रक्तदान करने से शरीर को कई तरह के भावनात्मक और शारीरिक स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं : डा. भोला

माता-पिता की स्मृति में आयोजित किया दूसरा रक्तदान शिविर
शिविर आयोजक डा. भोला व बेटे कार्तिक भोला ने भी किया रक्तदान
शिविर में हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी धर्मों के लोगों ने रक्तदान कर की मिसाल कायम



नरेंद्र  

जींद, 15 सितम्बर : नागरिक अस्पताल के डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला द्वारा अपने स्व. पिता दौलतराम व माता शाणी देवी की स्मृति में रविवार को हिंदू कन्या महाविद्यालय के सामने सेवा सदन में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी धर्मों के लोगों ने एकसाथ रक्तदान कर जहां मिसाल कायम की वहीं शहर के समाजसेवियों, चिकित्सकों, गणमान्य लोगों ने भी बढ़चढ़ कर भाग लिया और रक्तदान किया। शिविर में रक्तदान को लेकर इतना उत्साह था कि एक-एक कर 150 से अधिक रक्त यूनिट एकत्रित हो गई। शिविर आयोजक डा. भोला व उनके बेटे कार्तिक भोला ने भी रक्तदान किया। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पूरी तन्मयता से अपनी डयूटी निभाई रक्त का संग्रहण किया। रक्तदान शिविर की खास बात यह रही कि इसमें न कोई मुख्यअतिथि था और न ही कोई विशिष्ठ अतिथि। हर कोई आमजन की तरह रक्तदान शिविर में पहुंचा और रक्तदान किया।
शिविर में रक्तदाताओं का हौंसाल बढ़ाते हुए डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला, डिप्टी सीएमओ डा. रमेश पांचाल, डा. संकल्प, डा. शिप्रा, डा. अरूण, डा. सोनल, रेडक्रॉस से रवि हुड्डा, महंत शुक्राईनाथ, महंत मुकेश गिरी, सदानंद महाराज, समाजेसवी राजकुमार गोयल, राजकुमार भोला, सावर गर्ग, सुनील वशिष्ठ ने कहा कि रक्तदान करने से शरीर को कई तरह के भावनात्मक और शारीरिक स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। इससे जहां तनाव कम होता है वहीं भावनात्मक स्वास्थ्य में सुधार होता है। ब्लड डोनेशन के दौरान शारीरिक जांच होती है जिससे अपने स्वास्थ्य के बारे में पता चलता है। नेगेटिव भावनाओं से छुटकारा पाने में मदद मिलती है। रिद्धि-सिद्धि क्लब के प्रधान सुभाष अनेजा, महिला प्रधान संगीता, बब्बल सैनी, पवन बंसल, कमल चुघ, आचार्य पवन शर्मा, आचार्य विष्णुदत्त शर्मा ने रक्तदाताओं की हौंसलाअफजाही करते हुए कहा कि रक्तदान से बड़ा कोई पुण्य का कार्य नहीं है और हर व्यक्ति खासकर युवाओं को रक्तदान के लिए आगे आना चाहिए। नागरिक अस्पताल के वरिष्ठ दंत चिकित्सक डा. रमेश पांचाल, डा. सौरभ, डा. मनजीत ने कहा कि रक्तदान करने से शरीर पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता है। रक्तदान करने से शरीर में एक नई ऊर्जा का संचार व गौरव अनुभव होता है। मानव रक्त का वैज्ञानिक भी कोई विकल्प नहीं निकाल पाए हैं। आवश्यकता होने पर खून की पूर्ति केवल मानव रक्त से ही हो सकती है। अगर हर इंसान रक्तदान करने का प्रण ले ले तो वह दिन दूर नहीं जब देश में खून की पूर्ति हो जाएगी। डा. भोला की पत्नी सीमा भेला, बेटे कार्तिक भोला, बहन कमलेश, ऊषा, रितेश, सुप्रिया, गोल्डी, बंटी ने ने कहा कि रक्तदान करने से किसी का बहुमूल्य जीवन बचाया जा सकता है। रक्तदान एक महादान है तथा मानव को अपने जीवन में रक्तदान कर पुण्य कमाना चाहिए। इससे बहुमूल्य जिंदगियों को बचाया जा सकता है। रक्तदान से शरीर पर किसी प्रकार का विपरित प्रभाव नहीं पड़ता। रक्त की पूर्ति केवल मानव शरीर से ही संभव है इसलिए प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति को कम से कम वर्ष में एक बार अवश्य रक्तदान करना चाहिए। शिविर के आयोजक डिप्टी एमएस डा. राजेश भोला, सीमा भोला ने कहा कि रक्तदान शिविर में जहां रक्तदाताओं को रक्तदान करने के लिए सम्मानित किया गया वहीं कन्या भ्रूण हत्या, पर्यावरण संरक्षण, अधिक से अधिक मतदान व कन्या भ्रूण हत्या न करने को लेकर भी शपथ दिलाई गई है। इस रक्तदान शिविर को आयोजित करने का उद्देश्य जहां सामाजिक सद्भावना को बढ़ावा देना रहा साथ हीसामाजिक कुरीतियों के खिलाफ आवाज भी बुलंद की गई है। शिविर में हरेंद्र कादियान, राकेश ग्रोवर, पवन आर्य, तरसेम सहित अनेक गणमान्य लोग मौजूद रहे।

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