मंगलवार, 19 मार्च 2019

देश में सत्ता परिवर्तन की धुरी बना था हरियाणा

1989 में कांग्रेस के किले को तोड़ तत्कालीन सीएम चौ. देवीलाल ने देश में किया था सत्ता परिवर्तन 
चौधरी देवीलाल ने विपक्षी दलों को एकजुट कर कांग्रेस को किया था सत्ता से बाहर

जींद, 18 मार्च (नरेंद्र कुंडू):- 10 लोकसभा सीटों वाला छोटा सा प्रदेश हरियाणा राजनीति में अपना एक विशेष स्थान रखता है। जब भी देश में सत्ता परिवर्तन हुआ है उसमें हरियाणा का विशेष योगदान रहा है। राजनीति के इतिहास में 1989 में देश में हुए सत्ता परिवर्तन की धुरी महज 10 लोकसभा सीटों वाला हरियाणा प्रदेश बना था। प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री चौधरी देवीलाल ने देश में पूरे विपक्ष को एकजुट कर केंद्र से राजीव गांधी और कांग्रेस पार्टी को सत्ता से बाहर करने में अहम भूमिका निभाई थी। 
यहां बताते चलें कि 1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए लोकसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी ने पूरे देश में क्लीन स्वीप करते हुए भारत के संसदीय चुनावों की सबसे बड़ी जीत हासिल की थी। राजीव गांधी देश के प्रधानमंत्री बने थे और 5 साल बाद 1989 में हुए लोकसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी और राजीव गांधी को संयुक्त विपक्ष के सामने करारी हार का सामना करना पड़ा था। इसके लिए जमीन हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री चौ. देवीलाल ने तैयार की थी। चौ. देवीलाल ने तब एक-एक कर विपक्ष के तमाम नेताओं को तत्कालीन राजीव गांधी सरकार के खिलाफ एकजुट किया था। विपक्ष को एकता के सूत्र में पिरोने वाले केवल चौ. देवीलाल ही थे और इसके लिए उन्होंने तब हरियाणा में अपने मुख्यमंत्री होने का पूरा फायदा उठाया था। दिल्ली स्थित हरियाणा भवन तब विपक्षी नेताओं के जमावड़े का सबसे बड़ा केंद्र बना था। विपक्ष की तमाम अहम बैठक हरियाणा भवन में ही होती थी। भाजपा से लेकर लोकदल और दूसरे तमाम विपक्षी दलों को चौधरी देवीलाल ने एक मंच पर लाने का काम किया था। कई विपक्षी दलों को मिलाकर चौ. देवीलाल ने जनता दल बनाया और 1989 में जब लोकसभा चुनाव हुए तो जनता दल ने कांग्रेस और राजीव गांधी को केंद्र की सत्ता से बाहर कर दिया। 1989 में हुए लोकसभा चुनावों में केंद्र में इतना बड़ा सत्ता परिवर्तन हुआ तो इसकी धुरी हरियाणा बना था। हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री चौ. देवीलाल ने हरियाणा समेत उत्तर भारत में अपनी जबरदस्त लोकप्रियता और इसके दम पर पूरे विपक्ष को कांग्रेस के खिलाफ एकजुट करने में अहम भूमिका निभाई थी। प्रदेश के भूगोल ने इसमें चौ. देवीलाल की भरपूर मदद की। देश की राजधानी दिल्ली को हरियाणा तीन तरफ से घेरता है। जब भी तत्कालीन विपक्ष को दिल्ली में कांग्रेस की तत्कालीन सरकार और उसके प्रधानमंत्री राजीव गांधी को घेरने के लिए बड़े शक्ति प्रदर्शन की जरूरत पड़ी तो चौ. देवीलाल ने हरियाणा से लाखों लोगों को दिल्ली ले जाकर तत्कालीन राजीव गांधी सरकार के पैर उखाडऩे का काम किया था। 

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