेकर शुरू करें स्वरोजगार
कोई मैनेजर लोन से इंकार करे तो बताएं, करूंगी सीधा
नरेंद्र कुंडू
जींद। केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के बाद अब उनकी पत्नी एवं उचाना कलां से विधायक प्रेमलता ने भी लोगों के काम नहीं करने वाले अधिकाररियों को खुली चेतावनी दी है। वहीं उन्होंने एक बार फिर सरकार की मैरिट लिस्ट के आधार पर नौकरी देने की प्रक्रिया पर फिर सवाल उठाए हैं। प्रेमलता का कहना है कि मैरिट के आधार पर नौकरियां मिली तो जींद के युवा पिछड़ जाएंगे। विधायक प्रेमलता का कहना है कि जींद शिक्षा के क्षेत्र में पिछड़ा हुआ है। यहां पर शिक्षा के प्रर्याप्त संसाधन व अच्छे शिक्षण संस्थान नहीं है। इसलिए मैरिट सूची के आधार पर नौकरी देने से जींद के युवा नौकरी से वंचित रह जाएंगे। प्रेमलता शनिवार को विश्व मृदा दिवस पर जाट धर्मशाला में आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करने पहुंची थी।
कार्यक्रम के दौरान मंच पर मौजूद विधायक प्रेमलता। |
प्रेमलता ने कहा कि मैरिट के आधार पर तो जींद के युवाओं को नौकरी नहीं मिल पाएगी। इसलिए जींद के युवाओं को नौकरी की उम्मीद छोड़कर अपना स्वरोजगार स्थापित करना चाहिए। स्वरोजगार स्थापित करने के लिए सरकार द्वारा बहुत ही रियायती ब्याज दरों पर युवाओं को लोन देने के लिए योजनाएं शुरू की गई हैं। युवा सरकार की इन योजनाओं का लाभ उठाकर बैंक से लोन लेकर अपना स्वारोजगार स्थापित कर सकते हैं। प्रेमलता ने कहा कि यदि कोई बैंक मैनेजर उन्हें लोन देने से मना करता है और वह लोन के लिए पात्र हैं तो वह इसकी शिकायत सीधे मुझे करें। मैं खुद ऐसे बैंक मैनेजरों को सीधा करुंगी। उन्होंने किसानों से भी आह्वान किया कि बैंक से लोन लेने के बाद वह नियमित रूप से लोन को चुकता करते रहें। ताकि बैंकों के साथ किसानों का लेन-देन बना रहे।
पीएम मोदी के विदेशी दौरों को लेकर विपक्ष पर साधा निशाना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेशी दौरों को लेकर सवाल उठाने वाले विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए विधायक प्रेमलता ने कहा कि विश्व मृदा दिवस प्रधानमंत्री की सोच की ही देन है। प्रधानमंत्री विदेशों में घुमने के लिए नहीं बल्कि देश के किसानों के लिए नई-नई तकनीकों की खोज के लिए जाते हैं। विदेशों से नई-नई तकनीक की जानकारी लेकर वह उन तकनीकों को देश में लागू करवा रहे हैं। ताकि हमारा देश हर क्षेत्र में तरक्की कर सकें।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें