दो पूर्व मंत्रियों के बेटों व एक विधायक पुत्र की प्रतिष्ठा है दाव पर


क्या इस बार मिढ़डा परिवार से अपने पिता व अपनी हार का बदला ले पाएंगे कांग्रेस प्रत्याशी
निर्दलीय प्रत्याशी प्रदीप गिल भी बिगाड़ सकते हैं खेल

नरेंद्र कुंडू  
जींद, 16 सितम्बर : प्रदेश में चुनावी रण का शंखनाद हो चुका है और सभी प्रत्याशी विजयश्री प्राप्त करने के लिए जोड़-तोड़ की रणनीति बना रहे हैं। रुठों को मनाने का दौर चल रहा है। जींद विधानसभा के चुनावी मैदान में एक बार फिर विधायक पुत्रों के बीच अपने वर्चस्व को बचाने की लड़ाई जारी है। जींद विधानसभा में इस समय तीन राजघरानों की प्रतिष्ठा दाव पर लगी है। भाजपा पार्टी ने स्व. डॉ. हरीचंद मिढ़डा के पुत्र निवर्तमान विधायक डॉ. कृष्ण मिढ़डा को चुनाव मैदान में उतारा है। वहीं कांग्रेस पार्टी ने पूर्व मंत्री मांगेराम गुप्ता के पुत्र महावीर गुप्ता पर अपना दाव खेला है। वहीं जजपा पार्टी ने पूर्व मंत्री परमानंद के पुत्र इंजीनियर धर्मपाल प्रजापत को अपना टिकट दिया है। इनैलो से शिक्षाविद नरेंद्र नाथ शर्मा चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं समाजसेवी प्रदीप गिल ने कांग्रेस की टिकट नहीं मिलने पर आजाद प्रत्याशी के तौर पर चुनाव में ताल ठोंकी है। राज परिवारों के प्रत्याशी चुनाव मैदान में आने के कारण जींद विधानसभा का चुनाव रौचक बना हुआ है। फिल्हाल जींद विधानसभा सीट पर दो पूर्व मंत्रियों के बेटों व एक विधायक पुत्र की प्रतिष्ठा दाव पर है।

क्या इस बार कांग्रेस प्रत्याशी ले पाएंगे अपने पिता व अपनी हार का बदला

जींद विधानसभा में मिढ़डा परिवार व मांगेराम गुप्ता के बीच वर्ष 2009 से वर्चस्व की लड़ाई चली आ रही है। स्व. डॉ. हरिचंद मिढ़डा ने 2009 के चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज नेता पूर्व मंत्री मांगे राम गुप्ता को पराजित किया था। इसके बाद डॉ. हरिचंद मिढ़डा ने 2014 के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी सुरेंद्र बरवाला को हराया था। वहीं 2019 के विधानसभा चुनाव में स्व. डॉ. हरिचंद मिढ़डा के पुत्र डॉ. कृष्ण मिढ़डा ने पूर्व मंत्री मांगेराम गुप्ता के पुत्र महावीर गुप्ता को पराजित किया था। एक बार फिर से मिढ़डा व गुप्ता परिवार चुनाव मैदान में आमने-सामने हैं। अब देखना यह है कि क्या पूर्व मंत्री मांगेराम गुप्ता के पुत्र महावीर गुप्ता अपने पिता व अपनी हार का बदला ले पाएंगे। यहां दिलचस्प बात यह है कि जब डॉ. हरिचंद मिढ़डा ने पहली बार पूर्व मंत्री मांगेराम गुप्ता को पराजित किया तो वह इनैलो की टिकट से चुनाव लड़ रहे थे और मांगेराम गुप्ता कांग्रेस की टिकट पर प्रत्याशी थे। इसके बाद जब डॉ. हरिचंद मिढ़डा के पुत्र डॉ.


भाजपा प्रत्याशी डॉ. कृष्ण मिढ़डा की फोटो।
भाजपा प्रत्याशी डॉ. कृष्ण मिढ़डा की फोटो।

कांग्रेस प्रत्याशी महावीर गुप्ता की फोटो।
कांग्रेस प्रत्याशी महावीर गुप्ता की फोटो।
जजपा प्रत्याशी इंजीनियर धर्मपाल प्रजापत की फोटो।
 जजपा प्रत्याशी इंजीनियर धर्मपाल प्रजापत की फोटो।
निर्दलीय प्रत्याशी प्रदीप गिल की फोटो।
 निर्दलीय प्रत्याशी प्रदीप गिल की फोटो।
इनैलो प्रत्याशी नरेंद्र नाथ शर्मा की फोटो।
इनैलो प्रत्याशी नरेंद्र नाथ शर्मा की फोटो।



कृष्ण मिढ़डा ने मांगेराम गुप्ता के पुत्र महावीर गुप्ता को पराजित किया तो महावीर गुप्ता इनैलो से अलग हुई पार्टी जजपा के प्रत्याशी थे। 2024 के इस चुनावी दंगल में एक बार फिर से मिढ़डा परिवार व गुप्ता परिवार आमने-सामने हैं और इस बार मिढ़डा परिवार भाजपा की टिकट पर तो गुप्ता परिवार कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ रहा है।

निर्दलीय प्रत्याशी प्रदीप गिल भी बिगाड़ सकते हैं राज परिवारों का खेल

इस चुनावी रण में निर्दलीय प्रत्याशी प्रदीप गिल भी राज परिवारों का खेल बिगाड़ सकते हैं। क्योंकि प्रदीप गिल काफी लंबे समय से सक्रिय राजनीति में हैं और उन्होंने 2010 में अपनी पत्नी अनीता देवी को जिला परिषद का चुनाव लड़वा कर पार्षद बनाने का काम किया था। प्रदीप गिल की मजबूती का दूसरा बड़ा कारण यह भी है कि वह ग्रामीण पृष्ट से संबध रखते हैं। उनका पैतृक गांव र्इंटल खुर्द है, जो नौगामा खाप का गांव है और नौगामा खाप का जींद की राजनीति में विशेष स्थान है। वैसे भी प्रदीप गिल काफी लंबे समय से सामाजिक कार्यों में लगे हुए हैं और उनके पास युवाओं की काफी बड़ी फौज है। प्रदीप गिल अपनी चुनाव जनसभाओं में राज घरानों पर काफी आक्रामक नजर आते हैं। वह जनता के बीच जाकर इस बार परिवारवाद के खिलाफ वोट की अपील कर रहे हैं।  

वर्ष विजयी प्रत्याशी पार्टी प्रतिद्वंदी पार्टी विजयी अंतराल

1967 दयाकृष्ण कांग्रेस इंद्र सिंह आजाद 1054
1968 दयाकृष्ण कांग्रेस शंकरदास आजाद 1597
1972 दलसिंह कांग्रेस (एस) दयाकृष्ण कांग्रेस 6282
1977 मांगेराम गुप्ता आजाद प्रताप सिंह जनता पार्टी 6105
1982 बृजमोहन सिंगला लोकदल मांगेराम गुप्ता कांग्रेस 146
1987 परमानंद लोकदल मांगेराम गुप्ता कांग्रेस 8102
1991 मांगेराम गुप्ता कांग्रेस टेकराम जनता पार्टी 16133
1996 बृजमोहन सिंगला हविपा मांगेराम गुप्ता कांग्रेस 18558
2000 मांगेराम गुप्ता कांग्रेस गुलशन लाल इनेलो 4643
2005 मांगेराम गुप्ता कांग्रेस सुरेंद्र बरवाला इनेलो 17435
2009 डॉ. हरीचंद मिढ़डा इनेलो मांगेराम गुप्ता कांग्रेस 7862
2014 डॉ. हरीचंद मिढ़डा इनेलो सुरेंद्र बरवाला भाजपा 2257
2019 डॉ. कृष्ण मिढ़डा भाजपा दिग्विजय चौटाला जजपा 12,935  उपचुनाव
2019 डॉ. कृष्ण मिढ़डा भाजपा महावीर गुप्ता   जजपा   12508

बृजमोहन सिंगला के नाम है सबसे कम व सबसे अधिक जीत का रिकार्ड

हरियाणा विधानसभा क्षेत्र में अब तक हुए 14 चुनावों में जींद विधानसभा क्षेत्र से 1982 में लोकदल उम्मीदवार बृजमोहन सिंगला सबसे कम विजयी अंतराल 146 से व 1996 के चुनावों में सबसे अधिक विजयी अंतराल 18558 से विजेता घोषित होने का रिकार्ड भी हरियाणा विकास पार्टी के प्रत्याशी रहे बृजमोहन सिंगला के नाम दर्ज है। वहीं मांगेराम गुप्ता को सर्वाधिक चार बार विधायक बनने का गौरव हासिल है।  

 



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