गुरुवार, 17 मई 2012

गुजरात के किसानों को कीट प्रबंधन के गुर सिखाएंगे म्हारे किसान

नरेंद्र कुंडू
जींद। जींद जिले के बाद अब जल्द ही दूसरे प्रदेशों में भी  कीटनाशक रहित खेती की गुंज सुनाई देगी। जिले के किसान अब गुजरात के किसानों को भी कीटनाशक रहित खेती के गुर सीखाएंगे। फसल में कीटनाशकों के प्रयोग को कम करने के लिए मित्र कीटों को हथियार  बनाया जाएगा। कीट प्रबंधन के मास्टर ट्रेनर किसान गुजरात के किसानों को फसल में मौजूद माशाहारी व शाकाहारी कीटों की पहचान करवाएंगे। इसके लिए गुजरात के ‘आवाद दे फाउंडेशन’ ने यहां के चौ. छोटूराम किसान क्लब घिमाना के सदस्यों को आमंत्रित किया है। फाउंडेशन के निमंत्रण पर किसानों का एक जत्था जून माह में गुजरात के लिए रवाना होगा। इस जत्थे के आने-जाने व रहने का खर्च फाउंडेशन स्वयं उठाएगी। चौ. छोटू राम किसान क्लब के पदाधिकारियों ने जत्थे की रवानगी के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस जत्थे में क्लब की ओर से 5-6 मास्टर ट्रेनर किसानों का चयन किया जाएगा।
निडाना के कीट साक्षरता केंद्र की तर्ज पर घिमाना में चल रहे चौ. छोटू राम किसान क्लब के सदस्य गुजरात के किसानों को कीट प्रबंधन के गुर सिखाएंगे। इसके लिए गुजरात के बडोदरा से आए ‘आवाज दे फाउंडेशन’ के पदाधिकारियों ने किसान क्लब के सदस्यों को गुजरात के लिए निमंत्रण दिया है। फाउंडेशन के सदस्य मार्च 2012 में जींद जिले के घिमाना गांव के दौरे पर पहुंचे थे। इस दौरान किसान क्लब द्वारा शुरू की गई कीटनाशक रहित खेती की मुहिम को देख कर फाउंडेशन के पदाधिकारियों ने गुजरात में भी इस मुहिम को शुरू करने की इच्छा जाहिर की थी। फाउंडेशन के पदाधिकारियों के निमंत्रण पर चौ. छोटू राम किसान क्लब के मास्टर ट्रेनरों का एक जत्था जून माह में गुजरात के लिए रवाना होगा। इस जत्थे में क्लब के 5-6 मास्टर ट्रेनरों को शमिल किया जाएगा। क्लब के पदाधिकारी कार्य के आधार पर ही जत्थे में जाने वाले मास्टर ट्रेनरों का चयन करेंगे। इन मास्टर ट्रेनरों का आने-जाने व रहने का खर्च फाउंडेशन द्वारा उठाया जाएगा। क्लब के मास्टर ट्रेनर गुजरात के किसानों को फसल में मौजूद शाकाहारी व मासाहारी कीटों की पहचान करवाएंगे। मास्टर ट्रेनरों द्वारा किसानों को मासाहारी व शाकाहारी कीटों के जीवन चक्र के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी। ताकि अधिक से अधिक किसानों को कीट प्रबंधन के गुर सीखा कर फसल में बढ़ रहे कीटनाशकों के प्रयोग पर अंकुश लगाया जा सके। कीट प्रबंधन के साथ-साथ मास्टर ट्रेनर किसानों को फसल की बिजाई के आधुनिक तरीके भी बताएंगे। कीटनाशकों के प्रयोग पर अंकुश लगाने के लिए जींद जिले के किसानों ने यह एक अनोखी मुहिम छेड़ी है और किसानों को इस मुहिम से काफी सकारात्मक परिणमा भी मिल रहे हैं।

जून में रवाना होगा क्लब का जत्था

फसल में किसानों द्वारा कीटनाशकों के अंधाधुध प्रयोग के कारण मनुष्य के स्वास्थ्य पर प्रतिकुल प्रभाव पड़ रहा है और इससे पर्यावरण भी प्रदूषित हो रहा है। इंसान की थाली से इस जहर को कम करने तथा पर्यावरण को दूषित होने से बचाने के लिए किसानों ने इसका तोड़ कीट प्रबंधन में ढुंढ़ा है। गुजरात की आवाज दे फाउंडेशन के निमंत्रण पर ही क्लब ने एक जत्थे को गुजरात भेजने का निर्णय लिया है। जून माह में क्लब के 5-6 किसानों का एक जत्था गुजरात के लिए रवाना होगा।
सुनील आर्य, सलाहकार
चौ. छोटू राम किसान क्लब, घिमाना

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