बिना कीट ज्ञान के कीटनाशकों से छुटकारा संभव नहीं : डा. दलाल
खाप पंचायत की 15वीं बैठक में हुई किसान-कीट विवाद की सुनवाई के लिए नरेंद्र कुंडू जींद। गीता के चौधे अध्याय में श्री कृष्ण भगवान ने अर्जुन से कहा है कि हे पार्थ ज्ञान रूपी हवन सामग्री रूप यज्ञ से बेहतर होता है। इस ज्ञान रूपी गंगा में गोता मारने से सारे पाप कट जाते हैं। इसलिए कहीं भी तत्ववेता मिल जाए तो उसके पैरों में पड़कर भी हमें ज्ञान लेना चाहिए। यह बात किसान खेत पाठशाला के संचालक डा. सुरेंद्र दलाल ने निडाना गांव में किसान-कीट विवाद की सुनवाई के लिए आयोजित 15वीं खाप पंचायत की बैठक में आए किसानों को सम्बोधित करते हुए कही। डा. दलाल ने कहा कि इसी प्रकार किसानों को भी अपना खुद का ज्ञान पैदा करने के लिए कीट ज्ञान का सहारा लेना चाहिए। बिना कीट ज्ञान के कीटनाशकों से छुटकारा पाना संभव नहीं है। बैठक की अध्यक्षता सर्व खाप पंचायत के संयोजक कुलदीप ढांडा ने की। इस अवसर पर बैठक में पाबड़ा (हिसार) से कुंडू खाप के प्रधान मुंशीराम कुंडू भी विशेष रूप से मौजूद थे। बैठक की शुरूआत के साथ ही किसानों ने फसल में कीट सर्वेक्षण कर कीट बही खाता तैयार किया। मास्टर ट्रेनर रणबीर मलिक ने कहा...