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राजनीतिक दलों ने नामांकन भरने से पहले शहर में किया शक्ति प्रदर्शन

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भाजपा से डॉ. कृष्ण मिढ़ा, जजपा से दिग्विजय चौटाला, कांग्रेस से रणदीप सिंह सुरजेवाला व अंशुल सिंगला ने निर्दलिय के तौर पर किया नामांकन जींद, 10 जनवरी (नरेंद्र कुंडू):-   आगामी 28 जनवरी को जींद उपुचनाव के लिए उम्मीदवारों की घोषणा के साथ ही जींद में सियासत का पारा चढ़ गया है। 10 जनवरी को नामांकन का अंतिम दिन होने के चलते सभी राजनीतिक दलों ने नामांकन से पहले शहर में अपना शक्ति प्रदर्शन किया और शक्ति प्रदर्शन के बाद लघु सचिवालय में पहुंच कर अपना नामांकन भरा। नामांकन प्रक्रिया के दौरान किसी प्रकार की कोई अव्यवस्था नहीं हो इसके लिए प्रशासन द्वारा पुख्ता प्रबंध किए गए थे। इसके लिए प्रशासन की तरफ से दो ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए है। जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी राजेश कौथ तथा खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी नरवाना राजेश टिवाना को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया। वहीं गोहाना रोड से लघु सचिवालय को आने वाले रास्ते पर बैरिगेट्स लगाए गए थे। उम्मीदवार के अलावा अन्य किसी भी वाहन को लघु सचिवालय में जाने की अनुमति नहीं थी। 10 जनवरी को नामांकन के अंतिम दिन भाजपा के उम्मीदवार डॉ. कृष्ण मिढ़ा, जज

टिकटार्थियों को साधने के प्रयास में जुटी भाजपा

--भाजपा नेताओं को सता रहा है टिकटार्थियों के बागी होने का भय --भाजपा नामांकन के आखरी दिन करेगी उम्मीदवार के नाम की घोषणा --भाजपा के उम्मीदवार की घोषणा के इंतजार में दूसरे राजनीतिक दल जींद, 6 जनवरी (नरेंद्र कुंडू):- आगामी 28 जनवरी को होने वाला जींद विधानसभा उपचुनाव भाजपा के लिए किसी अग्रि परीक्षा से कम नहीं है। इस परीक्षा को पास करने के लिए भाजपा नेताओं द्वारा पूरी एक्सरसाइज की जा रही है। इस जींद उपचुनाव में जीत हासिल करने के लिए सभी राजनीतिक दल अपने-अपने पार्टी के रथ को खींचने के लिए अश्वमेघ यज्ञ के घोड़े की तलाश में हैं। भाजपा के पास इस समय टिकटार्थियों की लंबी कतार लगी हुई है। टिकटार्थियों की इस लंबी कतार ने भाजपा नेताओं की सांसें फुला रखी हैं। भाजपा नेताओं को टिकटार्थियों के बागी होने का भय सता रहा है। इसलिए भाजपा नेता उम्मीदवार की घोषणा करने के फैसला में जल्दबाजी करने से बच रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भाजपा पार्टी अपने उम्मीदवार की घोषणा 9 जनवरी को करेगी। ताकि टिकट नहीं मिलने से मायूस होने वाले अन्य टिकटार्थियों को बागी होने से रोका जा सके। क्योंकि 10 जनवरी को ना

टिकट को लेकर भाजपा में घमासान

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--जींद उपचुनाव को लेकर पर्यवेक्षकों के सामने 11 उम्मीदवारों ने जताई अपनी दावेदारी --ठंड के मौसम में उपचुनाव की आहट ने जींद की फिजाओं में पैदा की राजनीति की गर्माहट जींद, 5 जनवरी (नरेंद्र कुंडू):- जींद उपचुनाव की घोषणा के बाद से सभी राजनीतिक दलों ने चुनाव जीतने के लिए अपने घोड़े दौड़ाने शुरू कर दिए हैं। सर्दी के इस मौसम में उपचुनाव की आहट ने जींद की फिजाओं में राजनीति की गर्माहट पैदा कर दी है। सभी राजनीति दलों की नजर जींद के उपचुनाव पर टिकी हुई हैं। राजनीतिक दल उपचुनाव में अपनी-अपनी जीत पक्की करने के लिए जोर-शोर से तैयारियों में लगे हुए हैं। क्योंकि आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जींद उपचुनाव को सैमीफाइल माना जा रहा है। इस सैमीफाइनल में जिस पार्टी का उम्मीदवार विजयी होगा आगामी विधानसभा चुनाव में उस पार्टी का पलड़ा भारी रहेगा। इसके चलते जींद उपचुनाव में विजयश्री का आशीर्वाद पाने के लिए राजनीतिक दलों द्वारा दूसरे दलों के मजबूत उम्मीदवारों को भी अपने पाले में लाने के प्रयास चल रहे हैं। टिकट को लेकर सबसे ज्यादा घमासान भाजपा में मचा हुआ है। इस समय भाजपा के पास सबसे ज्यादा उम्मीदवार हैं

जींद उपचुनाव राजनीतिक दलों के लिए बना प्रतिष्ठा का सवाल

उपचुनाव को लेकर टिकटार्थियों ने कसे लंगोट --टिकट के लिए अपने-अपने घोड़े दौड़ा रहे टिकटार्थी --भाजपा पर टिककी सभी राजनीतिक दलों की नजर  जींद, 5 जनवरी (नरेंद्र कुंडू):- जींद उपुचनाव की घोषणा के साथ ही चुनाव लडऩे के इच्छुक उम्मीदवारों ने भी अपने लंगोट कस लिए हैं। टिकट के लिए उम्मीदवार अपनी-अपनी गोटियां फिट करने में लगे हुए हैं। कुछ टिकटार्थी तो पिछले कई दिनों से दिल्ली के दरबार में अपने आकाओं के पास माथा टेक रहे हैं। वहीं राजनीतिक दलों ने भी टिकट के लिए उम्मीदवारों की दावेदारी को लेकर फील्ड से फीडबैक लेना शुरू कर दिया है। क्योंकि जींद उपचुनाव सभी राजनीतिक दलों के लिए नाक का सवाल बना हुआ है। सभी राजनीतिक दलों की नजरें इस समय भाजपा पर टिकी हुई हैं। दूसरे राजनीतिक दल इस बात के इंतजार में हैं कि भाजपा कब अपना उम्मीदवार घोषित करे। ताकि दूसरे दल भी अपना उम्मीदवार मैदान में उतारने के लिए समीकरण बना सकें। भाजपा के उम्मीदवार की घोषणा के बाद ही दूसरे राजनीतिक दल अपने पत्ते खोलेंगे लेकिन भाजपा अभी अपने पत्ते नहीं खोल रही है। क्योंकि भाजपा को भी इस बात का अंदेशा है कि यदि उन्होंने समय से पहले पत

‘पांडुओं की तपो भूमि से दुष्यंत युग का आरंभ’

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जींद में आयोजित हुए समस्त हरियाणा सम्मेलन में दुष्यंत ने किया नई पार्टी जेजेपी का ऐलान परदादा चौधरी देवीलाल के इतिहास को दोहरा गए दुष्यंत जींद, 09 दिसंबर (नरेंद्र कुंडू) :- पांडुओं की तपो भूमि रही जींद जिले के पांडू पिंडारा की धरा से रविवार को दुष्यंत युग का आरंभ हो गया। पांडू पिंडारा में आयोजित समस्त हरियाणा सम्मेलन में सांसद दुष्यंत चौटाला ने अपनी नई पार्टी जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) का ऐलान कर दिया। इस दौरान सांसद ने विधिवत रूप से अपनी पार्टी के नए झंडे व नए डंडे को भी लांच किया। पांडू पिंडारा की धरती पर लाखों की संख्या में भीड़ जुटा कर दुष्यंत चौटाला ने अपने परदादा चौधरी देवीलाल की 1986 में जींद में आयोजित हुई विशाल रैली के इतिहास को दोहरा दिया। रैली को लेकर लोगों में भारी जोश नजर आ रहा था। चारों तरफ दुष्यंत के समर्थन में नारे लग रहे थे। नई पार्टी की घोषणा के साथ ही दुष्यंत ने अपनी पार्टी की नीतियों के माध्यम से बुजुर्गों, युवाओं, व्यापारियों, कर्मचारियों व महिलाओं सहित हर वर्ग को साधने का काम किया। रैली में उमड़े जन सैलाब को देखकर मंच पर उपस्थित सभी नेता व कार्यकर्ता गदगद

‘पांडू पिंडारा की ऐतिहासिक धरती पर इनैलो का तर्पण कर नई पार्टी का आगाज करेंगे दुष्यंत चौटाला’

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32 साल बाद परदादा चौ. देवीलाल के करिश्मे को दोहराने की तैयारी में दुष्यंत  जींद, 7 दिसंबर (नरेंद्र कुंडू) :- पांडुओं ने महाभारत की लड़ाई में मारे गए अपने पूर्वजों के मोक्ष के लिए पिंडारा की जिस धरती पर पितरों का तर्पण किया था उसी धरती से सांसद दुष्यंत चौटाला 9 दिसंबर को इनैलो का तर्पण कर अपनी नई पार्टी का ऐलान करेंगे। पांडू पिंडारा की इस ऐतिहासिक धरती पर 9 दिसंबर को आयोजित होने वाला ‘समस्त हरियाणा सम्मेलन’ दुष्यंत चौटाला का राजनीतिक भविष्य भी तय करेगा। जींद की जिस धरती पर 1986 में चौधरी देवीलाल ने ऐतिहासिक रैली कर हरियाणा की राजनीति में हलचल पैदा की थी ठीक उसी धरती से सांसद दुष्यंत चौटाला 32 साल बाद अपने परदादा चौधरी देवीलाल के करिश्में को दोहराने की तैयारी में है। बता दें कि चौधरी देवीलाल ने 1986 में जींद में विशाल रैली का आयोजन किया था, जिसकी बदौलत 1987 में चौधरी देवीलाल की पार्टी ने प्रदेश की 85 विधानसभा सीटों पर अपना कब्जा जमाया था। ठीक उसी की तर्ज पर सांसद दुष्यंत चौटाला 9 दिसंबर को जींद के पांडू पिंडारा में विशाल रैली का आगाज करेंगे। 9 दिसंबर को पिंडारा में आयोजित होने वाली

अपने पिता बीरेंद्र सिंह की राजनीतिक विरासत को संभालने के लिए राजनीति में इंट्री कर सकता है आईएएस बेटा बृजेंद्र सिंह

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--भाजपा विधायक प्रेमलता ने दिए बेटे बृजेंद्र सिंह के चुनाव लडऩे के संकेत --चौटाला व भजनलाल परिवार को टक्कर देने के  लिए बृजेंद्र सिंह को युवा चेहरे के तौर पर मैदान में उतार सकते हैं केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह जींद, 22 नवंबर (नरेंद्र कुंडू) :- अपने पिता एवं चौधरी छोटूराम के नाती केंद्रीय मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह की राजनीतिक विरासत को संभालने के लिए आईएएस बेटा बृजेंद्र सिंह आईएएस की कुर्सी को छोडक़र राजनीति के मैदान में उतर सकता है। केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह की पत्नी एवं उचाना से भाजपा विधायक प्रेमलता ने अपने बेटे बृजेंद्र सिंह के 2019 में चुनाव लडऩे के संकेत दिए हैं। बृजेंद्र सिंह को 2019 में लोकसभा या विधानसभा की टिकट पर चुनाव लड़वाया जा सकता है। किस लोकसभा या विधानसभा से बृजेंद्र सिंह को चुनाव लड़वाया जाएगा इसको लेकर अभी तक विधायक प्रेमलता ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं। शहर के पीडब्ल्यूडी रैस्ट हाऊस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान विधायक प्रेमलता ने कहा कि जिस भी लोकसभा या विधानसभा से बृजेंद्र सिंह चुनाव लडऩे की इच्छा जाहिर करेगा उसी सीट से उसे चुनाव लड़वा दिया जाएगा, उसके

जिला उद्यान विभाग का कारनामा

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आरटीआई कार्यकर्ता को दी गई सूचना में जारी कर दिए गलत आंकड़े --उद्यान विभाग के सूचना अधिकारी ने दो बार जारी की गई सूचना में दिखए अलग-अलग आंकड़े --जिला उद्यान विभाग को सरकार से प्राप्त बजट में दो लाख व लैप्स हुई राशि में साढ़े 11 लाख रुपए का अंतर जींद, 21 नवंबर (नरेंद्र कुंडू):- जिला उद्यान विभाग कार्यालय का अनोखा कारनामा सामने आया है। जिला उद्यान विभाग के सूचना अधिकारी द्वारा आनन-फानन में एक आरटीआई कार्यकर्ता को भ्रामक व अधूरी सूचना जारी कर दी गई। उद्यान विभाग के सूचना अधिकारी ने आरटीआई कार्यकर्ता को एक ही सवाल की दो अलग-अलग जानकारी दी हैं। पहले दी गई जानकारी में उद्यान विभाग को वित्त वर्ष 2016-17 में सरकार से प्राप्त बजट में कुल 9,30,48,395 रुपये की राशि दिखाई गई है जबकि दोबारा दी गई जानकारी में 9,28,48,394 रुपए का बजट मिलना दर्शाया गया है। इस प्रकार पहले दिए गए आंकड़ों व दोबारा दिए गए आंकड़ों में दो लाख रुपए का अंतर है। इसी प्रकार वित्त वर्ष 2016-17 में विभाग की लैप्स हुई राशि के सवाल के जवाब में पहले दी गई जानकारी में कुल 2,69,64,258 रुपए का बजट विभाग के कार्यालय से लैप्स हुआ बत

रोडवेज कर्मचारियों का ओवर टाइम बंद करने के लिए नई रूटेशन की प्रक्रिया शुरू

--स्टाफ की कमी के चलते बाधित होंगे रूट, यात्रियों को करना पड़ेगा परेशानी का सामना --सरकार ने रोडवेज विभाग से मांगी स्टाफ की रिपोर्ट  जींद, 20 नवंबर (नरेंद्र कुंडू):- सरकार द्वारा हाल ही में दिए गए रोडवेज कर्मचारियों के ओवर टाइम बंद करने के आदेशों के बाद रोडवेज प्रशासन ने कर्मचारियों का ओवर टाइम बंद करने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए डिपो महाप्रबंधक ने मंगलवार को विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की  बैठक लेकर जल्द से जल्द बसों की नई रूटेशन तैयार करने की कार्रवाई शुरू करने के आदेश जारी कर दिए हैं। आगामी दो से तीन दिन में बसों की नई रूटेशन तैयार हो जाएगी। हालांकि नई रूटेशन बनने के बाद कर्मचारियों की कमी के चलते कई रूट बाधित होंगे। इससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। विभाग में कर्मचारियों की कमी को देखते हुए सरकार ने भी प्रत्येक डिपो पर कितने कर्मचारियों की कमी है इसकी रिपोर्ट विभाग से मांगी है। अगर जींद डिपो की बात की जाए तो सरकार के आठ घंटे की ड्यूटी के आदेशों को लागू करने तथा सभी रूटों पर सुचारू रूप से बसें चलाने के लिए जींद डिपो में कम से कम 100 चालक व 10

रोडवेज कर्मचारियों का ओवर टाइम बंद होने से बाधित होंगे लंबे रूट

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--कर्मचारियों का ओवर टाइम बंद होने से रोडवेज डिपो पर पड़ेगी घाटे की मार --रोडवेज को तैयार करनी पड़ेगी नई रूटेशन --फिल्हाल 10 से 12 घंटे ड्यूटी कर रहे हैं चालक-परिचालक जींद, 19 नवंबर (नरेंद्र कुंडू):- सरकार द्वारा रोडवेज विभाग के चालक-परिचालकों का ओवर टाइम बंद करने के आदेश जारी किए जाने के बाद चालक-परिचालक असमंजस की स्थिति में हैं। चालक व परिचालकों का ओवर टाइम बंद होने से लंबे रूट तो बाधित होंगे ही साथ ही रोडवेज विभाग को घाटा भी उठाना पड़ सकता है। क्योंकि कर्मचारियों का ओवर टाइम बंद होने से बसों के रूटों में कमी आएगी। लंबे रूटों के साथ-साथ लोकल रूटों पर भी इसका प्रभाव पड़ेगा। क्योंकि रोडवेज विभाग के पास कर्मचारियों की कमी होने व आठ घंटों के हिसाब से ड्यूटी निर्धारित किए जाने के कारण बसों के रूट प्रभावित हो सकते हैं।  सरकार के ओवर टाइम बंद करने के आदेशों की अनुपालना के लिए रोडवेज विभाग को अब चालक व परिचालकों के लिए अब नई रूटेशन बनानी पड़ेगी। क्योंकि इस समय रोडवेज विभाग के चालक व परिचालक प्रतिदिन 10 से 12 घंटे की ड्यूटी कर रहे हैं। जबकि सरकार के ओवर टाइम बंद करने के आदेशों के बाद चा

जींद की धरती पर दादा की विरासत का वारिश बना गया डॉ. अजय चौटाला का परिवार

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कहा, मैं अपने बेटे दुष्यंत को तुम्हें सौंप कर जा रहा हूं --काफी लंबे समय से खुड़े लाइन रहे अजय के नजदीकी कार्यकर्ताओं में दिखा जोश --चौधरी देवीलाल की तर्ज पर 9 दिसंबर को जींद की धरती पर ही होगा समस्त हरियाणा सम्मेलन --चंडीगढ़ में बैठकर चौधरी देवीलाल की विचारधारा को खोखला करने का काम कर रहे हैं कुछ लोग जींद, 17 नवंबर (नरेंद्र कुंडू) :- जींद के जिस मैदान से चौधरी देवीलाल ने न्याय युद्ध की शुरूआत कर हरियाणा की राजनीति में एक बड़ा परिवर्तन करने का काम किया था, उसी मैदान पर 32 वर्ष बाद चौधरी देवीलाल के पोते डॉ. अजय चौटाला ने भारी भीड़ जुटा कर उनकी विरासत का वारिश बनने का काम किया। पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी ओमप्रकाश चौटाला के अभय चौटाला के पक्ष में जाने से चौधरी देवीलाल की जो विरासत अभय चौटाला के पक्ष में जाती नजर आ रही थी, उस विरासत को शनिवार को डॉ. अजय चौटाला ने कार्यकर्ताओं से मिले भारी जनसमर्थन के माध्यम से अपने पक्ष में कर लिया। डॉ. अजय चौटाला के परिवार के प्रति लोगों में काफी सहानुभूति नजर आई। डॉ. अजय चौटाला, दुष्यतं चौटाला व दिग्विजय चौटाला से मिलने के लिए लोगों में काफी उत्साह था।

छोटे भाई बिल्लु को गिफ्ट करता हूं चश्मा और इनैलो, बशर्ते वह इसे संभाल कर रखे : अजय चौटाला

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कहा, नए डंडे, नए झंडे व नए निशान के साथ करेंगे नई पार्टी का गठन -- एक सप्ताह में कानूनी प्रक्रिया पूरी कर करेंगे नई पार्टी का ऐलान --9 दिसंबर को जींद की प्रदेश स्तर की रैली कर दिखाएंगे ताकत जींद, 17 नवंबर (नरेंद्र कुंडू) :- शहर के दीप पैलेस में आयोजित राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में डॉ. अजय सिंह चौटाला ने ऐलान करते हुए कहा कि ‘मैं इनेलो व चश्मा अपने छोटे भाई बिल्लु को गिफ्ट करता हूं।’ वह इसे संभालकर रखें। उन्होंने पहला इनेलो पर कब्जा करने, दूसरा किसी राष्ट्रीय पार्टी में शामिल होने व तीसरा नई पार्टी का गठन करने का प्रस्ताव रखा। कार्यकारिणी ने ध्वनि मत से नई पार्टी बनाने के प्रस्ताव को पारित कर दिया। अजय चौटाला ने कहा कि एक सप्ताह में कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद नई पार्टी की घोषणा कर दी जाएगी। इसके साथ-साथ नौ दिसंबर को जींद में नई पार्टी के बैनर नीचे महारैली करने का प्रस्ताव पारित किया गया। इसके बाद इनेलो के सभी पदाधिकारियों द्वारा 18 से 28 नवंबर तक इस्तीफे देने पर भी सभी ने मोहर लगा दी।  लगभग दो बजे डॉ. अजय सिंह चौटाला, उनकी विधायक पत्नी नैना चौटाला, उकलाना से विधायक अनूप

जिस मैदान से दादा ने की थी न्याय युद्ध की शुरूआत आज उसी मैदान से दादा की विरासत को पाने के लिए पोता करेगा शंखनाद

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32 साल पहले पूर्व उप प्रधानमंत्री देवीदलाल ने भी इसी मैदान से भरी थी हुंकार इनैलो के भविष्य को लेकर अजय चौटाला आज जींद के देवीलाल ग्राउंड में करेगा निर्णायक फैसला जब-जब देवीलाल परिवार कमजोर हुआ तब-तब जींद जिले ने दी है देवीलाल परिवार को राजनीतिक ताकत जींद, 16 नवंबर (नरेंद्र कुंडू) :- देश के पूर्व उप-प्रधानमंत्री स्वर्गीय चौधरी देवीलाल ने लगभग 32 वर्ष पूर्व जि स मैदान से तत्कालीन कांग्रेस सरकार के खिलाफ न्याय युद्ध छेड़ा था उसी मैदान से आज उसका पोता डॉ. अजय चौटाला उसकी राजनीतिक विरासत को पाने के लिए शंखनाद करेगा। 17 नवंबर को डॉ. अजय चौटाला के नेतृत्व में जींद में आयोजित होने वाला कार्यकर्ता सम्मेलन इनैलो का भविष्य तय करेगा। डॉ. अजय चौटाला ने अपनी राजनीतिक विरासत को मजबूत करने के लिए जींद के उसी मैदान को चुना है जिस मैदान को ठीक 32 वर्ष पहले उसके दादा चौधरी देवीलाल ने कांग्रेस के खिलाफ न्याय युद्ध शुरू करने के लिए चुना था। जींद के इस मैदान से न्याय युद्ध की शुरूआत कर चौधरी देवीलाल ने प्रदेश की लगभग 85 के करीब विधानसभा सीटों पर अपना कब्जा जमाकर कांग्रेस को सत्ता से उखाड़ कर बा

प्रदेश के किसानों को कीट ज्ञान का पाठ पढ़ाएंगे म्हारे किसान

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बागवानी विभाग व आईसीएआर द्वारा कीटाचार्य किसानों को मास्टर ट्रेनर के तौर पर किया जाएगा नियुक्त थाली को जहरमुक्त बनाने के लिए बागवानी विभाग द्वारा प्रदेश में शुरू की जा रही है गुड एग्रीकल्चर प्रेक्टिसेस स्कीम नरेंद्र कुंडू  जींद| थाली को जहरमुक्त बनाने के लिए जींद जिले में चल रहे डॉ. सुरेंद्र दलाल कीट साक्षरता मिशन के कीटाचार्य किसान अब प्रदेश के अन्य जिलों के किसानों को भी कीट ज्ञान का पाठ पढ़ाएंगे। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् (आईसीएआर) व बागवानी विभाग ने इन कीटाचार्य किसानों के अनुभव को देखते हुए इन्हें प्रदेश के दूसरे जिलों में चलने वाली किसान खेत पाठशालाओं में मास्टर ट्रेनर के तौर पर नियुक्त करने का प्रस्ताव तैयार किया है। थाली को जहरमुक्त बनाने के लिए बागवानी विभाग जल्द ही प्रदेश में गुड एग्रीकल्चर प्रेक्टिसेस स्कीम (गेएप) शुरू करने जा रहा है। इस स्कीम के तहत प्रदेश के सभी जिलों में मंडल स्तर पर किसान खेत पाठशालाएं चलाई जाएंगी और इन पाठशालाओं में किसानों को कीटों की पहचान करने के साथ-साथ बिना रासायनिक उर्वरकों व कीटनाशकों का प्रयोग किए अच्छी पैदावार लेने के गुर सिखाए जाएंगे

जल संस्कृति को बचाना होगा

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नरेंद्र कुंडू   एक तरफ हम जल को देवता मानकर उसकी पूजा करते हैं, तो दूसरी तरफ इस देवता का निरादर करने में किसी भी तरह पीछे नहीं रहते हैं। कारण व्यत्तिफ़ हो या बाजार, हर कोई अपनी-अपनी तरह से इस दोहन में शामिल है। आज जरूरत है कि हम जल के प्रति अपने संस्कार और संस्कृति को पुनर्जीवित करें। पानी के बिना मनुष्य जीवन की कल्पना ही नहीं की जा सकती। जन्म से लेकर मृत्यु तक पानी का हमारे जीवन में बहुत बड़ा स्थान है बल्कि कह सकते हैं कि पानी ही उसकी धुरी है। हमारे शास्त्रें में कहा गया है कि जल में ही सारे देवता रहते हैं। इसीलिये जब कोई धार्मिक अनुष्ठान होता है तो सबसे पहले कलश यात्र निकलती है। हम किसी पवित्र सरोवर या जलाशय में जाते हैं और वहां से अपने कलश में जल भरकर ले आते हैं। चूंकि जल में हमारे सभी देवता बसते हैं इसलिये हम उसकी पूजा करते हैं और फिर उसी जलाशय में उसका विसर्जन कर देते हैं। इस तरह व्यष्टि को समष्टि में मिला देते हैं। ‘अमरकोश’ में जल के कई नाम गिनाये गये हैं। उसमें जल के लिये एक नाम जीवन भी है। जीवन जलम। अब सवाल यह है कि जल जो हमारी संस्कृति में इतना अहम स्थान रऽता रहा है, उसकी