टिकट को लेकर भाजपा में घमासान
--जींद उपचुनाव को लेकर पर्यवेक्षकों के सामने 11 उम्मीदवारों ने जताई अपनी दावेदारी
--ठंड के मौसम में उपचुनाव की आहट ने जींद की फिजाओं में पैदा की राजनीति की गर्माहट
जींद, 5 जनवरी (नरेंद्र कुंडू):- जींद उपचुनाव की घोषणा के बाद से सभी राजनीतिक दलों ने चुनाव जीतने के लिए अपने घोड़े दौड़ाने शुरू कर दिए हैं। सर्दी के इस मौसम में उपचुनाव की आहट ने जींद की फिजाओं में राजनीति की गर्माहट पैदा कर दी है। सभी राजनीति दलों की नजर जींद के उपचुनाव पर टिकी हुई हैं। राजनीतिक दल उपचुनाव में अपनी-अपनी जीत पक्की करने के लिए जोर-शोर से तैयारियों में लगे हुए हैं। क्योंकि आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जींद उपचुनाव को सैमीफाइल माना जा रहा है। इस सैमीफाइनल में जिस पार्टी का उम्मीदवार विजयी होगा आगामी विधानसभा चुनाव में उस पार्टी का पलड़ा भारी रहेगा। इसके चलते जींद उपचुनाव में विजयश्री का आशीर्वाद पाने के लिए राजनीतिक दलों द्वारा दूसरे दलों के मजबूत उम्मीदवारों को भी अपने पाले में लाने के प्रयास चल रहे हैं। टिकट को लेकर सबसे ज्यादा घमासान भाजपा में मचा हुआ है। इस समय भाजपा के पास सबसे ज्यादा उम्मीदवार हैं। इस समय भाजपा के पास 11 उम्मीदवारों के नाम आए हुए हैं। इसी के चलते शुक्रवार को भाजपा के पर्यवेक्षकों ने कैथल रोड पर स्थित पार्टी कार्यालय में कार्यकर्ताओं की नब्ज टटोली। पर्यवेक्षक के तौर पर भाजपा की राष्ट्रीय सचिव सुधा यादव व प्रदेश के कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ शुक्रवार दोपहर को जींद पहुंचे थे। पर्यवेक्षकों के समक्ष अपनी-अपनी दावेदारी प्रस्तुत करने के लिए सभी उम्मीदवार पूरे दल-बल के साथ पार्टी कार्यालय पहुंचे थे। पूरा दिन पार्टी कार्यालय में बैठकर पर्यवेक्षक सुधा यादव व ओमप्रकाश धनखड़ ने एक-एक कर सभी उम्मीदवारों की दावेदारी जांची। इस दौरान पर्यवेक्षकों ने उम्मीदवारों के साथ पहुंचे उनके समर्थकों से भी उनकी मजबूती के कारण भी पूछे। जींद विधानसभा सीट से चुनाव लडऩे को लेकर 11 उम्मीदवारों ने पर्यवेक्षकों के सामने अपनी दावेदारी प्रस्तुत की। उम्मीदवारों के समर्थकों से राय लेने के बाद पर्यवेक्षकों ने बंद कमरे में उम्मीदवारों से भी उनकी मजबूत दावेदारी को लेकर चर्चा की।
दल-बल के साथ पार्टी कार्यालय पहुंचे टिकटार्थी
उपचुनाव में जींद विधानसभा सीट पर पर्यवेक्षकों के सामने अपनी मजबूत दावेदारी प्रस्तुत करने के लिए सभी टिकटार्थी पूरे दल-बल के साथ पार्टी कार्यालय पहुंचे थे। टिकटार्थियों के साथ आए उनके समर्थक पूरे जोश के साथ अपने-अपने उम्मीदवारों के पक्ष में नारेबाजी कर रहे थे।
पर्यवेक्षकों के कार्यालय पहुंचते ही समर्थकों ने लगाए अपने-अपने उम्मीदवारों के नारे
उम्मीदवारों की फीड बैक लेने के लिए जैसे ही पर्यवेक्षक ओमप्रकाश धनखड़ व सुधा यादव पार्टी कार्यालय पहुंचे वैसे ही समर्थकों ने अपने-अपने उम्मीदवारों के पक्ष में नारेबाजी शुरू कर दी। काफी देर तक समर्थकों ने नारेबाजी की। बाद में ओमप्रकाश धनखड़ ने उम्मीदवारों के नारेबाजी पर ऐतराज जताते हुए कहा कि यदि नारे लगाने हैं तो केवल पार्टी के ही लगाएं। जिनके साथ आप आएं हैं उनके पक्ष में केवल एकाध नारा ही लगाएं।
टिकट के लिए इन-इन लोगों ने जताई अपनी-अपनी दावेदारी
उपचुनाव में जींद विधानसभा से चुनाव लडऩे के लिए कुल 11 लोगों ने पर्यवेक्षकों के समक्ष अपनी-अपनी दावेदारी जताई। पर्यवेक्षकों ने सबसे पहले मास्टर गोगल को अपनी दावेदारी प्रस्तुत करने का मौका दिया। दूसरे नंबर पर टेकराम कंडेला को समर्थकों के साथ अंदर बुलाया गया। तीसरे नंबर पर डॉ. कृष्ण मिढ़ा, चार नंबर पर मुख्यमंत्री के निजी सचिव राजेश गोयल को बुलाया गया लेकिन राजेश गोयल मौके पर मौजूद नहीं थे। इसके चलते राजेश गोयल के समर्थकों ने ही राजेश गोयल की तरफ से उनका पक्ष रखा। पांच नंबर पर लीलाधर मित्तल, छठे नंबर पर डॉ. ओमप्रकाश पहल, सातवें नंबर पर जवाहर सैनी, आठवें नंबर पर सुरेंद्र बरवाला, नौंवे नंबर पर बलकार डाहौला, दसवें नंबर पर सज्जन गर्ग तथा ग्याहरवें नंबर पर रामफल शर्मा ने टिकट को लेकर अपनी दावेदारी प्रस्तुत की।
हाल में समर्थकों की नारेबाजी से परेशान होकर खुले मैदान में आए पर्यवेक्षक
पर्यवेक्षकों द्वारा पार्टी कार्यालय के हाल में बैठकर टिकटार्थियों के समर्थकों से राय लेने की प्लानिंग थी लेकिन जैसे ही यह प्रक्रिया शुरू हुई वैसे ही टिकटार्थियों के साथ पहुंचे उनके समर्थकों ने नारेबाजी शुरू कर दी। काफी देर तक टिकटार्थियों के साथ आए समर्थक अपने-अपने उम्मीदवार के पक्ष में नारेबाजी करते रहे। पर्यवेक्षकों के रोकने पर भी जब समर्थक नहीं रूके तो पर्यवेक्षकों को मजबूरन हाल से निकल कर खुले मैदान में आना पड़ा। इसके बाद पर्यवेक्षकों ने एक-एक कर उम्मीदवार व उनके समर्थकों को अंदर हाल में बुला कर उनकी राय ली।
हाई कमान को दी जाएगी रिपोर्ट
भाजपा के पास उपुचनाव को लेकर कई उम्मीदवार हैं। उम्मीदवारों की संख्या को देखते हुए पार्टी द्वारा उन्हें पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी दी गई है। आज जींद में पहुंचकर उम्मीदवारों व उनके कार्यकर्ताओं की राय ली गई है। कार्यकर्ताओं से राय लेने के बाद एक-एक उम्मीदवार से भी राय ली जाएगी। इसके बाद यह रिपोर्ट हाई कमान को भेजी जाएगी। इसके बाद हाई कमान उम्मीदवार का फैसला करेगी।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें