अब कृषि विज्ञानिकों से सीधे रूबरू होंगे किसान
हमेटी में जल्द शुरू होगा वीडियो कांफ्रेसिंग सिस्टम
बीएस नैन
डायरेक्टर, किसान प्रशिक्षण केंद्र, जींद
हमेटी में लगाया गया वीडियो कांफ्रेसिंग सिस्टम। |
नरेंद्र कुंडू
जींद। कृषि विभाग अब किसानों को हाईटेक करने की तैयारी कर रहा है। किसानों को समय-समय पर सभी आधुनिक जानकारियां उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से रोहतक रोड स्थित किसान प्रशिक्षण केंद्र (हमेटी) में विभाग द्वारा वीडियो कांफ्रेसिंग सिस्टम लगाया जाएगा। वीडियो कांफ्रेसिंग सिस्टम के माध्यम से किसान कृषि वैज्ञानिकों के साथ सीधे रूबरू होकर सवाल-जवाब कर सकेंगे। सिस्टम के शुरू होने से जहां किसानों को नवीनतम जानकारियां उपलब्ध होंगी, वहीं उनके समय व पैसे की बचत भी होगी।
खेती किसानों के लिए लगातार घाटे का सौदा साबित हो रही है। जिस कारण किसान खेती से अपना मुहं मोड़ रहे हैं। किसानों को समय-समय पर खेती की आधुनिक जानकारियां उपलब्ध न होना भी इसका मुख्य कारण है। लेकिन अब किसानों की इस समस्या का समाधान करने के लिए कृषि विभाग ने एक खास योजना तैयार की है। इस योजना के तहत हमेटी में वीडियो कांफ्रेसिंग सिस्टम लगाया जाएगा। प्रशिक्षण केंद्र में वीडियो कांफ्रेसिंग सिस्टम लगाने का 90 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। विभाग द्वारा हमेटी में लगवाए गए इस वीडियो कांफ्रेसिंग सिस्टम पर 5 से 6 लाख रुपए तक खर्च आने का अनुमान है। सिस्टम के शुरू होते ही हमेटी में प्रशिक्षण पर आने वाले किसानों को विभाग द्वारा समय-समय पर कृषि संबंधि सभी आधुनिक जानकारियां वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये दी जाएंगी। इस सिस्टम के तहत किसान चंडीगढ़ व दिल्ली के कृषि विज्ञानिकों के साथ जुड़कर अपने सवाल-जवाब कर सकेंगे। अब किसानों को अपनी छोटी-छोटी समस्याओं के समाधान के लिए कृषि विज्ञान केंद्रों पर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। उनकी सभी समस्याओं का समाधान कृषि विज्ञानिकों द्वारा वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से किया जाएगा। किसानों को फसल में अपने वाली बीमारियों व उनकी रोकथाम की पूरी आधुनिक जानकारी समय पर उपलब्ध होने से किसान खेती से अधिक से अधिक लाभ अर्जित कर आर्थिक रूप से सुदृढ़ हो सकेंगे। सिस्टम के शुरू होने के बाद किसानों को आधुनिक खेती के लिए प्रेरित करने के लिए कृषि विभाग को ज्यादा दौड़-धूप नहीं करनी पड़ेगी। वीडियो कांफ्रेसिंग सिस्टम से कृषि विज्ञानिकों व किसानों को समय व पैसे की बचत भी होगी। जींद। कृषि विभाग अब किसानों को हाईटेक करने की तैयारी कर रहा है। किसानों को समय-समय पर सभी आधुनिक जानकारियां उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से रोहतक रोड स्थित किसान प्रशिक्षण केंद्र (हमेटी) में विभाग द्वारा वीडियो कांफ्रेसिंग सिस्टम लगाया जाएगा। वीडियो कांफ्रेसिंग सिस्टम के माध्यम से किसान कृषि वैज्ञानिकों के साथ सीधे रूबरू होकर सवाल-जवाब कर सकेंगे। सिस्टम के शुरू होने से जहां किसानों को नवीनतम जानकारियां उपलब्ध होंगी, वहीं उनके समय व पैसे की बचत भी होगी।
वीसी सिस्टम से विभाग को भी होगा लाभकिसान प्रशिक्षण केंद्र में वीडियो कांफ्रेसिंग सिस्टम शुरू होने से किसानों के साथ-साथ विभाग को भी काफी लाभ होगा। सिस्टम शुरू होने के बाद हमेटी में ट्रेनिंग के लिए आने वाले एडीओ व सेकेंड क्लाश के अधिकारियों को चंडीगढ़ मुख्यालय से अधिकारी सीधे संपर्क कर दिशा-निर्देश दे सकेंगे। सिस्टम के माध्यम से ही मुख्यालय में बैठे-बिठाए उच्च अधिकारी अपना लेक्चर ट्रेनिंग पर आने वाले एडीओ व अन्य अधिकारियों को दे सकेंगे। वीडियो कांफ्रेसिंग सिस्टम शुरू होने से विभाग को समय व पैसे दोनों की बचत होगी।
किसानों को जल्द मिलेगी वीसी की सौगातहमेटी में वीडियो कांफ्रेसिंग सिस्टम शुरू करने के पीछे विभाग का उद्देश्य किसानों को समय-समय पर आधुनिक जानकारियां उपलब्ध करवाना है। यह सिस्टम शुरू होने से किसान कृषि विज्ञानिकों के साथ सीधे रूबरू होकर अपने सवाल जवाब कर सकेंगे। इस योजना से विभाग एवं किसानों को समय व पैसे दोनों की बचत होगी। हमेटी में वीडियो कांफ्रेसिंग सिस्टम लगाने का 90 प्रतिशत कार्य पूरा किया जा चुका है। बाकि की बची प्रक्रिया को जल्द ही पूरा कर वीडियो कांफ्रेसिंग सिस्टम को शुरू किया जाएगा।
बीएस नैन
डायरेक्टर, किसान प्रशिक्षण केंद्र, जींद
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