जिस मैदान से दादा ने की थी न्याय युद्ध की शुरूआत आज उसी मैदान से दादा की विरासत को पाने के लिए पोता करेगा शंखनाद


32 साल पहले पूर्व उप प्रधानमंत्री देवीदलाल ने भी इसी मैदान से भरी थी हुंकार
इनैलो के भविष्य को लेकर अजय चौटाला आज जींद के देवीलाल ग्राउंड में करेगा निर्णायक फैसला
जब-जब देवीलाल परिवार कमजोर हुआ तब-तब जींद जिले ने दी है देवीलाल परिवार को राजनीतिक ताकत

जींद, 16 नवंबर (नरेंद्र कुंडू) :- देश के पूर्व उप-प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी देवीलाल ने लगभग 32 वर्ष पूर्व जिस मैदान से तत्कालीन कांग्रेस सरकार के खिलाफ न्याय युद्ध छेड़ा था उसी मैदान से आज उसका पोता डॉ. अजय चौटाला उसकी राजनीतिक विरासत को पाने के लिए शंखनाद करेगा। 17 नवंबर को डॉ. अजय चौटाला के नेतृत्व में जींद में आयोजित होने वाला कार्यकर्ता सम्मेलन इनैलो का भविष्य तय करेगा। डॉ. अजय चौटाला ने अपनी राजनीतिक विरासत को मजबूत करने के लिए जींद के उसी मैदान को चुना है जिस मैदान को ठीक 32 वर्ष पहले उसके दादा चौधरी देवीलाल ने कांग्रेस के खिलाफ न्याय युद्ध शुरू करने के लिए चुना था। जींद के इस मैदान से न्याय युद्ध की शुरूआत कर चौधरी देवीलाल ने प्रदेश की लगभग 85 के करीब विधानसभा सीटों पर अपना कब्जा जमाकर कांग्रेस को सत्ता से उखाड़ कर बाहर करने का काम किया था। अब अपने दादा के पदचिह्नों पर चलते हुए डॉ. अजय चौटाला भी अपने व अपने बेटों के राजनीतिक भविष्य को लेकर निर्णायक फैसला करेंगे। एक तरह से यह भी कहा जा सकता है कि यह कार्यकर्ता सम्मेलन प्रदेश की राजनीति को भी नई दिशा देने का काम करेगा। 17 नवंबर के इस कार्यकर्ता सम्मेलन में प्रदेशभर से इनैलो पदाधिकारी व कार्यकर्ता शामिल होंगे। जींद में आयोजित होने वाले इस सम्मेलन पर पूरे प्रदेश की जनता की नजर टिकी हुई हैं। क्योंकि पिछले काफी दिनों से इनैलो पार्टी में घमासान मचा हुआ है और ज्यादातर पदाधिकारी व कार्यकर्ता इनैलो से अपना इस्तिफा देकर डॉ. अजय चौटाला व दुष्यंत चौटाला के समर्थन में आ चुके हैं।

जींद जिले से देवीलाल परिवार को मिलती रही है राजनीतिक ताकत 

जींद जिले को राजनीतिक का गढ़ माना जाता है। प्रदेश की राजनीति में जींद का अहम स्थान है। जब-जब भी प्रदेश की राजनीति में हलचल हुई है तो उसकी शुरूआत जींद जिले की धरती से ही हुई है। पूर्व उप-प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल के परिवार के लिए जींद जिला काफी अहमियत रखता है। जब-जब चौधरी देवीलाल का परिवार राजनीतिक तौर पर कमजोर हुआ है तब-तब जींद जिले ने इस परिवार को राजनीतिक ताकत देने का काम किया है। 1986 में चौधरी देवीलाल ने इसी जिले से न्याय युद्ध की शुरूआत कर कांग्रेस को सत्ता से बाहर कर सत्ता हासिल की थी। 90 के दशक में जब ओमप्रकाश चौटाला बंसीलाल की सरकार को गिराकर सत्ता में काबिज हुए थे तब जींद जिले के विधायकों ने ओमप्रकाश चौटाला को सत्ता तक पहुंचाने में सहयोग किया था। अब जब इनैलो में पार्टी को लेकर घमासान मचा हुआ तब भी देवीलाल परिवार ने अपना राजनीतिक फैसला लेने के लिए इसी जिले की धरती को चुना है। 

यह रहेगा शैड्यूल

दीप पैलेस में सुबह 11 बजे इनैलो प्रदेश कार्यकारिणी की मीटिंग होगी। इस मीटिंग को डॉ. अजय सिंह चौटाला, सांसद दुष्यंत चौटाला सहित इनैलो के वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहेंगे। कार्यकारिणी की बैठक के बाद दोपहर 3 बजे गोहाना रोड स्थित ताऊ देवीलाल ग्राउंड में डॉ. अजय चौटाला कार्यकर्ता सम्मेलन को सम्बोधित करेंगे।

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