‘पांडुओं की तपो भूमि से दुष्यंत युग का आरंभ’

जींद में आयोजित हुए समस्त हरियाणा सम्मेलन में दुष्यंत ने किया नई पार्टी जेजेपी का ऐलान
परदादा चौधरी देवीलाल के इतिहास को दोहरा गए दुष्यंत

जींद, 09 दिसंबर (नरेंद्र कुंडू) :- पांडुओं की तपो भूमि रही जींद जिले के पांडू पिंडारा की धरा से रविवार को दुष्यंत युग का आरंभ हो गया। पांडू पिंडारा में आयोजित समस्त हरियाणा सम्मेलन में सांसद दुष्यंत चौटाला ने अपनी नई पार्टी जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) का ऐलान कर दिया। इस दौरान सांसद ने विधिवत रूप से अपनी पार्टी के नए झंडे व नए डंडे को भी लांच किया। पांडू पिंडारा की धरती पर लाखों की संख्या में भीड़ जुटा कर दुष्यंत चौटाला ने अपने परदादा चौधरी देवीलाल की 1986 में जींद में आयोजित हुई विशाल रैली के इतिहास को दोहरा दिया। रैली को लेकर लोगों में भारी जोश नजर आ रहा था। चारों तरफ दुष्यंत के समर्थन में नारे लग रहे थे। नई पार्टी की घोषणा के साथ ही दुष्यंत ने अपनी पार्टी की नीतियों के माध्यम से बुजुर्गों, युवाओं, व्यापारियों, कर्मचारियों व महिलाओं सहित हर वर्ग को साधने का काम किया। रैली में उमड़े जन सैलाब को देखकर मंच पर उपस्थित सभी नेता व कार्यकर्ता गदगद नजर आ रहे थे। पांडुओं की तपोस्थली से शुरू हुई सांसद दुष्यंत चौटाला की राजनीतिक पारी में उनके छोटे भाई एवं इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला उनके सारथी बने। दिग्विजय चौटाला ने बार-बार मंच से विरोधियों पर जमकर निशाना साधा। दिग्विजय चौटाला ने अभय चौटाला पर बिना नाम लिए निशाना साधते हुए कहा कि ‘जिसकी तु दुहाई देता है, उसको ऊंचा सुनाई देता है, मैं जानता हूं तेरी नीयत को तू क्यों सफाई देता है।’ 

नई पार्टी के ऐलान के साथ पार्टी का झंडा लहराती नैना चौटाला व अन्य।
 रैली को सम्बोधित करते सांसद दुष्यंत चौटाला व रैली में उमड़ा जन सैलाब।


दुष्यंत को चंडीगढ़ पहुंचाने के लिए करना है राम सेतू का निर्माण 

मंच पर मौजूद दुष्यंत चौटाला व अन्य नेता। 
डबवाली विधायक एवं दुष्यंत चौटाला की मां नैना चौटाला ने कहा कि जिस तरह से भगवान श्रीराम को लंका तक पहुंचाने के लिए वानर सेना ने राम सेतू का निर्माण किया था ठीक उसी तरह दुष्यंत को चंडीगढ़ तक पहुंचाने के लिए कार्यकर्ताओं को भी राम सेतू का निर्माण करना पड़ेगा। इसके लिए प्रत्येक कार्यकर्ता अपने साथ नए कार्यकर्ताओं को जोडऩे का काम करें। इस दौरान नैना चौटाला ने बिना अभय चौटाला का नाम लिए कहा कि रैली में उमड़े जन सैलाब ने उन लोगों के चोटी में पसीना ला दिया जो दुष्यंत के खिलाफ षडय़ंत्र रच रहे थे। 

ओमप्रकाश चौटाला हमारे परिवार के मुखिया, कानूनी अड़चनों के कारण नहीं लगाई फोटो

सांसद दुष्यंत चौटाला ने कहा कि ओमप्रकाश चौटाला हमारे परिवार के मुखिया हैं और वह हमारे दिलों में बसते हैं। सांसद ने कहा कि कुछ लोग पुछते हैं कि हम पोस्टरों पर ओमप्रकाश चौटाला के फोटो क्यों नहीं लगाते। ऐसा इसलिए करना पड़ता है कि ओमप्रकाश चौटाला इनैलो पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और कानूनी अड़चनों के कारण हम उनका फोटो नहीं लगा सकते। जिस दिन वह इनैलो से इस्तिफा दे देंगे उस दिन हम उनका फोटो भी लगा देंगे। इस दौरान दुष्यंत चौटाला ने कार्यकर्ताओं से ओमप्रकाश चौटाला के नाम के नारे भी लगवाए।    

भाजपा ने मेरे खिलाफ रचा चक्रव्यूह

सांसद दुष्यंत चौटाला ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि मेरी लोकप्रियता को खत्म करने के लिए भाजपा ने मेरे खिलाफ चक्रव्यूह रचा। इसके लिए पहले बीरेंद्र ङ्क्षसह को केंद्रिय मंत्री बनाया, जिसका गृहक्षेत्र उचाना मेरी लोकसभा क्षेत्र में आता है, फिर सुभाष चंद्रा को राज्यसभा में भेजा जो कि हिसार से हैं और यह भी मेरी लोकसभा क्षेत्र में आता है फिर डीपी वत्स को राज्यसभा में भेजा जो कि हांसी से हैं और यह भी मेरे लोकसभा क्षेत्र में आते हैं। लेकिन मैंने जनता के प्यार से भाजपा के इस चक्रव्यूह को भेद दिया।

एक वोट-एक नोट का दिया नारा

सांसद दुष्यंत चौटाला ने कहा कि उनकी पार्टी नई है और अभी तक उनकी पार्टी का बैंक खाता भी नहीं खुला है। इसलिए कार्यकर्ता पार्टी को मजबूत करने के लिए अधिक से अधिक लोगों को पार्टी के साथ जोड़ें। सांसद दुष्यंत चौटाला ने कहा कि सभी कार्यकर्ता एक वोट व एक नोट का आह्वान करते हुए पार्टी को मजबूत करने के लिए सदस्यता अभियान चलाएं। सांसद दुष्यंत चौटाला ने कहा कि वह भी अपने चार साल के कार्यकाल का लगभग 27 लाख रुपए का वेतन पार्टी को भेंट करेंगे।  

दुष्यंत को देखते ही जोश से उमड़ पड़े युवा, बेरिगेटस तोड़ स्टेज के पास पहुंचे

दुष्यंत की झलक पाने के लिए लोगों में भारी उत्साह था। जैसे ही सांसद दुष्यंत चौटाला हेलीपैड से पैदल चलते हुए मंच पर पहुंचे तो युवा उनकी झलक पाने के लिए जोश से भर गए। इस दौरान उत्साहित युवाओं ने मंच के आगे लगाए गए बेरिगेटस को तोड़ कर बिल्कुल मंच के पास पहुंच गए और काफी देर तक दुष्यंत-दुष्यंत के नारों से रैली स्थल गुंजता रहा। 
 


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

पिता की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए राजनीति में रखा कदम : धर्मपाल प्रजापत

किसानों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बना ईगराह का मनबीर रेढ़ू

सेवा भारती संस्था समाज के सहयोग से नि:स्वार्थ भाव से कार्य करती है : डॉ. सुरेंद्र पाल