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माइलार्ड आम जनता के लिए खुलवा दिए गए हैं अस्पताल के टायलट !

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सिविल सर्जन की तरफ से अदालत टायलट के ताले खुलवाने के ब्यान दर्ज करवाए लेकिन दिनभर टायलट पर लटके रहे ताले स्थायी लोक अदालत में डी.सी. तथा सिविल सर्जन की तरफ से दर्ज करवाए गलत ब्यान  नरेंद्र कुंडू जींद।  माइलार्ड आम जनता के लिए जींद के सामान्य अस्पताल में बने टायलट के ताले खुलवा दिए गए हैं और भविष्य में सामान्य अस्पताल प्रशासन द्वारा इसके अच्छे से रखरखाव के इंतजाम भी किए जाएंगे। यह ब्यान शुक्रवार को स्थायी लोक अदालत में सामान्य अस्पताल में बने सार्वजनिक टायलट पर ताले लगाए जाने के मामले की सुनवाई के दौरान उपायुक्त तथा सिविल सर्जन की तरफ से दर्ज करवाए गए लेकिन हकीकत कुछ ओर ही थी। स्थायी लोक अदालत में सार्वजनिक टायलट के ताले खोल दिए जाने का ब्यान दर्ज करवाया गया लेकिन वास्तव में शुक्रवार को भी सामान्य अस्पताल में बने सार्वजनिक टायलट पर ताले लटके हुए थे। इन तालों को खोलने के लिए शुक्रवार को सामान्य अस्पताल प्रशासन की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की गई लेकिन स्थायी लोक अदालत में सिविल सर्जन की तरफ से गलत ब्यान दर्ज करवाकर अदालत को गुमराह करने का काम जरूर किया गया है।  गौरत...

देशभर के कृषि वैज्ञानिकों को कीट ज्ञान की मुहिम से रू-ब-रू करवाएंगे म्हारे किसान

कीट कमांडों किसानों का 8 सदस्यीय दल राष्ट्रीय सैमीनार में भाग लेने के लिए रवाना नरेंद्र कुंडू  जींद।  जींद जिले से शुरू हुई थाली को जहर मुक्त बनाने की मुहिम को देशभर में फैलाने के लिए वीरवार को जींद के कीट कमांडों किसानों का 8 सदस्यीय दल कृषि विकास अधिकारी डा. कमल सैनी के नेतृत्व में उत्तराखंड के पंतनगर के लिए रवाना हुआ। जींद जिले के यह कीट कमांडो किसान पंतनगर स्थित कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित 2 दिवसीय राष्ट्रीय सैमीनार में मौजूद देशभर के कृषि वैज्ञानिकों को अपने अनुभव से रू-ब-रू करवाएंगे। खाप पंचायत की तरफ से किसानों की इस मुहिम की वकालत करने के लिए बराह तपा बारहा के प्रधान कुलदीप ढांडा भी इस दल के साथ गए हैं। फसलों में अंधाधुंध प्रयोग हो रहे कीटनाशकों के कारण बेमौत मर रहे बेजुबान कीट और दूषित हो रहे खान-पान तथा वातावरण को देखते हुए कृषि विकास अधिकारी डा. सुरेंद्र दलाल ने जींद जिले के किसानों के साथ मिलकर वर्ष 2008 में कीट ज्ञान की अलख जगाई थी। यह किसान पिछले 5 वर्षों से जींद जिले के साथ-साथ प्रदेश तथा आस-पास के प्रदेशों के किसानों को भी कीट ज्ञान की तालीम दे रहे हैं। ...

जहरमुक्त खेती की मुहिम को शिखर पर पहुंचाने के लिए निस्वार्थ भाव से काम कर रहे हैं किसान : डा. सिहाग

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विधिवत रूप से हुआ साप्ताहिक बहुग्रामी किसान खेत पाठशाला का समापन कहा, रंग लाने लगी डा. सुरेंद्र दलाल की मुहिम  नरेंद्र कुंडू  जींद।  कृषि विभाग जींद के उप-निदेशक डा. रामप्रताप सिहाग ने कहा कि कीट साक्षरता के अग्रदूत डा. सुरेंद्र दलाल ने थाली को जहरमुक्त बनाने के लिए कीटनाशक रहित खेती की जो मुहिम शुरू की थी कीट कमांडों किसान उस मुहिम को सफलता के शिखर पर पहुंचाने के लिए निस्वार्थ भाव से दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। इसी का परिणाम है कि आज उनकी यह मुहिम रंग लाने लगी है और जींद जिले के साथ-साथ दूसरे जिलों के किसान भी इन किसानों से कीट ज्ञान हासिल कर जहरमुक्त खेती की तरफ कदम बढ़ा रहे हैं। डा. सुरेंद्र दलाल ने जहरमुक्त थाली का जो सपना देखा था बहुत जल्द वह सपना साकार होगा और जहरयुक्त भोजन से होने वाली शारीरिक बीमारियों से लोगों को छुटकारा मिलेगा, वहीं कीटनाशकों पर अनावश्यक रूप से बढ़ते खर्च से भी किसानों को निजात मिलेगी। डा. सिहाग वीरवार को गांव राजपुरा भैण में आयोजित बहुग्रामी किसान खेत पाठशाला के समापन अवसर पर बतौर मुख्यातिथि किसानों को सम्बोधित कर रहे थे। राजपुरा भैण गांव ...

अज्ञानता के कारण कृषि से भंग हो रहा है किसानों का मोह

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कहा, कृषि पर आधारित है देश की जी.डी.पी. और रोजगार   कपास को कहते हैं कीड़ों का स्वर्ग नरेंद्र कुंडू जींद।  सफीदों के लैंडमोरगेज बैंक के चेयरमैन एवं नव वैदिक कन्या विद्यापीठ के संस्थापक बलबीर आर्य ने कहा कि देश को 20 प्रतिशत जी.डी.पी. तथा 65 प्रतिशत रोजगार कृषि देती है लेकिन इसके बावजूद भी कृषि बुरे दौर से गुजर रही है और किसानों का कृषि से मोह भंग हो रहा है। कोई भी किसान अपनी फसल की पैदावार से संतुष्ट नहीं है, क्योंकि पैदावार बढ़ाने के लिए उसने खेती पर होने वाले खर्च को भी बढ़ाया है। बलबीर आर्य शनिवार को राजपुरा भैण गांव में आयोजित डा. सुरेंद्र दलाल बहुग्रामी किसान खेत पाठशाला में किसानों को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर पाठशाला में बराह तपा प्रधान कुलदीप ढांडा, चहल खाप के प्रतिनिधि दलीप सिँह चहल, भनवाला खाप के प्रधान महा सिँह भनवाला, जोगेंद्र कुंडू तथा कैथल जिले के कुछ किसान भाग लेने पहुंचे थे।  बलबीर आर्य ने कहा कि खेती पर खर्च बढऩे का प्रमुख कारण किसान का भयभीत तथा भ्रमित होना है। पहले तो किसान को कीटों का भय दिखाकर उसे भयभीत किया जाता है और फिर उसे भिन्न-भिन...

शौक पूरा के लिए सरकारी नौकरी को मार दी ठोकर

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आई.टी.बी.पी. की नौकरी छोड़ मूर्ति निर्माण का कार्य कर रहा है सिवाहा का रोहताश नरेंद्र  कुंडू जींद। महंगाई व बेरोजगारी के इस दौर में लोग जहां नौकरी की तलाश में दर-दर की ठोकरें खाते फिरते हैं और अपने शौक के विपरित भी जाकर काम करने को मजबूर हैं, वहीं एक शख्स ऐसा भी है, जिसने अपने शौक को पूरा करने के लिए सरकारी नौकरी को ही ठोकर मार दी। जींद जिले के सिवाहा गांव निवासी रोहताश ने मूर्ति कला के अपने शौक को पूरा करने के लिए आई.टी.बी.पी. की नौकरी छोड़ दी।  मूर्ति कला के क्षेत्र में रोहताश का आज कोई शानी नहीं है। अपने शौक को पूरा करने के साथ-साथ रोहताश अपनी कला के दम पर ही अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहा है। 43 वर्षीय रोहताश पिछले 22 वर्षों से मूर्ति निर्माण का कार्य कर रहा है और रोहताश द्वारा निर्मित बहुत सी मूर्तियां तो आज जींद जिले ही नहीं बल्कि जींद जिले से बाहर के मंदिरों की शोभा बढ़ा रही हैं।    गांव सिवाहा निवासी रोहताश को पढ़ाई के  दौरान मूर्ति निर्माण का शौक लगा था। रोहताश के अंदर छिपे एक मूर्ति कलाकार को निखाकर बाहर न...

अंधाधुंध कीटनाशकों के इस्तेमाल से बढ़ रहा है कैंसर का प्रकोप

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फसल में नुक्सान पहुंचाने के आर्थिक स्तर से कोसों दूर हैं शाकाहारी कीट नरेंद्र कुंडू  जींद।  हाल ही में हुए एक ताजा सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार पंजाब में कपास बैल्ट वाले क्षेत्र में हर रोज औसतन 18 लोग कैंसर के कारण काल का ग्रास बन रहे हैं। हरियाणा में तो स्वास्थ्य विभाग के पास कैंसर के वास्तुविक स्थिति का सही रिकार्ड ही नहीं है। यू.एस.ए. की पर्यावरण संरक्षण एजैंसी के अनुसार दुनिया में विभिन्न किस्म के पेस्टीसाइडों में से 68 किस्म के ऐसे फंजीनाशक, फफुंदनाशक, खरपतवार नाशक और कीटनाशकहैं जो कैंसर कारक सिद्ध हो चुके हैं लेकिन इसके बावजूद भी भारत में इन पेस्टीसाइडों का धड़ले से प्रयोग हो रहा है। यह बात कीटाचार्य किसान सुरेश अहलावत ने राजपुरा भैण गांव में चल रही डा. सुरेंद्र दलाल बहुग्रामी किसान खेत पाठशाला में किसानों को सम्बोधित करते हुए कही। इस अवसर पर कीटाचार्य किसानों ने कपास की फसल में मौजूद कीटों का अवलोकन भी किया। अहलावत ने कहा कि तम्बाकू को कैंसरकारक बताकर लोगों को गुमराह किया जा रहा है। जबकि वास्तविकता कुछ ओर ही है। उन्होंने कहा कि पंजाब में तो तम्बाकू का सेवन बिल्क...

कीटों की मास्टरनियां अब गीतों के माध्यम से किसानों को देंगी जहरमुक्त खेती का संदेश

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दूरदर्शन पर गीत गाती नजर आएंगी कीटों की मास्टरनियां  दूरदर्शन की टीम ने गीतों की रिकार्डिंग के लिए महिलाओं को दिया निमंत्रण नरेंद्र कुंडू  जींद।  कीटों की मास्टरनियां अब गीतों के माध्यम से देश के किसानों को जहरमुक्त खेती के लिए प्रेरित करेंगी। इसके लिए इन मास्टरनियों द्वारा कीटों के पूरे जीवनचक्र पर आधा दर्जन के करीब मार्मिक गीतों की रचना की गई हैं। महिलाओं के गीतों की रिकार्डिंग के लिए दूरदर्शन हिसार के निदेशक द्वारा महिलाओं को हिसार स्थित दूरदर्शन के स्टूडियो में आमंत्रित किया गया है। गीतों की रिकार्डिंग के लिए रविवार को निडानी, निडाना व ललितखेड़ा गांव से 2 दर्जन के करीब महिलाएं स्टूडियों में जाएंगी। जींद जिले में पिछले लगभग 7-8 वर्षों से जहरमुक्त खेती की मुहिम चल रही है। इस मुहिम को आगे बढ़ाने में पुरुष किसानों के साथ-साथ महिला किसान भी अहम भूमिका निभा रही हैं। निडानी, निडाना, ललितखेड़ा व रधाना गांव से लगभग 100 से भी ज्यादा महिलाएं इस मुहिम के साथ जुड़ी हुई हैं। जींद जिले के लोग इन वीरांगनाओं को कीटों की मास्टरनियों के नाम से जानते हैं। जींद जिले में च...