रविवार, 5 अगस्त 2012

अब होमगार्ड भी देगा शूटिंग प्रतियोगिता में टारगेट पर निशाना लगाने का मौका

नरेंद्र कुंडू
जींद।
होमगार्ड से हथियारों का प्रशिक्षण लेने वाले प्रशिक्षुओं के लिए एक अच्छी खबर है। अब आर्म्स लाइसेंस के लिए होमगार्ड की ट्रेनिंग लेने वाले आवेदक शूटिंग प्रतियोगिता में भी अपना भाग्य आजमा सकेंगे। योजना को अमल में लाने के लिए गृहरक्षी विभाग के डीआईजी ने सभी जिला कमांडेंटों को पत्र लिखकर यह आदेश जारी कर दिए हैं। जिला कमांडेंटों को मिले आदेशों के अनुसार अब गृहरक्षी विभाग द्वारा हर वर्ष जिला व राज्य स्तर पर शूटिंग प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। जिला स्तरीय प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को ही राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में खेलने का अवसर दिया जाएगा।
सिर्फ हथियार का शौक पूरा करने या पीएसओ की नौकरी में भाग्य आजमाने के लिए होमगार्ड से हथियारों का प्रशिक्षण लेने वाले आवेदक भीअब शूटिंग प्रतियोगिता में अपना निशाना लगा सकेंगे। इसके लिए गृहरक्षी विभाग ने सीविलयन राइफल ट्रेनिंग स्कीम (सीआरटीएस) के नियमों में परिवर्तन करते हुए यह निर्णय लिया है। गृहरक्षी विभाग द्वारा लिए गए इस निर्णय से अब प्रशिक्षण के लिए आने वाले आवेदकों को भी शूटिंग प्रतियोगिता में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करने का अवसर मिलेगा। विभाग द्वारा उठाए गए इस कदम से जहां प्रतिभागियों में भी आगे बढ़ने की जिज्ञासा पनपेगी वहीं देश को भी शूटिंग के क्षेत्र में अच्छे खिलाड़ी मिलने की उम्मीद जगेगी। विभाग द्वारा योजना को सफल बनाने के लिए हर वर्ष जिला व राज्य स्तर पर शूटिंग प्रतियोगिता आयोजित करवाई जाएंगी। गृहरक्षी विभाग के डीआईजी संजीव कुमार जैन ने सभी जिला कमांडेंटों को पत्र जारी कर सीआरटीएस स्कीम के तहत हर वर्ष जिला स्तर पर शूटिंग प्रतियोगिता करवाने के निर्देश जारी कर दिए हैं। जिला स्तर पर प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागी को ही राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेने का मौका मिलेगा। राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में प्रथम तीन स्थान प्राप्त करने वाले खिलाडि़यों को विभाग द्वारा पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया जाएगा। गृहरक्षी विभाग द्वारा तैयार की गई यह योजना ट्रेनिंग के दौरान प्रशिक्षुओं को सही दिशा देने में रामबाण का काम करेगी। इससे शूटिंग प्रतियोगिता में प्रदेश से काफी खेल प्रतिभाएं निखर कर आगे आएंगी।

प्रशिक्षुओं को मिलेगी सही दिशा

विभाग द्वारा शुरू की जाने वाली यह एक अनोखी पहल है। इससे हथियारों का प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले आवेदकों को एक साथ दो-दो लाभ होंगे और उन्हें एक प्रशिक्षण के लिए एक उद्देश्य भी मिल जाएगा। विभाग की इस योजना से शूटिंग के क्षेत्र में नई प्रतिभाओं को भी आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा और प्रदेश को निशानेबाजी के लिए अच्छे खिलाड़ी मिल सकेंगे।
बीरबल कुंडू, जिला कमांडेंट
गृहरक्षी विभाग, जींद

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