सफीदों की धरती पर भाजपा के लिए कमल खिलाना नहीं है आसान

सफीदों की जनता ने 2014 मोदी लहर में भी भाजपा प्रत्याशी को नकारा  
सफीदों से एक बार भी नहीं जीत पाया कोई बाहरी उम्मीदवार

नरेंद्र  कुंडू 
जींद, 25 सितम्बर : विधानसभा 2024 के इस चुनाव में सफीदों की धरती पर भाजपा के लिए कमल खिलाना इस बार भी आसान नहीं है। हालांकि भाजपा आज तक एक बार भी सफीदों में जीत दर्ज नहीं कर पाई है। 2014 में मोदी लहर में भी भाजपा यहां से सीट नहीं निकाल पाई थी। सफीदों में इस बार सीधा मुकाबला भाजपा व कांग्रेस के बीच है। जजपा, इनैलो व आजाद उम्मीदवार इस बार मुकाबले से बाहर नजर आ रहे हैं। भाजपा व कांग्रेस की आमने-सामने की टक्कर में कई ऐसे फैक्टर हैं जो भाजपा के लिए गले की फांस बन रहे हैं। यहां सबसे बड़ा फैक्टर तो भाजपा प्रत्याशी का बाहरी होना है। क्योंकि सफीदों की धरती से आज तक कोई बाहरी प्रत्याशी जीत नहीं पाया है। सफीदों की जनता ने बाहरी प्रत्याशी को हर बार नकार दिया है। वहीं रामकुमार गौतम को टिकट मिलने के बाद से यहां के स्थानीय नेताओं में भी नाराजगी चल रही है। अब देखना यह है कि क्या इस बार भाजपा सफीदों में अपना सूखा खत्म कर यहां कमल खिला पाएगी या कांग्रेस विधायक सुभाष गांगोली दोबारा यह सीट कांग्रेस की ­ोली में डाल पाएंगे।

बाहरी उम्मीदवार को सफीदों की जनता ने नहीं दिया मौका

सफीदों की जनता ने आज तक किसी भी बाहरी प्रत्याशी को मौका नहीं दिया है। 1987 में चौधरी देवलाल की आंधी होते हुए भी यहां से बाहरी उम्मीदवार रामचंद्र हार गए थे। 1991 में रामकुमार गौतम ने चुनाव लड़ा, वो भी बाहरी होने के कारण चुनाव हार गए। इस चुनाव में रामकुमार गौतम को महज 1500 के लगभग वोट मिले थे। 2005 में कर्मवीर सैनी ने कांग्रेस की आंधी में चुनाव लड़ा वो भी बाहरी होने के कारण हार गए। 2014 में भाजपा की लहर में डॉ. वंदना शर्मा ने चुनाव लड़ा वो भी बाहरी होने के कारण चुनाव हार गई। अब यहां देखना यह है कि क्या सफीदों की इस परिपाटी को इस बार रामकुमार गौतम तोड़ पाएंगे।

भाजपा प्रत्याशी के बिगड़ते बोल

सफीदों विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी रामकुमार गौतम का टिकट मिलते ही एक ब्यान सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था, जिसमें वह कर रहे थे कि चुनाव में जो उनका साथ नहीं देगा उसका बीज भी नहीं जामेगा। रामकुमार गौतम के इस ब्यान से स्थानीय नेताओं में काफी आक्रोष देखने को मिला था। वहीं दूसरी बार चुनाव प्रचार के दौरान रामकुमार गौतम ने एक ब्यान और दे दिया जिसमें उन्होंने कहा कि मेरे समाज से वोट मांगने की जरुरत नहीं है, जो भाजपा को वोट नहीं देगा वह असल का बीज नहीं है। उनका यह ब्यान भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ और रामकुमार गौतम के इस ब्यान के बाद भी लोगों में काफी नाराजगी देखने को मिली।

क्या रामफल कुंडू के रिकार्ड को तोड़ पाएंगे सुभाष गांगोली

सफीदों विधानसभा से लगातार दो चुनाव जीतने का रिकार्ड आज तक रामफल कुंडू के नाम दर्ज है। रामफल कुंडू ने वर्ष 1996 में समता पार्टी से व 2000 में इनेलो पार्टी की टिकट पर दूसरी बार चुनाव जीता था। रामफल कुंडू के अलावा आज तक कोई भी प्रत्याशी लगातार दो बार विधायक नहीं बन पाया है। अब देखना यह है कि क्या सुभाष गांगोली रामफल कुंडू के इस रिकार्ड को तोड़ते हुए दूसरी बार विधायक बन पाएंगे।

धज्जाराम के नाम सबसे कम व सरदूल सिंह के नाम दर्ज है सबसे अधिक मतों से जीत का रिकार्ड

सफीदों से कांग्रेस प्रत्याशी धज्जाराम के नाम सबसे कम तो आजाद प्रत्याशी सरदूल सिंह के नाम सबसे ज्यादा मतों से जीत का रिकार्ड दर्ज है। 1972 में कांग्रेस उम्मीदवार धज्जाराम सबसे कम मत 108 व 1987 में आजाद उम्मीदवार सरदूल सिंह सबसे अधिक मत 26732 से जीत कर विधानसभा पहुंचे थे।

वर्ष     वियजी प्रत्याशी     पार्टी     प्रतिद्वंदी      पार्टी        जीत दर्ज की

1967     श्री कृष्ण       कांग्रेस     सतनारायण     आजाद     5971
1968     सतनारायण   विहपा     रामकिशन       कांग्रेस     2240
1972     धज्जाराम       कांग्रेस    सतनारायण      विहपा      108
1977     रामकिशन  जनता पार्टी घासीराम        आजाद     11738
1982     कुंदनलाल      कांग्रेस     सतबीर सिंह  लोकदल      6868
1987     सरदूल सिंह   आजाद     कुंदनलाल      कांग्रेस       26732
1991     बच्चन सिंह     कांग्रेस     रामफल कुंडू जनता पार्टी   2597
1996     रामफल कुंडू  समता     रणबीर सिंह     हविपा         4201
2000     रामफल कुंडू  इनैलो     बच्चन सिंह       कांग्रेस        8378
2005     बच्चन सिंह     आजाद   कर्मबीर सैनी     कांग्रेस     17644
2009 कलीराम पटवारी  इनैलो     बच्चन सिंह     आजाद       15436
2014 जसवीर देशवाल  आजाद  डॉ. वंदना शर्मा   भाजपा        1422
2019  सुभाष गांगोली    कांग्रेस    बच्चन सिंह       भाजपा        3658



भाजपा प्रत्याशी रामकुमार गौतम की फोटो।
 कांग्रेस प्रत्याशी सुभाष गांगोली की फोटो।


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