रोचक होगा सोनीपत लोकसभा का मुकाबला
कांग्रेस व जजपा प्रत्याशियों की घोषणा से बढ़ी भाजपा की मुश्किलें
मोदी लहर में भी रमेश कौशिक 9 विधानसभा में से महज पांच विधानसभा क्षेत्रों में ही बना पाए थे बढ़त
जींद, 22 अप्रैल (नरेंद्र कुंडू):- सोनीपत लोकसभा क्षेत्र में इस बार मुकाबला काफी रौचक होगा। कांग्रेस व जजपा द्वारा अपने प्रत्याशी घोषित किए जाने के बाद भाजपा की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। कांग्रेस से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा व जजपा से दिग्विजय चौटाला को टिकट दिए जाने के बाद सोनीपत लोकसभा क्षेत्र हॉट सीट बन गई है। क्योंकि सोनीपत जिले में कांग्रेस तथा जींद जिले में जजपा काफी मजबूत स्थित में है। वहीं जींद जिले के कई गांवों में ग्रामीणों द्वारा सांसद रमेश कौशिक का विरोध होने तथा कांग्रेस की टिकट से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के चुनाव मैदान में आने से भाजपा की मुश्किलें ओर बढ़ गई हैं। इसका दूसरा मुख्य कारण यह भी है कि 2014 के चुनाव में मोदी लहर में भी रमेश कौशिक 9 विधानसभा क्षेत्रों में से सिर्फ सोनीपत, गन्नोर, राई, सफीदों व जींद पांच विधानसभा क्षेत्रों में ही बढ़त बना पाए थे। इसके अलावा अगर देखा जाए तो 2014 के लोकसभा चुनाव के पांच माह बाद हुए विधानसभा चुनाव में सोनीपत शहर को छोड़कर सोनीपत जिले की पांच सीटों पर कांग्रेस ने दोबारा जीती हासिल की। जींद जिले के गांवों में सांसद का विरोध होने तथा सोनीपत क्षेत्र में कांग्रेस का प्रभाव होने के कारण भी इस बार सोनीपत लोकसभा क्षेत्र का रण भाजपा के लिए आसान नहीं होगा। उधर से जजपा ने भी युवा चेहरे पर दांव खेला है। सोनीपत लोकसभा से जजपा प्रत्याशी दिग्विजय चौटाला जींद उपचुनाव में 37 हजार वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे थे।
मोदी लहर में भाजपा को पांच विधानसभा सीटों पर ही मिल पाई थी बढ़त
मोदी लहर के सहारे रमेश कौशिक ने सोनीपत लोकसभा के गन्नौर, राई, सोनीपत, सफीदों और जींद विधानसभा क्षेत्रों में सबसे ज्यादा वोट लिए जबकि खरखौदा और बरोदा में उन्हें कांग्रेस और इनेलो के मुकाबले कम वोट मिले। सोनीपत विधानसभा क्षेत्र ने तो उन्हें लगभग 30 हजार वोटों की बढ़त दी। विशेष बात यह रही कि चुनाव के वक्त भी इस क्षेत्र में सिर्फ सोनीपत सीट से ही भाजपा का विधायक था और 5 महीने बाद हुए विधानसभा चुनाव में भी सिर्फ सोनीपत से ही भाजपा जीती। सोनीपत के बाकि पांच विधानसभा सीटों पर कांग्रेस ने दोबारा से जीत हासिल की थी। इस लिहाज से देखें तो विधानसभा के स्तर पर यह भाजपा के लिए न्यूनतम सुधार वाला क्षेत्र रहा। रमेश कौशिक की जीत करीब 77 हजार वोटों यानी लगभग 8 प्रतिशत की रही जो हरियाणा में जीते भाजपा उम्मीदवारों में सबसे कम थी। वहीं लोकसभा चुनाव के समय इस क्षेत्र में जींद जिले की तीनों सीटों सफीदों, जींद और जुलाना में इनेलो के विधायक थे जिनमें से जींद और जुलाना सीटें पर इनैलो पार्टी ने अक्तूबर 2014 के चुनाव में फिर से जीती।
सोनीपत लोकसभा में 11 चुनाव में तीन बार कांग्रेस व तीन बार भाजपा का रहा है कब्जा
सोनीपत लोकसभा क्षेत्र में अब तक हुए 11 चुनावों में तीन बार कांग्रेस व तीन बार भाजपा का कब्जा रहा है। जबकि एक-एक बार जनता पार्टी, जनता पार्टी (एस), जनता दल, हरियाणा लोकदल व आजाद उम्मीदवार विजयी होकर लोकसभा पहुंचे हैं। 1984 में कांग्रेस उम्मीदवार धर्मपाल मलिक 2941 सबसे कम वोटों से व 1977 के चुनाव में जनता पार्टी उम्मीदवार मुख्यत्यार सिंह 280223 सबसे ज्यादा वोटों के अंतराल से विजयी घोषित हुए हैं। इस लोकसभा क्षेत्र से किशन सिंह सांगवान लगातार तीन बार व धर्मपाल मलिक दो बार जीतकर लोकसभा पहुंचे हैं। मुख्यत्यार सिंह, देवीलाल, कपिल देव शास्त्री, अरविंद कुमार, जितेंद्र मलिक व रमेश कौशिक ने एक-एक बार प्रतिनिधित्व किया है।
बॉक्स
विधानसभा क्षेत्र भाजपा कांग्रेस इनैलो बसापा आप नोटा
गनौर 37218 33180 29077 1883 3777 180
राई 34932 29978 29610 2344 5740 238
खरखौदा 24426 32912 28081 1770 3651 182
सोनीपत 57832 28559 15480 2449 8666 769
गोहाना 33726 35466 28395 2183 5300 224
बरोदा 26110 43439 29817 2811 4269 171
जुलाना 33960 23632 41895 3172 6093 156
सफीदों 47986 25770 32067 4277 4011 183
जींद 50789 16791 29862 3213 7058 298
पोस्टल मत 224 62 120 1 32 2
कुल 347203 269789 264404 24103 58597 2403
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