सोमवार, 7 दिसंबर 2015

किसानों के साथ बीज व दवाइयों के नाम पर हो रहे धोखे के लिए विभाग जिम्मेदार : प्रेमलता

अंग्रेजी भाषा में जारी किए गए सॉयल हैल्थ कार्ड पर भी उठाए सवाल
किसानों से किया प्राकृतिक पद्धति से खेती करने का आह्वान
अनाज मंडी में धान की बिक्री के दौरान किसानों के साथ हुई लूट का मुद्दा भी उठाया
कृषि विभाग द्वारा जाट धर्मशाला में विश्व मृदा दिवस पर किया गया जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन

नरेंद्र कुंडू 
जींद। विधायक प्रेमलता ने कहा कि फसलों में साल दर साल बढ़ रही बीमारियों व कीटों के प्रकोप का मुख्य कारण बाजार में बिक रहे निम्र श्रेणी के बीज व घटिया क्वालिटी की दवाइयां हैं। बीज व दवाइयों के नाम पर किसानों के साथ जो धोखा हो रहा है उसके लिए विभाग जिम्मेदार है। जींद के बिल्कुल साथ लगते हिसार जिले में एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी है। विभाग के अधिकारियों व कृषि विशेषज्ञों को चाहिए कि वह इस यूनिवर्सिटी से किसानों को अच्छी क्वालिटी के बीज व दवाइयां मुहैया करवाएं। ताकि किसानों को फसल की अच्छी पैदावार मिल सके और फसलों में आने वाली बीमारियों व कीटों को नियंत्रित किया जा सके। विधायक प्रेमलता शनिवार को कृषि विभाग द्वारा जाट धर्मशाला में विश्व मृदा दिवस पर आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करने पहुंची थी। कार्यक्रम की अध्यक्षता उपायुक्त विनय ङ्क्षसह ने की। इस अवसर पर कृषि उपनिदेशक आत्मराम गौदारा समेत कृषि विभाग व कृषि विज्ञान केंद्र पांडू पिंडारा के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।
मंच पर मौजूद विधायक प्रेमलता व डीसी विनय सिंह
प्रेमलता ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि जमीन व मनुष्य की सेहत एक तरह की होती हैं। जिस तरह हम अपनी सेहत का ध्यान रखते हैं वैसे ही हमें जमीन की सेहत का भी ध्यान रखना चाहिए। अगर किसान फसलों में सही मात्र में खाद एवं दवाइयों का प्रयोग करें तो खेती मुनाफे का सौदा बन सकती है। उन्होनें किसानों से अपील की वे फसलों में अधिक खाद एवं दवाइयों का प्रयोग न करें। खाद एवं दवाइयों का अधिक मात्र में प्रयोग करने से खेती की लागत तो बढ़ती ही है, साथ ही अनेक बीमारी भी पैदा होती हैं। उन्होनें फसलों में देशी खाद के प्रयोग पर बल देते हुए कहा कि ऐसा करने से जमीन की उर्वरा शक्ति बढ़ेगी और पैदावारी में भी खासी बढ़ौतरी होगी। उन्होंने किसानों को आह्वान करते हुए कहा कि किसान कृषि में नवीन तकनीकों का प्रयोग करें। कृषि विभाग के अधिकारियों से कहा कि वे किसानों को नई-नई तकनीकों के बारे में जागरूक करने के लिए समय-समय पर जागरूकता शिवरों का आयोजन करें और किसानों को साधारण भाषा में पूरी जानकारी दें। डीसी विनय सिंह ने कहा कि पूरे जिले की मिट्टी जांच कर रिकोर्ड तैयार करने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गई है। राष्ट्रीय कृषि मिशन योजना के तहत फिलहाल जींद तथा जुलाना खंड में मिट्टी जांच के लिए सैंपल लिए जा रहे हैं। आगामी एक अप्रैल से उचाना तथा नरवाना खंडों में मिट्टी जांच का कार्य शुरू करवाया अलेवा, सफीदों तथा पिल्लूखेड़ा खंडों में मिट्टी जांच का कार्र्य प्रारम्भ होगा। इस अवसर पर विधायक प्रेमलता तथा डीसी विनय सिंह ने किसानों को सॉयल हैल्थ कार्ड भी वितरित किए। कार्यक्रम में जाट धर्मार्थ सभा के प्रधान आजाद पवार, संजीव डूमरखां, हरेंद्र डूमरखां भी मौजूद रहे। इस अवसर पर कृषि विभाग के अधिकारियों ने विधायक व डीसी से शहर के रोहतक रोड पर स्थित हमेटी में बॉयो फर्टीलाइजर लैब स्थापित करने की मांग भी की।

सॉयल हैल्थ कार्ड की भाषा पर उठाए सवाल 

कृषि विभाग द्वारा कार्यक्रम के दौरान किसानों को सॉयल हैल्थ कार्ड वितरित किए गए। कृषि विभाग द्वारा जारी इन सॉयल हैल्थ कार्ड को अंग्रेजी भाषा में प्रकाशित करवाया गया था। विधायक प्रेमलता ने कृषि विभाग द्वारा जारी किए गए सॉयल हैल्थ कार्ड की भाषा पर सवाल उठाते हुए कहा कि हमारे किसान ज्यादा पढ़े लिखे नहीं हैं और इन्हें अंग्रेजी भाषा की जानकारी भी नहीं है। ऐसे में कृषि विभाग द्वारा किसानों को अंग्रेजी भाषा में छपे सॉयल हैल्थ कार्ड जारी किए जाने से किसानों को कोई फायदा नहीं होगा। क्योंकि किसान इस कार्ड पर दी गई जानकारी को समझ नहीं पाएंगे।

डीसी की थपथपाई पीठ

विधायक प्रेमलता ने डीसी विनय ङ्क्षसह की पीठ थपथपाते हुए कहा कि उनकी आधी से ज्यादा चिंता तो इसलिए दूर हो गई है कि विनय ङ्क्षसह जैसे ईमानदार अधिकारी ने उनके जिले की कमान संभाल ली है। विधायक ने कहा कि डीसी विनय ङ्क्षसह जिले से भ्रष्टाचार को पूरी तरह से खत्म कर जिले के विकास को नई गति देेंगे। क्योंकि वह एक ईमानदार व धरातल से जुड़े हुए अधिकारी हैं।

धान के भाव बढऩे से किसानों को नहीं हुआ फायदा

विधायक प्रेमलता ने कहा कि उन्होंने इस बार विधानसभा में सीजन के अंत में बढ़े धान के भाव को लेकर अपना सवाल उठाया था लेकिन विधानसभा में किसी के पास भी उनके इस सवाल का जवाब नहीं था। उन्होंने कहा कि धान के भाव उस समय बढ़े जब किसानों की ज्यादातर धान मंडियों में बिक चुकी थी। इसलिए इसका फायदा किसान को नहीं आढ़तियों को सबसे ज्यादा हुआ है।
कार्यक्रम में मौजूद किसान।

जींद को बना रखा है रैली स्थल

विधायक प्रेमलता ने कहा कि जिले के विकास में कोई कसर बाकी नहीं रखी जाएगी। जिले के सभी हलकों में सम्मान रूप से विकास कार्य करवाये जाएंगें। उन्होंने मुख्यमंत्री के सामने 22 मांगें रखी थी और मुख्यमंत्री ने उनकी सभी मांगें पूरी कर दी हैं। जींद के बाईपास के निर्माण को लेकर भी मुख्यमंत्री से बातचीत की गई है। मुख्यमंत्री ने जल्द ही बाईपास का निर्माण करवाने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि राजनेताओं ने तो जींद को रैली स्थल बनाकर रख दिया है। रैली करने के लिए तो यहां आ जाते हैं लेकिन विकास के नाम पर कोई भी यहां एक ईंट तक नहीं लगवाता। इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश ने चौटाला नरवाना से विधायक बनने के बाद भी यहां कोई विकास नहीं करवाया, वहीं हुड्डा सरकार के शासन काल में भी पूरी तरह से जींद की अनदेखी हुई। विधायक ने कहा कि यहां तो गोपाल कांडा जैसे लोग भी रैली करके चले गए जिनका जींद के साथ कोई लेना देना नहीं है। इसलिए यहां के लोगों को जागरूक होना चाहिए और किसी राजनेता के रैली, जलसों में नहीं जाना चाहिए।
 किसानों का पंजीकरण करते कृषि विभाग के अधिकारी।

'डीएपी और स्प्रे करकै मेरी काढ़ ली जान तनै'

कार्यक्रम के दौरान खेड़ी निवासी लीला कवि ने धरती पर आधारित अपनी कविता 'डीएपी और स्प्रे करकै मेरी काढ़ ली जान तनै' तथा 'आज छिड़क कै जहर जमीन-जीवाणु सारे मार दिए हैं' के माध्यम से फसलों में प्रयोग हो रहे अंधाधुंध स्प्रे के बारे में किसानों को जागरूक किया।







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