संदेश

खेल-खेल में बन गया कीटों का मास्टर

चित्र
6 वर्षीय निखिल को 100 से भी ज्यादा कीटों के नाम कंठस्थ कीट को देखते ही उसके जीवनचक्र को पकड़ लेती हैं निखिल की पारखी नजरें नरेंद्र कुंडू जींद।  कहते हैं कि प्रतिभा किसी परिचय की मोहताज नहीं होती है, लेकिन निडानी के मिनी साइंटिस्ट 6 वर्षीय निखिल ने अपनी प्रतिभा व विलक्षण बुद्धि से इस कहावत को उलट दिया है। 6 वर्षीय निखिल ने छोटी सी उम्र में जो उपलब्धि हासिल की है, उससे साबित हो गया है कि प्रतिभा उम्र की मोहताज नहीं होती है। जिले के निडाना गांव निवासी रणबीर मलिक का पुत्र निखिल छोटी सी उम्र में बड़े-बड़े कृषि वैज्ञानिकों की समझ व ज्ञान पर भारी पड़ता है। जिस उम्र में बच्चे ठीक से अपने परिवार के सदस्यों के नाम भी याद नहीं रख पाते, उस उम्र में निखिल मलिक को 100 से भी ज्यादा कीटों के नाम जुबानी याद हैं। कक्षा प्रथम तो नॉलेज पी.एच.डी. के स्तर की रणबीर मलिक का 6 वर्षीय पुत्र निखिल मलिक फिलहाल गांव के ही स्कूल में प्रथम कक्षा की पढ़ाई कर रहा है। निखिल ए, बी, सी, डी के साथ खेती-किसानी के गुर भी सीख रहा है। निखिल को कपास की फसल में आने वाले सभी मांसाहारी व शाकाहारी कीटों की पहचान है तथ...

बिना कीटनाशकों के भी अच्छी पैदावार ले रही हैं महिलाएं

चित्र
नरेंद्र कुंडू  जींद।  ललीतखेड़ा गांव में बुधवार को पूनम मलिक के खेत पर महिला किसान खेत पाठशाला का आयोजन किया गया। महिलाओं ने पाठशाला में कीट सर्वेक्षण के बाद कीट बही खाता तैयार किया। पाठशाला के आरंभ में महिलाओं ने 6 ग्रुप बनाकर 10-0 पौधों पर कीटों का सर्वेक्षण किया। सर्वेक्षण के बाद महिलाओं ने जामुन के पेड़ के नीचे बैठकर चार्ट पर कीटों के आंकड़े तैयार किए। मास्टर ट्रेनर अंग्रेजो ने सर्वेक्षण के बाद तैयार किए गए आंकड़ों की तरफ  इशारा करते हुए बताया कि कपास के इस खेत में इस सप्ताह शाकाहारी कीटों की संख्या नामात्र है। इस सप्ताह फसल में लाल व काला बाणिया ही नजर आए हैं। ये कीट कपास के अंदर से बीज का रस चूसते हैं। सविता ने महिलाओं को बताया कि अब तक पाठशाला में आने वाली किसी भी महिला ने अपने खेत में एक बूंद भी जहर का छिड़काव नहीं किया है। उन्होंने बताया कि महिलाओं ने बिना किसी कीटनाशक का प्रयोग किए कपास की अच्छी पैदावार ली है। इन महिलाओं की पैदावार कीटनाशकों का प्रयोग करने वाले अन्य किसानों के बराबर ही खड़ी है। पूनम मलिक ने बताया कि जब बिना कीटनाशक के हमें अच्छी पैदावार मिल स...

लाल नहीं हो रहे भ्रष्टाचारियों के हाथ

विजीलैंस के पास हर वर्ष कम आ रही हैं भ्रष्टाचार की शिकायतें नरेंद्र कुंडू  जींद।  एक तरफ तो देश में भ्रष्टाचार बढ़ रहा है लेकिन दूसरी तरफ भ्रष्टाचार की शिकायतों में लगातार कमी आ रही है। यह बात सुनने में थोड़ी अटपटी जरूर लगती है लेकिन जिला विजीलैंस कार्यालय से मिले आंकड़े इसी बात की तरफ इशारा कर रहे हैं। जिला विजीलैंस की टीम के पास हर वर्ष भ्रष्टाचार के मामलों की शिकायतें कम होती जा रही हैं। राज्य चौकसी ब्यूरो के जिला कार्यालय में 2010 में रिश्वतखोरी के 6 मामले आए थे। वर्ष 2011 में ये मामले कम हो कर 4 हो गए और जनरवरी 2012 से अक्तूबर तक सिर्फ 2 ही मामले विजीलैंस कार्यालय के पास पहुंचे हैं। इसे आम आदमी में जागरूकता का अभाव कहें या भ्रष्टाचारियों की सतर्कता जिस कारण राज्य चौकसी ब्यूरो की टीम भ्रष्टाचारियों पर नकेल डालने में नाकाम हो रही है। देश में भ्रष्टाचार भले ही गहराई में अपनी जड़ें जमा चुका हो लेकिन भ्रष्टाचारियों के हाथ लाल होने के मामले घटते ही जा रहे हैं। विजीलैंस की टीम भ्रष्टाचारियों पर अंकुश लगाने के लिए लोगों को जागरूक करने के लिए रिश्वत न देने व रिश्वतखोरों की श...

किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने की कवायद

चित्र
किसानों को 50 प्रतिशत सबसिडी पर दिया जाएगा लहसुन का बीज नरेंद्र कुंडू जींद। बागवानी विभाग द्वारा किसानों को आर्थिक रूप से सुदृढ़ करने के लिए एक खास योजना तैयार की गई है। इस योजना के तहत विभाग किसानों को परम्परागत खेती से हटकर मसालेदार फसलों की खेती के लिए प्रेरित करेगा। विभाग द्वारा किसानों को मसालेदार फसलों की खेती के लिए प्रोत्साहित करने के लिए राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत किसानों को सबसिडी पर बीज मुहैया करवाया जाएगा। योजना को अमल में लाने के लिए विभाग द्वारा जिले में 40 हैक्टेयर में उन्नत किस्म की लहसुन की फसल की बिजाई का टारगेट रखा गया है। इसके लिए विभाग द्वारा जिले के किसानों को 50 प्रतिशत सबसिडी पर लहसुन का बीज उपलब्ध करवाया जाएगा। कम हो रही कृषि जोत व महंगाई के कारण खेती किसानों के लिए घाटे का सौदा बन रही है। इसके चलते किसान लगातार कर्ज के दलदल में धंसता जा रहा है। अब किसानों को इस दलदल से बाहर निकालने का बीड़ा बागवानी विभाग ने उठाया है। बागवानी विभाग ने किसानों को परम्परागत खेती से हटकर मसालेदार फसलों की खेती के लिए प्रेरित करने की योजना बनाई है। ताकि किसान परम्प...

पौधों के पास सुरक्षा के लिए होते हैं सुगंध रूपी अस्त्र व शस्त्र

चित्र
कीटों से ज्यादा ताकतवार होते हैं पौधे खाप प्रतिनिधियों ने किसान-कीट विवाद पर किया गहन मंथन नरेंद्र कुंडू  जींद।  किसानों से ज्यादा ताकतवर कीट हैं और कीटों से ज्यादा ताकतवर पौधे हैं। किसानों के लिए कीटों को नियंत्रित करना मुश्किल है लेकिन पौधे कीटों को आसानी से काबू कर लेते हैं। पौधे सुगंध छोड़कर अपनी आवश्यकता के मुताबिक ही कीटों को बुलाते हैं और आवश्यकता पूरी होने पर अलग प्रकार की गंध छोड़कर कीटों को आसानी से भगता देते हैं। यह बात कृषि विभाग के अधिकारी डा. सुरेंद्र दलाल ने मंगलवार को निडाना गांव में किसान-कीट विवाद की सुनवाई के लिए आए विभिन्न खाप प्रतिनिधियों के समक्ष रखी। इस अवसर पर विवाद की सुनवाई के लिए किसान खेत पाठशाला में दलाल खाप के प्रधान एवं कृषि विभाग से सेवानिवृत्त एस.डी.ओ. भूप सिंह दलाल, तोमर खाप के प्रतिनिधि सुरेश कुमार तोमर, गांव मांडोठी (सोनीपत) के सरपंच रामचंद्र तथा एक मासिक पत्रिका के संपादक जसबीर मलिक भी मौजूद थे। बैठक में खाप प्रतिनिधियों ने किसान-कीट विवाद पर गहन मंथन किया। डा. दलाल ने कहा कि पौधों के पास अपनी सुरक्षा के लिए न हाथ-पैर होते हैं और...

सावधान! कहीं आस्था पर भारी ना पड़ जाए लालच की मार

छले वर्ष कुट्टू के आटे से हुई घटनाओं के बाद भी नींद से नहीं जागा प्रशासन नरेंद्र कुंडू जींद। पिछले वर्ष नवरात्रों में कुट्टू के आटे ने जमकर तांडव मचाया था। स्वास्थ्य विभाग विभाग की सुस्ती का खामियाजा हजारों श्रद्धालुओं को भुगतना पड़ा था। पिछले वर्ष कुट्टू का आटा खाने से हुई घटनाओं से इस बार भी जिला प्रशासन ने कोई सबक नहीं लिया है। माता के नवरात्रे शुरू हो चुके हैं, लेकिन स्वास्थ्य विभाग गहरी नींद में है। गत वर्ष हजारों को दर्द देने वाला यह आटा इस वर्ष भी बाजार में बिकने के लिए बेताब है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग लकीर का फकीर बना हुआ है। अभी तक प्रशासन ने आटे के सैंपल लेने तक की जहमत नहीं उठाई है। जिला प्रशासन की इस लापरवाही के कारण इस वर्ष भी व्यापारी करोड़ों की चांदी कूटकर हजारों श्रद्धालुओं को जख्म देकर साफ निकल जाएंगे और बाद में विभाग के पास सिर्फ लकीर पिटने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचेगा।  माता के नवरात्रे शुरू हो चुके हैं और जिले में नवरात्रों की तैयारियां जोरों पर हैं। कुट्ट के आटे का बाजार सज चुका है और श्रद्धालुओं ने नवरात्रों के लिए कुट्ट के आटे की खरीदारी भी शुरू कर ...

स्टेज तक खींच लाया शौक और जनसमर्थन ने दिया हौंसला

चित्र
दर्शकों की कमी के कारण स्टेज से मुहं मोडऩे लगे हैं रामलीला के कलाकार नरेंद्र कुंडू जींद।   शौक उन्हें स्टेज तक खींच लाया और जनसमर्थन ने दिया हौंसला लेकिन अब दर्शकों की कमी के कारण रामलीला के कलाकार रामलीला से मुहं मोडऩे लगे हैं। रामलीला के मंच पर खड़े कलाकारों के लिए मैदान में मौजूद दर्शकों की भीड़ ही एनर्जी का काम करती थी। मैदान में दर्शकों की संख्या जितनी ज्यादा होती थी कलाकार उतने ही अधिक हौंसले के साथ अपने किरदार का मंचन करते थे। मंचन के दौरान दर्शकों की तालियां व किलकारियां कलाकारों के लिए फास्ट रिलिफ का काम करती और कलाकार अपनी सारी थकान को भूलकर पूरी तरह से अपने अभिनय में खो जाते थे। दर्शकों की संख्या जितनी ज्यादा होती थी कार्यक्रम भी उतना ही ज्यादा लंबा होता चला जाता था और कलाकारों को पता ही नहीं चलता था कि कब रात बीती व कब सुबह हुई। लेकिन आधुनिकता के दौर में बढ़ते मनोरंजन के साधनों ने कलाकारों से उनकी यह संजीवनी छीन ली। बदलती मानसिकता व बढ़ते मनोरंजन के साधनों के कारण रामलीला से लोगों का मन हटने लगा। दर्शकों ने रामलीला से ऐसा मन मोड़ा कि कलाकारों के हौंसले जवाब द...

ग्रामीण क्षेत्र में खेल प्रतिभाओं को निखारने की कवायद

चित्र
पायका योजना के तहत जिले के 49 गांवों में दिए जाएंगे वालीबाल, बास्केटबाल, कुश्तीमैट व वैट ट्रेनिंनग सैट नरेंद्र कुंडू  जींद।  केंद्र सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में छिपी खेल प्रतिभाओं को निखारने के लिए हर वर्ष करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्र से अधिक से अधिक युवाओं को खेल के क्षेत्र में आगे लाने के लिए सरकार द्वारा पंचायत युवा क्रिया (पायका) योजना को धरातल पर उतारा गया है। पायका योजना के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र के खिलाडिय़ों के लिए सरकार द्वारा हर वर्ष करोड़ों रुपए की खेल कीट मुहैया करवाई जा रही हैं। इस योजना के तहत सरकार द्वारा इस वर्ष जींद जिले के 49 गांवों के लिए खेल कीट मुहैया करवाई गई हैं। जबकि पिछले वर्ष इस योजना के तहत 51 गांवों को खेल कीट मुहैया करवाई गई थी। इन खेल कीटों में वॉलीबाल, बास्केटबाल के पोल सैट, कुश्ती मैट व वैट ट्रेनिंग सैट शामिल हैं। भारत सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में छिपी खेल प्रतिभाओं को निखार कर ग्रामीण आंचल से अच्छे खिलाड़ी तैयार करने के उद्देश्य से पंचायत युवा क्रीड़ा (पायका) योजना शुरू की गई है। सरकार द्वारा इस योजना क...

कृषि के क्षेत्र में भी पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलें महिलाएं

चित्र
नरेंद्र कुंडू  जींद।  ललीतखेड़ा गांव में बुधवार को महिला किसान खेत पाठशाला का आयोजन किया गया। पाठशाला में ललीतखेड़ा, निडाना व निडानी की महिलाओं ने भाग लिया। महिलाओं ने कीट निरीक्षण, अवलोकन के बाद कीट बही खाता तैयार किया। इस बार कीट अवलोकन के दौरान महिलाओं ने कपास की फसल में मौजूद लाल बाणिये का भक्षण करते हुए एक नए मासाहारी कीट को पकड़ा।  फसल में कीटों का निरीक्षण करती महिलाएं।  महिलाओं को कीटों के बारे में जानकारी देते पाठशाला के संचालक डा. सुरेंद्र दलाल।  पाठशाला की मास्टर ट्रेनर अंग्रेजो ने महिलाओं को बताया कि अब तक उन्होंने कपास की फसल में सिर्फ लाल बाणिये का खून पीते हुए मटकू बुगड़े को ही देखा था। मटकू बुगड़ा अपने डंके की सहायता से लाल बाणिये का खून पीकर इसके कंट्रोल करता था लेकिन इस बार महिलाओं ने लाल बाणिये का खात्मा करने वाले एक नए मासाहारी कीट की खोज की है। यह कीट इसका खून पीने की बजाए इसको खा कर कंट्रोल कर अपनी वंशवृद्धि करता है। अंग्रेजो ने कहा कि इससे यह बात आइने की तरह साफ है कि कीटों को कंट्रोल करने की जरुरत नहीं है। अगर जरुरत है तो ...

निडाना में हो रही है एक नई क्रांति की शुरूआत : दलाल

चित्र
कीट ज्ञान हासिल करने किसान आयोग के सचिव व जबलपुर यूनिवर्सिटी के पूर्व वाइसचांसलर भी पहुंचे निडाना नरेंद्र कुंडू जींद।  चौ. चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय के भूतपूर्व रजिस्ट्रार एवं हरियाणा किसान आयोग के सचिव डा. आर.एस. दलाल ने कहा कि निडाना के किसानों ने कीट ज्ञान की जो मशाल जलाई है यह देश, कृषि क्षेत्र, विज्ञान, शिक्षा क्षेत्र व मानव के लिए एक नई क्रांति है। प्रकृति के साथ छेड़छाड़ मानव हित में नहीं है, क्योंकि प्रकृति अपना हिसाब-किताब रखती है। डा. दलाल मंगलवार को किसान-कीट विवाद की सुनवाई के लिए निडाना किसान पाठशाला में सर्व खाप पंचायत की बैठक में मौजूद खाप प्रतिनिधियों व किसानों को सम्बोधित कर रहे थे। बैठक की अध्यक्षता सर्व खाप पंचायत के संयोजक कुलदीप ढांडा ने की। इस अवसर पर बैठक में सर्व जातीय सर्व खाप पंचायत के प्रधान नफे सिंह नैन, सर्व खाप के प्रैस प्रवक्ता सूबे सिंह समैन, बूरा खाप के प्रधान हरिनारायण बूरा व जबलपुर यूनिवर्सिटी के भूतपूर्व वाइसचांसलर डा. डी.पी. सिंह भी मौजूद थे।  पाठशाल की शुरूआत कीट अवलोकन, निरीक्षण के साथ की गई। कीट निरीक्षण के बाद ...

देश को जहर से मुक्ति दिलवाने के लिए लड़ाई लड़ रही हैं महिलाएं

चित्र
कीट ज्ञान पैदाकर किसानों को दिखाया है एक नया रास्ता  पांच माह की फसल में एक छटाक भी नहीं किया कीटनाशक का प्रयोग नरेंद्र कुंडू जींद।  महात्मा गांधी ने सत्य,अंहिसा व चरखे को अपना हथियार बनाकर देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी थी। उसी प्रकार ललीतखेड़ा व निडाना की महिलाएं भी बापू के रास्ते पर चलकर देश को जहर से मुक्ति दिलवाने के लिए लड़ाई लड़ रही हैं। इस लड़ाई में विजयश्री के लिए इन महिलाओं ने कीट ज्ञान को अपना हथियार बनाया है। महिलाओं ने कीट विज्ञान के सहारे अपना स्थानीय कीट ज्ञान पैदाकर किसानों को एक नया रास्ता दिखाकर बापू के विचारों और औजारों की सार्थकता को सिद्ध किया है। यह बात बराह कलां बारहा खाप के प्रधान कुलदीप ढांडा ने कीट कमांडो महिलाओं के कीट ज्ञान की प्रशांसा करते हुए कही। ढांडा बुधवार को ललीतखेड़ा गांव में आयोजित महिला किसान पाठशाला में बोल रहे थे।  ढांडा ने महिलाओं की कीट ढुंढऩे की दक्षता व कौशल की महता को स्वीकार करते हुए कहा कि कीटों से महिलाओं का पुरुषों की अपेक्षा ज्यादा वास्ता रहा है। इसके अलावा महिलाएं बारीक काम भी करती रहती हैं। इसलिए भी छोटे-छोटे क...

आबकारी विभाग ने शराब ठेकेदारों को दी लूट की खुली छूट

चित्र
रात्रि को समय पर नहीं बंद होते शराब के ठेके विभाग के अधिकारियों को नहीं नियमों की जानकारी नरेंद्र कुंडू जींद।  आबकारी विभाग ने शराब ठेकेदारों को लूट की खुली छूट दे रखी है। विभाग द्वारा आबकारी नीति के तहत शराब के न्यूनतम रेट तो तय किए जाते हैं, लेकिन अधिकतम रेट तय करने के लिए कोई प्रावधान नहीं बनाया गया है। अब शराब के न्यूनतम रेट क्या हैं? इसके बारे में भी ग्राहकों को कुछ पता नहीं है। क्योंकि शराब ठेकेदारों द्वारा ठेके के बाहर शराब की बोतल के न्यूनतम रेट की लिस्ट भी नहीं लगाई जाती है। इस प्रकार शराब ठेकेदार आबकारी विभाग की नीति की इस खामी को अपनी ढाल बनाकर खूब चांदी कूटते हैं और शराब की बोतल को कई-कई गुणा रेटों पर बेचा जाता है। इसके अलावा शराब ठेकेदारों द्वारा ठेका खोलने व बंद करने के लिए बनाए गए नियमों की भी खुलेआम धज्जियां उड़ाई जाती हैं। जबकि आबकारी विभाग ने ठेका खोलने व बंद करने के लिए समय सारिणी बनाई हुई है।  प्रदेश सरकार के राजकोष में हर वर्ष अरबों रुपए का राजस्व जमा करवाने वाले आबकारी विभाग द्वारा शराब ठेकेदारों को शराब के ठेके अलाट कर खुलेआम ग्रहाकों की ज...

बिना कीट ज्ञान के कीटनाशकों से छुटकारा संभव नहीं : डा. दलाल

चित्र
खाप पंचायत की 15वीं बैठक में हुई किसान-कीट विवाद की सुनवाई के लिए नरेंद्र कुंडू जींद।  गीता के चौधे अध्याय में श्री कृष्ण भगवान ने अर्जुन से कहा है कि हे पार्थ ज्ञान रूपी हवन सामग्री रूप यज्ञ से बेहतर होता है। इस ज्ञान रूपी गंगा में गोता मारने से सारे पाप कट जाते हैं। इसलिए कहीं भी तत्ववेता मिल जाए तो उसके पैरों में पड़कर भी हमें ज्ञान लेना चाहिए। यह बात किसान खेत पाठशाला के संचालक डा. सुरेंद्र दलाल ने निडाना गांव में किसान-कीट विवाद की सुनवाई के लिए आयोजित 15वीं खाप पंचायत की बैठक में आए किसानों को सम्बोधित करते हुए कही। डा. दलाल ने कहा कि  इसी प्रकार किसानों को भी अपना खुद का ज्ञान पैदा करने के लिए कीट ज्ञान का सहारा लेना चाहिए। बिना कीट ज्ञान के कीटनाशकों से छुटकारा पाना संभव नहीं है। बैठक की अध्यक्षता सर्व खाप पंचायत के संयोजक कुलदीप ढांडा ने की। इस अवसर पर बैठक में पाबड़ा (हिसार) से कुंडू खाप के प्रधान मुंशीराम कुंडू भी विशेष रूप से मौजूद थे।  बैठक की शुरूआत के साथ ही किसानों ने फसल में कीट सर्वेक्षण कर कीट बही खाता तैयार किया। मास्टर ट्रेनर रणबीर मलिक ने कहा...

‘लाडो’ के जीवनदान के लिए उठे कदमों में अधिकारियों ने डाली लापरवाही की बेड़ियां

पंचायती राज विभाग के अधिकारियों ने तैयार नहीं किए बीबीपुर गाँव के विकास कार्यों के एस्टीमेट नरेंद्र कुंडू जींद। उत्तर भारत की खाप पंचायतों को एक मंच पर लाकर ‘लाडो’ को जीवनदान दिलवाने की अलख जागाने वाले आईटी विलेज बीबीपुर के विकास कार्यों पर प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही का ग्रहण लग गया है। कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ मोर्चा खोल कर इस सामाजिक कुरीति को जड़ से उखाड़ने का आह्वान करने पर जहां मुख्यमंत्री ने बीबीपुर पंचायत को एक करोड़ की राशि देकर सम्मानित किया था, वहीं अब जिला प्रशासनिक अधिकारियों ने बीबीपुर गांव के विकास के लिए एस्टीमेट तैयार न कर एक करोड़ रुपए की राशि पर कुंडली मारी ली है। पंचायत विभाग के तकनीकि विंग ने दो माह बीत जाने के बाद भी विकास कार्यों के एस्टीमेट प्रदेश सरकार को नहीं भेजे हैं। जिस कारण गांव के सभी विकास कार्यों पर ब्रेक लग गए हैं। विभाग के अधिकारी एस्टीमेट भेजने का कार्य कार्यालय का बताकर अपने हाथ खड़े कर रहे हैं। कन्या भ्रूण हत्या के खिलाफ प्रदेश की अन्य पंचायतों को राह दिखाने वाली आईटी विलेज बीबीपुर के विकास पर जिला प्रशासनिक अधिकारियों की काली छाया पड़ चुक...

खाप चौधरियों ने की किसान-कीट मुकद्दमें की सुनवाई

चित्र
जींद। कीटों व किसान के मुकद्दमे की सुनवाई के लिए मंगलवार को गांव निडाना में चौहदवीं खाप पंचायत का आयोजन किया गया। जिसमें 72 खाप जींद के प्रधान केके मिश्रा, जेवड़ा बरवाला खाप  सूबेसिंह भ्याणा, कृषि विशेषज्ञ डा. करतार सिंह, पशु चिकित्सक डा. राजबीर सिंह ने कीटों की पहचान की। खेत पाठशाला में किसानों ने कीट सर्वेक्षण के बाद कपास की फसल में मौजूद पर्णभक्षी कीटों पर चर्चा की। कीट सर्वेक्षण के बाद किसानों ने कीट बही-खाता भी तैयार किया। कीट-बही खाते में निडाना, निडानी, ललीतखेड़ा सहित अन्य गांवों के किसानों ने भाग लिया। गांवों से आए किसानों ने अपने-अपने खेत से तैयार किए गए कीटों के आंकड़े भी दर्ज करवाए। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बाहरा बारह खाप के अध्यक्ष कुलदीप सिंह ढांडा ने कहा कि किसान बेवजह कीटनाशकों का प्रयोग कर रहे हैं। जिसका फसलों को तनिक भी लाभ नहीं हो रहा है। उन्होंने बताया कि पिछले एक दशक में कीटनाशकों का प्रयोग अत्याधिक बढ़ा है। जिससे पर्यावरण को काफी नुकसान हो रहा है। खाप चौधरियों ने कॉटन फसल में उन कीटों की पहचान की। जो फसल को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं। फसल में...

समय पर पौधों को पर्याप्त खुराक देकर पैदावार में की जा सकती है बढ़ोतरी

चित्र
नरेंद्र कुंडू  जींद। ललीतखेड़ा गांव में बुधवार को पूनम मलिक के खेत में महिला किसान पाठशाला का आयोजन किया गया। महिलाओं ने पाठशाला में कीट सर्वेक्षण के बाद कीट बही खाता तैयार किया। कीट सर्वेक्षण के साथ-साथ महिलाओं ने कपास के पौधों, फूलों, टिंडों व बोकियों की गिनती कर पौधों का भी बही खाता तैयार किया। महिलाओं ने 6 ग्रुप बनाकर 10-10 पौधों का सर्वेक्षण किया। सर्वेक्षण के बाद महिलाओं ने जामुन के पेड़ के नीचे बैठकर चार्ट पर अपना बही खाता तैयार किया। मास्टर ट्रेनर अंग्रेजो ने सर्वेक्षण के बाद तैयार किए गए आंकड़ों की तरफ इशारा करते हुए बताया कि कपास के इस खेत में इस सप्ताह शाकाहारी कीटों की संख्या नामात्र है। इस सप्ताह फसल में लाल व काला बानिया ही नजर आए हैं। पूनम मलिक ने महिलाओं को बताया कि उन्होंने कीट सर्वेक्षण के दौरान खेत में लाल व काला बानिए के अंडे भी देखे हैं। पूनम ने बताया कि लाल बानिया अपने अंड़े कपास के पौधे के पास गले-सड़े पत्तों के नीचे व जमीन के ऊपर देता है तथा काला बानिया कपास के खिले हुए टिंडों के अंदर देता है। सविता ने महिलाओं द्वारा किए गए कपास के पौधों...

कीट विज्ञान से ही किसानों ने पैदा किया है कीट ज्ञान

चित्र
  किसान पाठशाला में खाप चौधरियों ने की किसान-कीट विवाद की सुनवाई नरेंद्र कुंडू  जींद। ज्ञान, विज्ञान और तकनीक देश के विकास की धूरी होती हैं। ज्ञान व विज्ञान को जनता पैदा करती और यह जनता के ही काम आता है। लेकिन तकनीक व्यापार को ध्यान में रखकर पैदा की जाती है और तकनीक जनता की बजाए पैदा करने वाले के ही काम आती है। यह बात कृषि विकास अधिकारी डा. सुरेंद्र दलाल ने मंगलवार को निडाना गांव की किसान खेत पाठशाला में खाप पंचायत की 13वीं बैठक में कही। बैठक की अध्यक्षता सर्वखाप पंचायत के संयोजक कुलदीप ढांडा ने की। इस अवसर पर बैठक में कुंडू खाप कालवा के प्रधान सुभाष कुंडू, प्रसिद्ध समाजसेवी देवव्रत ढांडा, बागवानी विभाग से डीएचओ डा. बलजीत भ्याणा व पेहवा से आए प्रगतिशील किसान शीतल राम भी मौजूद थे। डा. दलाल ने कहा कि देश में 26 से भी ज्यादा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटियां हैं और इन यूनिवर्सिटियों की स्थापना देश में तकनीक को बढ़ावा देने के लिए ही की गई थी। डा. दलाल ने कहा कि आज कृषि क्षेत्र में कीटनाशकों का जो प्रयोग बढ़ रहा है वह भी तकनीक का ही एक हिस्सा है। लेकिन निडान...

धान की फसल पर पाइरिला के डंक का कहर

चित्र
 कृषि विभाग के अधिकारी कीटनाशकों की बजाए खाद के स्प्रे के प्रयोग की दे रहे हैं सलाह  नरेंद्र कुंडू जींद। धान की फसल में पाइरिला के निम्प (अल्ल) की दस्तक के कारण धरतीपुत्रों के माथे पर चिंता की लकीरें बढ़ने लगी हैं। पाइरिला के डंक ने किसानों के सपनों में सेंध लगा दी है। फिलहाल पाइरिला ने ज्वार व गन्ने की फसलों के आस-पास की धान की फसलों में दस्तक दी है। फसल में पाइरिला के प्रकोप के कारण किसानों को फसल की सुरक्षा की चिंता सताने लगी है। किसान अचानक धान की फसल में हुए पाइरिला के निम्प के प्रकोप से इजाद पाने की तरकीब ढुंढ़ रहे हैं। कृषि विभाग के अधिकारी किसानों को धान की फसल को पाइरिला के निम्प के प्रकोप से बचाने के लिए किसी प्रकार के कीटनाशक की बजाए पोटास, यूरिया व जिंक के मिश्रण के स्प्रे का प्रयोग करने की सलाह दे रहे हैं। कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि धान की फसल में मौजूद मासाहारी कीट ही पाइरिला के लिए कीटनाशक का काम करते हैं।  किसान रामकुमार, दयाकिशन, रामकरण ने बताया कि पाइरिला के निम्प ने उनकी फसल में दस्तक दे दी है। पाइरिला के आक्रमण के कारण उनकी धान की...

जाटों ने आरक्षण की मांग को लेकर खींची एलओसी

चित्र
नरेंद्र कुंडू जींद। पिछले चार वर्षों से आरक्षण की मांग को लेकर सरकार के साथ चल रही खिंचतान के बाद आखिरकार वीरवार को जाटों ने आरक्षण के लिए 15 दिसंबर तक का अल्टीमेटम देकर सरकार के समक्ष जाटों को आरक्षण देने की एलओसी (लाइन आॅफ कंट्रोल) यानि नियंत्रण रेखा खींच दी है। सर्वखाप जाट महापंचायत के नेतृत्व में नरवाना के दनौदा गांव स्थित बिनैन खाप के ऐतिहासिक चबूतरे पर एकत्रित हुए सात प्रदेशों के जाटों ने सरकार के समक्ष यह एलओसी खींच कर सरकार को आरक्षण के लिए तीन माह का समय दिया है। यदि इन तीन माह के अंदर सरकार ने प्रदेश में जाटों को आरक्षण देकर केंद्र सरकार से भी जाटों को आरक्षण देने की सिफारिश नहीं की तो 16 दिसंबर को जाट आरक्षण के लिए जंग की रणभेरी बजाते हुए मैदान में उतर आएंगे। और जाटों की इस जंग में इनका अगला पड़ाव होगा प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का गृहक्षेत्र रोहतक या सोनीपत जिला।  आरक्षण के लिए जाटों को एक मंच पर लाने के लिए नरवाना के दनौदा गांव के ऐतिहासिक चबूतरे पर वीरवार को हुई सर्वखाप जाट महापंचायत ने आरक्षण को लेकर प्रदेश सरकार के समक्ष एलओसी खींच दी...