शनिवार, 17 नवंबर 2018

छोटे भाई बिल्लु को गिफ्ट करता हूं चश्मा और इनैलो, बशर्ते वह इसे संभाल कर रखे : अजय चौटाला

कहा, नए डंडे, नए झंडे व नए निशान के साथ करेंगे नई पार्टी का गठन-- एक सप्ताह में कानूनी प्रक्रिया पूरी कर करेंगे नई पार्टी का ऐलान--9 दिसंबर को जींद की प्रदेश स्तर की रैली कर दिखाएंगे ताकत

जींद, 17 नवंबर (नरेंद्र कुंडू) :- शहर के दीप पैलेस में आयोजित राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में डॉ. अजय सिंह चौटाला ने ऐलान करते हुए कहा कि ‘मैं इनेलो व चश्मा अपने छोटे भाई बिल्लु को गिफ्ट करता हूं।’ वह इसे संभालकर रखें। उन्होंने पहला इनेलो पर कब्जा करने, दूसरा किसी राष्ट्रीय पार्टी में शामिल होने व तीसरा नई पार्टी का गठन करने का प्रस्ताव रखा। कार्यकारिणी ने ध्वनि मत से नई पार्टी बनाने के प्रस्ताव को पारित कर दिया। अजय चौटाला ने कहा कि एक सप्ताह में कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद नई पार्टी की घोषणा कर दी जाएगी। इसके साथ-साथ नौ दिसंबर को जींद में नई पार्टी के बैनर नीचे महारैली करने का प्रस्ताव पारित किया गया। इसके बाद इनेलो के सभी पदाधिकारियों द्वारा 18 से 28 नवंबर तक इस्तीफे देने पर भी सभी ने मोहर लगा दी। 

लगभग दो बजे डॉ. अजय सिंह चौटाला, उनकी विधायक पत्नी नैना चौटाला, उकलाना से विधायक अनूप धानक व दादरी से विधायक राजदीप फौगाट दीप पैलेस में प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में पहुंचे। इससे पहले सांसद दुष्यंत चौटाला व दिग्विजय सिंह चौटाला पहुंचे। लगभग डेढ़ घंटा चली प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में डॉ. अजय सिंह चौटाला ने कार्यकारिणी के सामने तीन प्रस्ताव रखे। इनेलो पर कब्जा करने, किसी राष्ट्रीय पार्टी में शामिल होने व नई पार्टी का गठन करने में से एक चुनने को कहा गया। सभी ने नई पार्टी बनाने के प्रस्ताव पर सहमति प्रकट की। सभी की सहमति मिलने के बाद अजय सिंह चौटाला ने कहा कि एक सप्ताह में कानूनी प्रक्रिया पूरी करके नई पार्टी की घोषणा की जाएगी। इसके साथ ही बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया कि नई पार्टी के बैनर तले नौ दिसंबर को जींद में ही महारैली की जाएगी। इसके साथ-साथ सभी ने सामूहिक इस्तीफे देने की भी घोषणा की। बैठक में कहा गया कि 18 से 28 नवंबर तक प्रदेशभर से इनेलो पदाधिकारी इस्तीफा देंगे। यह सभी इस्तीफे इनेलो के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश चौटाला को सौंपे जाएंगे। प्रतिदिन दो जिलों के पदाधिकारी अपने इस्तीफे देंगे। इसके लिए भी एक शैड्यूल जारी किया गया। डॉ. अभय सिंह चौटाला ने कहा कि जिन लोगों ने रैली में नारे लगाए उन्हें कांग्रेसी बताया गया। उनकी पहचान की गई लेकिन इसके लिए दुष्यंत व दिग्विजय को पार्टी से निकालकर धक्काशाही चलाई गई। इसके बाद मैंने कभी पार्टी विरोधी कोई गतिविधि नहीं की लेकिन इसके बावजूद मुझे भी पार्टी से निकाल दिया गया। इस अवसर पर उनके साथ चौधरी सुल्तान सिंह, विधायक नैना चौटाला, उकलाना विधायक अनूप धानक, राजकुमार सैनी, मंगतराम, दादरी के विधायक राजबीर फोगट, अशोक शेरवाल, दिग्विजय चौटाला, अमित शर्मा, अशोक शेरवाल, पूर्व गृह मंत्री जगदीश नैयर, तेलू राम जोगी, राजेश मक्खन, राजेंद्र, राजेश खटक, विरेंद्र पाल, बलवीर सिंह बेनीवाल, कुमारी फूलमती, केसी बांगड़, रणजीत चिका, जयभगवान कश्यप, पंकज मेहता, ताऊ देवीलाल के पीएसओ रहे शमशेर सिंह आदि उपस्तिथ रहे।

त्यागपत्र देने के लिए यह बनाया शैड्यूल

18 नवंबर को हिसार व झज्जर
19 नवंबर को सोनीपत व पंचकूला
20 नवंबर को रोहतक व अंबाला
21 नवंबर को जींद व मेवात
22 नवंबर को भिवानी व फरीदाबाद
23 नवंबर को दादरी व कुरुक्षेत्र
24 नवंबर को पानीपत व गुडग़ांव
25 नवंबर को करनाल व रेवाड़ी
26 नवंबर को कैथल व महेंद्रगढ़
27 नवंबर को सिरसा व यमुनानगर
28 नवंबर को पलवल व फतेहाबाद

याचना नहीं अब रण होगा

डॉ. अजय सिंह चौटाला ने महाभारत का वाकया याद दिलवाया कि जब पांडवों ने दुर्योधन से 5 गांव मांगे तो दुर्योधन ने मना कर दिया था और कहा था कि मैं सुई की नोक जितनी जगह नहीं दूंगा। तब पांडवों ने कहा था कि जा दुर्योधन अब हम जाते हैं, ये संदेश सुनाते हैं। याचना नहीं अब रण होगा, जीवन या मरण होगा। दुर्योधन तू उत्तरदाई होगा। हिंसा का उत्तरदाई होगा।


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