जाट लैंड में गैर जाट कार्ड खेल कमल खिलाने में सफल हुई भाजपा

--जींद के इतिहास में पहली बार भाजपा को मिली चार सीटें
--जींद से भाजपा प्रत्याशी डॉ. कृष्ण मिढ़ा ने लगाई हैट्रीक तो उचाना से नए चेहरे ने दिग्गज नेताओं को चटाई धूल

नरेंद्र कुंडू  
जींद, 8 अक्तूबर : जाट लैंड में गैर जाट कार्ड खेल कर भाजपा इस बार जींद जिले की चार सीटों पर कमल खिलाने में सफल हुई है। जींद के आज तक के इतिहास में पहली बार भाजपा को चार सीटें मिली हैं। इससे पहले दो बार जींद में तो एक बार उचाना में भाजपा जीत दर्ज कर पाई थी। लेकिन इस बार जींद, सफीदों, उचाना व नरवाना में भाजपा ने जीत दर्ज की है। इतना ही नहीं उचाना की हाट सीट पर भाजपा द्वारा उतारे गए नए चेहरे देवेंद्र अत्री ने पूर्व उपमुख्यंत्री दुष्यंत चौटाला, पूर्व केंद्रीय मंत्री चौ. बीरेंद्र सिंह के पुत्र सांसद बृजेंद्र सिंह जैसे बड़े दिग्गज नेताओं को धूल चटाने का काम किया है। यहां एक खास बात यह भी है कि भाजपा द्वारा इस बार जींद जिले में तीन विधानसभा सीटों पर स्थानीय नेताओं को नकारते हुए बाहरी प्रत्याशियों पर दांव खेला गया था। इन तीन प्रत्याशियों में से दो प्रत्याशी जीत हासिल करने में सफल हुए हैं। जींद विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी डॉ. कृष्ण मिढ़ा ने तीसरी बार जीत दर्ज की है और तीसरी बार जीत का मार्जन पहले की जीतों से सबसे ज्यादा रहा है। 2019 उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी डॉ. कृष्ण मिढ़डा ने जजपा प्रत्याशी दिग्विजय चौटाला को 12,935 वोटों से तथा 2019 में आम चुनाव में डॉ. कृष्ण मिढ़डा ने जजपा प्रत्याशी महावीर गुप्ता को 12508 से पराजित किया था। वहीं 2024 के इस आम चुनाव में डॉ. कृष्ण मिढ़डा ने कांग्रेस प्रत्याशी महावीर गुप्ता को 15860 वोटों से पराजित कर तीसरी बार कमल खिलाने का काम किया है।

5 में से तीन सीटों पर बाहरी प्रत्याशियों को दिया मौका

भाजपा पार्टी ने जींद जिले में गैर जाट कार्ड खेलने के साथ-साथ 5 में से तीन सीटों पर बाहरी प्रत्याशियों पर भरोसा जताया था। भाजपा पार्टी द्वारा जींद से पंजाबी, जुलाना से बीसी, सफीदों व उचाना से ब्राह्मण तथा नरवाना से वाल्मीकि समाज को टिकट दिया था। इनमें से जुलाना से कैप्टन योगेश, सफीदों से रामकुमार गौतम व नरवाना से कृष्ण बेदी तीनों बाहरी प्रत्याशी थे। हालांकि नरवाना से भाजपा प्रत्याशी कृष्ण बेदी का पैतृक गांव नरवाना का कलोदा खुर्द है लेकिन कृष्ण बेदी काफी लंबे समय से शाहबाद में रहते हैं और पिछला चुनाव भी उन्होंने शाहबाद से ही लड़ा था। जबकि जुलाना प्रत्याशी कैप्टन योगेश सफीदों विधानसभा से तथा रामकुमार गौतम नारनौंद विधानसभा से सम्बंध रखते हैं।

उचाना में नए चेहरे ने दिग्गज नेताओं को चटाई धूल

जींद जिले की उचाना विधानसभा हाट सीट है। यहां 2009 में पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला व पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह आमने-सामने थे तो 2014 व 2019 चुनाव में दुष्यंत चौटाला व बीरेंद्र सिंह की धर्मपत्नी प्रेमलता आमने सामने चुनाव लड़े थे। इसके चलते उचाना सीट को हाट सीट माना जाता था। क्योंकि 2009 से इस सीट पर चौटाला व बीरेंद्र सिंह परिवार के सदस्यों की टक्कर होती रही है। लेकिन 2024 के इस चुनाव में एक नए और युवा चेहरे देवेंद्र अत्री ने इन दिग्गज नेताओं को धूल चटाई है। देवेंद्र अत्री के सामने इस बार पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला व पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के पुत्र पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह से थे। हालांकि देवेंद्र अत्री की जीत का मार्जन महज 32 वोटों का रहा है।  

कुश्ती के बाद राजनीति के अखाड़े में भी विनेश ने लहराया परचम

जीत के बाद रोड शो निकालती कांग्रेस प्रत्याशी विनेश फौगाट।
जुलाना विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी विनेश फौगाट कुश्ती के अखाड़े के साथ-साथ राजनीति के अखाड़े में भी सफल हुई है। विनेश फौगाट का यह पहला चुनाव था। विनेश फौगाट ने भाजपा प्रत्याशी कैप्टन योगेश को 6015 वोटों से पराजित कर जुलाना की धरती पर कमल को खिलने से रोक दिया।

जींद में डॉ. कृष्ण मिढ़ा की पिछली सभी जीतों में इस बार सबसे बड़ी जीत

भाजपा प्रत्याशी डॉ. कृष्ण मिढ़ा ने 15860 वोटों से जीत दर्ज की है। डॉ. कृष्ण मिढ़ा को 68920 वोट मिले जबकि उनके प्रतिद्वंदी महावीर गुप्ता को 53060 वोट मिले। आजाद प्रत्याशी प्रदीप गिल तीसरे नंबर पर रहे। प्रदीप गिल को 7639 वोट मिले। आप पार्टी प्रत्याशी वजीर ढांडा को 2078 वोट मिले। इनैलो प्रत्याशी नरेंद्र नाथ शर्मा को 1127 वोट मिले। जजपा प्रत्याशी धर्मपाल को 1014, आजाद प्रत्याशी रीतू राज बामनिया को 373, रितेश सांगवान को 100, वेदप्रकाश पांचाल को 98, अंकित कुमार को 83, रामप्रकाश को 80, विकास को 62, सुरेश चंद 55 तथा नोटा को 547 वोट मिले।

कांग्रेस प्रत्याशी विनेश ने 6015 वोटों से जीत की दर्ज

जुलाना से कांग्रेस प्रत्याशी विनेश फौगाट 6015 से जीत हासिल की। विनेश फौगाट को कुल 65080, भाजपा प्रत्याशी कैप्टन योगेश को 59065, इनैलो प्रत्याशी सुरेन्द्र लाठर को 10158, जजपा प्रत्याशी अमरजीत को 2477, आप प्रत्याशी कविता दलाल को 1280, आजाद प्रत्याशी बिजेंद्र कुमार को 164, प्रेम को 117, कोच जसवीर सिंह अहलावत को 90, अमित शर्मा को 76, रामरतन को 69, जोगी सुनील को 47, इंद्रजीत को 46 तथा नोटा को 202 वोट मिले।

उचाना से भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र अत्री महज 32 वोटों से जीते

उचाना से भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र अत्री ने 32 वोटों से जीत हासिल की। देवेंद्र अत्री को कुल 48788 वोट मिले जबकि उनके प्रतिद्वंदी बृजेंद्र सिंह को 48756 वोट मिले। आजाद प्रत्याशी विरेंद्र घोघड़ियां को 31273, आजाद प्रत्याशी विकास काला को 13421 वोट मिले, पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को 7920 वोट मिले, आजाद प्रत्याशी दिलबाग संडील को 7276, इनैलो प्रत्याशी विनोद पाल दुग्गल को 2649, पवन फौजी को 2485, आजाद प्रत्याशी को बिजेंद्र को 338 वोट मिले, जबकि नोटा को 186 वोट मिले।

सफीदों से भाजपा प्रत्याशी रामकुमार गौतम 4037 वोटों से जीते

सफीदों से भाजपा प्रत्याशी रामकुमार गौतम ने 4037 वोटों से जीत हासिल की। रामकुमार गौतम को 58983 वोट मिले जबकि उनके प्रतिद्वंदी सुभाष गांगोली को 54946 वोट मिले। आजाद प्रत्याशी जसबीर देशवाल को 20114 वोट मिले जबकि बच्चन सिंह आर्य को 8807, बहुजन समाज पार्टी की प्रत्याशी पिंकी कुंडू को 822, जजपा प्रत्याशी सुशील बैरागी 814, आप प्रत्याशी निशा देशवाल को 193 वोट मिले जबकि नोटा को 172 वोट मिले।
बॉक्स
नरवाना से भाजपा प्रत्याशी कृष्ण बेदी 11499 वोटों से जीते
नरवाना से भाजपा प्रत्याशी कृष्ण बेदी ने 11499 वोटों से जीत दर्ज की है। कृष्ण बेदी को 59474 वोट मिले जबकि उनके प्रतिद्वंदी सतबीर दबलैन को 47975, इनैलो प्रत्याशी विद्या रानी को 46303, आप प्रत्याशी अनील रंगा को 2374, जजपा प्रत्याशी संतोष दनौदा को 1547, कम्यूनिष्ट प्रत्याशी मनीराम को 579 तथा नोटा को 460 वोट मिले हैं।

अपनी व अपने पिता की हार का बदला नहीं ले पाए महावीर गुप्ता

जीत के बाद शहर में रोड शो निकालते जींद से भाजपा प्रत्याशी डॉ. कृष्ण मिढ़ा।
जींद की राजनीति में दिग्गज नेता रहे मांगेराम गुप्ता के पुत्र महावीर गुप्ता मिढ़ा परिवार से अपनी व अपने पिता की हार का बदला इस बार भी नहीं ले पाए। भाजपा प्रत्याशी डॉ. कृष्ण मिढ़ा ने लगातार दूसरी बार पूर्व मंत्री मांगेराम गुप्ता के पुत्र महावीर गुप्ता को पटखनी दी है। इससे पूर्व 2009 में डॉ. कृष्ण मिढ़ा के पिता डॉ. हरिचंद मिढ़ा ने पूर्व मंत्री मांगेराम गुप्ता को पराजित किया था। मांगे राम गुप्ता 2000 से 2009 तक लगातार दो बार जींद से विधायक रहे और इस दौरान वह कांग्रेस सरकार में मंत्री भी बने। 2009 तक जींद की राजनीति में गुप्ता परिवार की तुती बोलती थी। लेकिन 2009 के विधानसभा चुनाव में डॉ. हरिचंद मिढ़ा ने मांगे राम गुप्ता को 7862 वोटों से पराजित कर उनकी राजनीतिक जमीन छीन ली। इसके बाद से जींद विधानसभा सीट पर मिढ़ा परिवार का कब्जा है। 2009 व 2014 में डॉ. हरिचंद मिढ़ा यहां से विधायक बने। अगस्त 2018 में डॉ. हरिचंद मिढ़ा की मृत्यु के बाद जनवरी 2019 में हुए जींद उपचुनाव में डॉ. हरिचंद मिढ़ा के पुत्र डॉ. कृष्ण मिढ़ा ने भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ा और वह जजपा प्रत्याशी दिग्विजय चौटाला को 12935 वोटों से पराजित कर विधायक बने। अक्तूबर 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में डॉ. कृष्ण मिढ़ा पूर्व मंत्री मांगे राम गुप्ता के पुत्र जजपा प्रत्याशी महावीर गुप्ता को 12508 वोटों से पराजित कर फिर से विधायक बने। अब 2024 के विधानसभा चुनाव में एक बार फिर से डॉ. कृष्ण मिढ़ा ने कांग्रेस प्रत्याशी महावीर गुप्ता को 15860 वोटों से पराजित किया है।

पूर्व मंत्री मांगेराम गुप्ता परिवार की राजनीति पर लगा ग्रहण

कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे पूर्व मंत्री स्व. मांगेराम गुप्ता के परिवार की राजनीति पर ग्रहण लग चुका है। पूर्व मंत्री मांगे राम गुप्ता के पुत्र महावीर गुप्ता लगातार दूसरी बार भाजपा प्रत्याशी डॉ. कृष्ण मिढ़ा से हार गए हैं। ऐसे में अब गुप्ता परिवार की राजनीति हाशिये पर चली गई है। क्योंकि महावीर गुप्ता अपने पिता पूर्व मंत्री मांगेराम गुप्ता की राजनीतिक विरासत को संभाल नहीं पाए हैं। जनता के बीच में महावीर गुप्ता अपनी अच्छी पकड़ नहीं बना पाए हैं। कांग्रेस से टिकट मिलने के बाद भी महावीर गुप्ता को लेकर जनता में काफी विरोध था। जनता कांग्रेस को वोट तो करना चाहती थी लेकिन प्रत्याशी का चयन सही नहीं होने के कारण जनता असमंजस में थी। जनता के बीच चल रहे इस विरोध को भाजपा भुनाने में कामयाब रही है और तीसरी बार जींद की धरती पर कमल खिलाने में सफल हुई।

विनेश फौगाट ने कैप्टन योगेश को लगाई धोबी पछाड़

मतगणना केंद्र के अंदर मतगणना करवाते अधिकारी।
2024 के विधानसभा चुनाव में जुलाना सबसे हाट सीट बनी हुई थी। इस सीट पर कांग्रेस की टिकट पर ओलंपियन खिलाड़ी विनेश फौगाट चुनाव लड़ रही थी। वहीं भाजपा ने ओबीसी चेहरे कैप्टन योगेश पर अपना दाव लगाया था। कैप्टन योगेश सफीदों विधानसभा के पाजू गांव से सम्बंध रखते हैं। बाहरी प्रत्याशी होने के बाद भी कैप्टन योगेश ने काफी सक्रियता से चुनाव लड़ा। शुरुआत के 10 राउंडों तक कैप्टन योगेश बैरागी लीड बनाकर आगे चल रहे थे लेकिन 11वें राउंड के बाद वह पिछड़ते चले गए। आखिरी राउंड तक पहुंचते-पहुंचते विनेश फौगाट ने कैप्टन योगेश को 6015 वोटों से मात दी है।

सफीदों की धरती ने बदली परिपाटी, पहली बार खिला कमल

2024 के इस चुनाव में सफीदों की धरती ने परिपाटी बदलने का काम किया है। सफीदों विधानसभा के इतिहास में पहली बार भाजपा कमल खिलाने में सफल हुई है। वहीं सफीदों के इतिहास में पहली बार बाहरी प्रत्याशी को सफीदों की जनता ने जीता कर विधानसभा भेजने का काम किया है। सफीदों से भाजपा प्रत्याशी रामकुमार गौतम ने 4037 वोटों से जीत हासिल की। रामकुमार गौतम को 58983 वोट मिले जबकि उनके प्रतिद्वंदी सुभाष गांगोली को 54946 वोट मिले। रामकुमार गौतम नारनौंद विधानसभा से आते हैं और इससे पहले वह जजपा की टिकट पर 2019 में नारनौंद से विधायक थे। हाल ही में राजकुमार गौतम ने जजपा को छोड़कर भाजपा ज्वाइन की थी। पार्टी ज्वाइन करते ही भाजपा ने राजकुमार गौतम को सफीदों विधानसभा से टिकट दिया था।





मतगणना केंद्र के अंदर मतगणना करवाते अधिकारी।

मतगणना केंद्र के बाहर सुरक्षा व्यवस्था बनाए हुए पुलिस कर्मी।

मतगणना केंद्र के बाहर सुरक्षा व्यवस्था बनाए हुए पुलिस कर्मी।
 



टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

पिता की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए राजनीति में रखा कदम : धर्मपाल प्रजापत

सेवा भारती संस्था समाज के सहयोग से नि:स्वार्थ भाव से कार्य करती है : डॉ. सुरेंद्र पाल

किसानों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बना ईगराह का मनबीर रेढ़ू